रूद्रप्रयाग।
राजकीय शिक्षक संघ रूद्रप्रयाग के आह्वान पर चल रहा चौक डाउन हड़ताल और कार्य बहिष्कार आज दूसरे दिन भी पूरी तरह सफल रहा। जनपद के समस्त शिक्षकों ने एकजुट होकर आंदोलन को समर्थन दिया। संगठन ने सभी साथियों का आभार जताते हुए इसे शिक्षकों की एकता का प्रतीक बताया।
जिला अध्यक्ष आलोक रौथान ने अपील की कि “सभी प्रभारी प्रधानाचार्य कोई भी विभागीय सूचना प्रेषित न करें, जिससे हमारे आंदोलन को और गति मिल सके।”
जिला मंत्री शंकर भट्ट ने कहा कि “हम वर्षों से पदोन्नति की मांग कर रहे हैं, परंतु आज भी हमारा साथी जिस पद पर सेवा में आया, उसी पद से सेवानिवृत्त हो रहा है। इससे शिक्षकों में निराशा का भाव पैदा होना स्वाभाविक है। सरकार प्रधानाचार्य सीधी भर्ती का शिगूफा छोड़कर शिक्षकों को आपस में बांटना चाहती है। संघ इस सीमित विभागीय भर्ती का पूर्ण विरोध करता है।”
जिला संरक्षक नरेश कुमार भट्ट ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “सरकार जानबूझकर पदोन्नति नहीं करना चाहती। यदि सरकारी विद्यालयों को योग्य प्रधानाचार्य और प्रवक्ता मिलेंगे तो शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी, परंतु सरकार नहीं चाहती कि गरीब बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिले। यह शिक्षा के अधिकार का हनन है।”
उपाध्यक्ष शीशपाल पंवार ने चेतावनी देते हुए कहा कि “यदि सरकार ने हमारी जायज़ मांगों की अनदेखी की, तो शिक्षक प्रदेश व्यापी हड़ताल करने को बाध्य होंगे।”
जिला प्रवक्ता अजय भट्ट ने जनपद के सभी साथियों से अपील की कि यह आंदोलन हमारे वजूद और अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है अतः सभी को इसमें बढ़चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए,
जिला कार्यकारिणी ने कार्य बहिष्कार को सफल बनाने हेतु तीनों ब्लॉक अध्यक्ष एवं मंत्रियों को प्रोत्साहित किया और सभी शिक्षकों से आंदोलन को और मज़बूत करने का आह्वान किया।
आंदोलन को सफल बनाने में ब्लॉक अध्यक्ष अगस्तमुनि अंकित रौथान,मंत्री सदीप भट्ट, उखीमठ ब्लॉक अध्यक्ष पंचम राणा,मंत्री दिलबर कोटवाल, जखोली अध्यक्ष प्रवीन घिगड़ियाल मंत्री माही कोठियाल, जनपद महिला उपाध्यक्ष कुसुम भट्ट,जनपद संयुक्त मंत्री दीपक नेगी, महिला संयुक्त मंत्री विमला राणा, संगठन मंत्री मनमोहन गुसाई,संगठन मंत्री महिला सुलेखा सेमवाल, विजय बैरवान, आदि को।विशेष जिम्मेदारी दी गई