आपदा प्रभावित क्षेत्र में फँसी प्रसव पीड़िता को हेली से पहुँचाया गया अस्पताल*
*प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकों की टीम ग्राउंड जीरो पर तैनात, आज 170 तथा अभी तक कुल 637 मरीजों की हुई चिकित्सकीय जांच*
*उछोला, बक्सीर और अन्य गाँवों में राशन व स्वास्थ्य सेवाएँ युद्ध स्तर पर जारी*
*मयाली–गुप्तकाशी मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल की जगह वेली ब्रिज निर्माण कार्य शुरू*
*ग्रामीणों ने राहत व पुनर्वास कार्यों के लिए सरकार और जिला प्रशासन का जताया आभार*
विगत दिनों जनपद में हुई अतिवृष्टि के कारण आई आपदा से तहसील बसुकेदार के बाँगर क्षेत्र की 8–10 ग्राम पंचायतें (डुंगर, बड़ेथ, जौला, तालजामण, उछोला, बक्सीर, मथ्या, घंघासु, भुनाल, खोड़, स्यूर, किमाना, दानकोट, पाटियों, डाँगी, कुड़ी अदुली, भटवाड़ी, बकोला आदि) जनपद मुख्यालय से पूरी तरह कट गईं थी। सभी मोटर मार्ग और पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त होने से राहत पहुँचाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती था।
लगातार प्रतिकूल मौसम के बाद जैसे ही दो दिन से मौसम ने राहत दी, जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने हेली के माध्यम से बसुकेदार तहसील के प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुँचाना पुनः कल से ही शुरू कर दिया था। मा० मुख्यमंत्री के निर्देशों और जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग प्रतीक जैन की प्रत्यक्ष निगरानी में हर प्रभावित व्यक्ति और परिवार तक राशन व दैनिक उपयोग की वस्तुएँ पहुँचाने का कार्य निरंतर युद्ध स्तर पर जारी है।
*आपदा में फँसी प्रसव पीड़िता को हेली से पहुँचाया गया अस्पताल*
ग्रामीणों की जान बचाने के साथ-साथ जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाएँ भी प्रभावित क्षेत्रों तक पहुँचा रहा है। आज मथ्यागाँव (जखोली) से एक प्रसव पीड़िता (नाम-सुविका) को हेलीकॉप्टर द्वारा सुरक्षित लाकर सीएचसी अगस्त्यमुनि में भर्ती कराया गया। समय पर कार्रवाई से महिला सकुशल है।
*राहत वितरण की विस्तृत जानकारी*
*तालजामण*: मजदूरों के माध्यम से 5–6 किलोमीटर पैदल चल राहत सामग्री और पानी पहुँचाया गया है तथा सामुदायिक किचन से भोजन की आपूर्ति जारी है।
*उछोला*
हेलीकॉप्टर से 06 राउंड में कुल 225 फ़ूड पैकेट और 250 रिफ्रेशमेंट पैक भेजे गए है तथा अतिरिक्त तौर पर 90 फ़ूड पैकेट भी पहले ही पहुँचा दिए गए थे। कुल 218 राशन कार्ड धारकों को खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है।
*बक्सीर व भुनाल:* हेलीकॉप्टर से 02 राउंड में 300 किलो चावल और 150 किलो दाल भेजी जा चुकी है तथा अन्य सभी प्रभावित क्षेत्रों में राशन वितरित का कार्य निरंतर जारी है
राज्य सरकार और जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी प्रभावित परिवार राहत सामग्री से वंचित न रहे।
*सुविधाओं की बहाली*
उछोला गाँव में स्थानीय विधायक भरत चौधरी और उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग याक्षी अरोड़ा ने ग्राउंड जीरो पर जाकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया गया आपदा प्रभावित इस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति तथा पानी की पाइप लाइन बहाल (कुछ कार्य प्रगति पर) कर दी गई है, वहीं लोगों को मेडिकल किट और आवश्यक दवाएँ वितरित की गई है,आपदा प्रभावित क्षेत्र में सोलर लाइट और सोलर होम सिस्टम उपलब्ध कराने के साथ ही मोमबत्ती और टॉर्च भी दी गईं है वहीं राहत सामग्री और रिफ्रेशमेंट पैकेट का वितरण लगातार किया जा रहा है, लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई द्वारा सड़क कनेक्टिविटी का कार्य प्रगति पर है
ग्रामीणों, ग्राम प्रधान और पूर्व प्रधान ने राहत कार्यों के लिए सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
*क्षतिग्रस्त पुल बनेगा फिर से*
आपदा में क्षतिग्रस्त मयाली–गुप्तकाशी मार्ग पर ल्वाड़ा के समीप स्थित 12 मीटर लंबे पुल के टूटने से पूरा क्षेत्र प्रभावित था। जिलाधिकारी प्रतीक जैन के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने युद्धस्तर पर कार्य प्रारंभ कर दिया है।
पुल के स्थान पर वेली ब्रिज (Valley Bridge) का निर्माण आज से आरंभ हो गया है। एक सप्ताह में कार्य पूरा कर पुल से यातायात बहाल कर दिया जाएगा।
अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने स्वयं निर्माण स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा में पुल निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए है।
आपदा प्रभावित क्षेत्र छेनागाड़ में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं डीडीआरएफ सहित अन्य बचाव दलों द्वारा लगातार सर्च एवं रेस्क्यू अभियान संचालित किया जा रहा है। साथ ही समस्त प्रभावित क्षेत्रों में क्षति का आकलन करने हेतु राजस्व एवं तकनीकी टीमें निरंतर कार्यरत हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत एवं सहायता उपलब्ध कराई जा सके।