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Saturday, July 5, 2025
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आनंद बर्धन होंगे उत्तराखंड के अगले मुख्य सचिव,आदेश हुए जारी।

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उत्तराखंड-

आनंद बर्धन होंगे उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव।

01 अप्रैल से शुरू होगा कार्यकाल।

राधा रतूड़ी ही अभी उत्तराखंड की मुख्य सचिव।

आनंद बर्धन अभी है एसीएस के पद पर ।

अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव होंगे आदेश जारी होते ही उन्होंने मुख्यमंत्री से की मुलाक़ात की। सरकार ने आज नये मुख्य सचिव को लेकर आदेश जारी कर दिया है। आपको बता दें मौजूदा मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का सेवा विस्तार 31 मार्च को खत्म हो रहा है।

आनंद वर्धन 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उत्तराखंड की नौकरशाही में वह मौजूदा समय में सबसे वरिष्ठ अधिकारी है। वरिष्ठता के क्रम के आधार पर उनको मुख्य सचिव की जिम्मेदारी मिली है। वह 2027 में रिटायर हो रहे हैं । बता दें कि आईएएस आनंद वर्धन अभी तक अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। नये आदेश के अनुसार 01 अप्रैल से वह मुख्य सचिव का पदभार संभालेंगे।

धामी सरकार ने सीनियर आईएएस आनंद वर्धन को मुख्य सचिव बनाने जाने को लेकर आदेश जारी किया है। जिसमें लिखा है, ‘शासन द्वारा कार्यहित में आपको दिनांक एक अप्रैल, 2025 से मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन के पद पर तैनात करने का निर्णय लिया गया है।

1232 नर्सिंग अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किये नियुक्ति पत्र।

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दून मेडिकल कॉलेज के सभागार का किया लोकार्पण।*

*साढ़े तीन साल में 22 हजार से अधिक युवाओं को दी जा चुकी है सरकारी नौकरी-सीएम।*

*राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का हुआ है तेजी से विकास।*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज, पटेलनगर में प्रदेश केसभी मेडिकल कॉलेज में नवनियुक्त नर्सिंग अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। प्रदेश में 1232 नये नर्सिंग अधिकारियों का नियुक्ति दी गई है। इस अवसर पर उन्होंने 26 करोड़ की लागत से बने दून मेडिकल कॉलेज के सभागार का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने सभी नर्सिंग अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि अब सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को त्वरित चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब पूरा विश्व इस संकट से जूझ रहा था, तब हमारे नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मी फ्रंटलाइन वॉरियर बनकर निःस्वार्थ सेवा में जुटे हुए थे। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मरीजों की देखभाल करते हुए उनके जीवन को बचाने के लिए अथक परिश्रम किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नव नियुक्त नर्सिंग अधिकारी पूर्ण निष्ठा, समर्पण और मानवीय मूल्यों के साथ कार्य करेंगे और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई ऊँचाई प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश में लगभग 11 लाख से अधिक मरीजों को 2100 करोड़ रुपये से अधिक के कैशलेस उपचार का लाभ प्राप्त हो चुका है। इसके अलावा, राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहे हैं, ताकि हमारे सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को उनके जिले में ही आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध हो सकें। राज्य के प्रत्येक क्षेत्र के लिए हेली एंबुलेंस सेवा भी प्रारंभ की गई है, जो किसी भी आपात स्थिति में सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए भी निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं, इसी क्रम में, चिकित्सा शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए अब तक 173 असिस्टेंट प्रोफेसर्स, 56 संकाय सदस्य और 185 तकनीशियन नियुक्त किए जा चुके हैं। इसी का परिणाम है कि 3 वर्ष में ही प्रदेश के 22 हजार से अधिक युवा सरकारी नौकरी पाने में सफल रहे हैं।

चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि लोगों को उनके घर पर ही बेहतर और किफायती इलाज मिले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है। पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज के जल्द संचालन की तैयारी है। जिससे एक ओर सरकार को चिकित्सक वहीं,दूसरी ओर लोगों को रोजगार भी मिलेगा। मेडिकल कॉलेज के बेहतर संचालन के लिए सुव्यवस्थित ट्रांसफर पॉलिसी, फैकल्टी को समय पर प्रोन्नति, मेडिकल कॉलेज में सीटों के अनुसार कार्मिकों की नियुक्ति आदि की योजना है। इसके साथ ही संविदा कार्मिकों के मानदेय को संशोधित करने और संविदा में कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ को समायोजित करने का भी प्रयास किया जाएगा।

सचिव चिकित्सा डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि विभाग का संकल्प है कि चिकित्सा के साथ ही चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ किया जाए। इसके लिए समय-समय पर चिकित्सक से लेकर चतुर्थ श्रेणी स्तर के कार्मिकों की भर्ती हो रही है। चिकित्सा विभाग के इन्फ्रास्ट्रक्चर का पूर्ण प्रयोग हो इसके लिए मानवीय संसाधनों की नियुक्ति हो रही है। जहां मानवीय संसाधन है वहां भौतिक संसाधनों की आपूर्ति की जा रही है।

इस अवसर पर विधायक श्री खजान दास, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज, डॉ. गीता जैन एवं सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित थे।

बडमा महोत्सव में रुद्रप्रयाग जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कीई शिरकत, दूरस्थ क्षेत्रो में लगने वाले मेलो से सरकार द्वारा संचालित होने कल्याणकारी योजना की मिलती जानकारी।

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लोक कला, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और लोक गायकों ने बांधा समां*

रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली ब्लॉक में आयोजित बड़मा कृषि पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास महोत्सव 2025 के दूसरे दिन जनपद के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मेले में शिरकत की। उनके साथ क्षेत्रीय विधायक भरत चौधरी भी मौजूद रहे। मेले के दूसरे दिन का शुभारंभ प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी जनता को दी और उनसे अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। मेले के दूसरे दिन रा०प्रा०वि धरीयांज और चि०ए०जू० हाई स्कूल तिमली के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना और लोकगीत प्रस्तुत किए, जिनका दर्शकों ने तालियों के साथ स्वागत किया। इसके अलावा, महिला मंगल दल कोटी बड़मा, महिला मंगल दल धरीयांज और महिला मंगल दल जखन्याल गांव की महिलाओं ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मेले में जौनसार-भाबर से आई कलाकारों की टीम ने भी अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें जौनसारी गीतों को नृत्य-नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। यह प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही और दर्शकों ने इसे खूब सराहा। इसके साथ ही, प्रसिद्ध लोक गायक विक्रम कपरवाण ने अपनी मधुर आवाज में लोकगीत प्रस्तुत किए, जिन पर दर्शक झूमने को मजबूर हो गए। उनके गीतों पर बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं ने जमकर नृत्य किया, जिससे पूरे मेले का माहौल उल्लासपूर्ण हो गया। मेले में विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा सूचना और जागरूकता शिविर भी लगाए गए थे। चिकित्सा विभाग, उद्यान एवं प्रसंस्करण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग ने अपने-अपने स्टॉल लगाए, जहां इन विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई। मेले में आए लोग इन स्टॉलों पर जाकर योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे थे और उनसे जुड़ने की प्रक्रिया को समझ रहे थे। रुद्रप्रयाग जनपद के स्वयं सहायता समूहों द्वारा उनके द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों को बिक्री के लिए रखा गया था। लोगों ने इन उत्पादों की खूब खरीदारी की, जिससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिला और ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिली। मेले में राजस्व विभाग ने भी अपना स्टॉल लगाया था, जहां लोगों की शिकायतों को दर्ज कर उनके त्वरित समाधान की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा, जिला प्रशासन द्वारा आधार अपडेट सेंटर भी स्थापित किया गया था, जहां बड़ी संख्या में लोग अपने आधार कार्ड अपडेट करवाने पहुंचे।
प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार ने अपने सफल तीन वर्ष पूरे कर लिए हैं और इस दौरान कई विकास कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जनता की मांग पर धामी सरकार ने सशक्त भू-कानून लागू किया, जिससे अब कोई बाहरी व्यक्ति स्थानीय लोगों की भूमि नहीं खरीद सकेगा। यह कानून राज्य के लोगों की भूमि सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सरकार ने स्वयं सहायता समूहों को मजबूत किया है। अब महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार की आर्थिक मदद कर रही हैं। चारधाम यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा कि इस बार भी यात्रा ऐतिहासिक रूप से संचालित होगी। केदारनाथ यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, और यात्रियों के बढ़ते पंजीकरण से यह साफ है कि इस साल यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि सरकार की विभिन्न योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और उनके प्रति जागरूक रहें।
मेले में उपस्थित क्षेत्रीय विधायक भरत चौधरी ने भी जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार के ये तीन वर्ष ऐतिहासिक रहे हैं और इस दौरान जनपद रुद्रप्रयाग में सैकड़ों विकास कार्य किए गए। उन्होंने बताया कि सड़कों का तेजी से निर्माण किया गया है, जिससे दूरस्थ गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ा गया है।उन्होंने कहा कि ‘सरकार जनता के द्वार’ कार्यक्रम के तहत प्रशासन आमजन तक पहुंचकर उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान कर रहा है। आने वाले समय में भी रुद्रप्रयाग के विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई साह, पूर्व क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्रीमती जगदेस्वरी भारद्वाज, मुख्य विकास अधिकारी जी.एस. खाती सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, विभिन्न गांवों से आए ग्रामीण और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रहीं। बड़मा कृषि पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास महोत्सव के दूसरे दिन जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों ने पारंपरिक संस्कृति से जुड़कर लोकगीतों और नृत्य का आनंद लिया।

 

लस्या कौथिग मेले का रंगारंग आगाज, उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को किया गया जीवंत।

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रक्तदान शिविर में दिखा जनसहयोग, विभिन्न विभागों और स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन*

*उत्तराखंड की संस्कृति के संवाहक हैं मेले – रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी*

जनपद रुद्रप्रयाग के विकासखंड जखोली में आयोजित चार दिवसीय लस्या कौथिग मेले का भव्य शुभारंभ ब्लॉक परिसर, जखोली में किया गया। मेले का उद्घाटन रुद्रप्रयाग के विधायक भरत चौधरी द्वारा किया गया, जहां छोलिया नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र बना। इस अवसर पर कार्यक्रम में पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष महावीर नेगी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। मेले में विभिन्न सरकारी विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु स्टॉल लगाए गए। इन स्टॉलों के माध्यम से स्थानीय लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई , जिससे वे इनका अधिकतम लाभ उठा सकें। इस दौरान मेले में स्थानीय स्कूलों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। विशेष रूप से उत्तराखंड की पारंपरिक कला और संस्कृति से जुड़ी झांकियों एवं नृत्य नाटिकाओं की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान टीम पिंटू द्वारा रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसी क्रम में उत्सव ग्रुप द्वारा मां नंदा देवी नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति दी गई।
मेले के उद्घाटन समारोह में पहुंचे रुद्रप्रयाग के विधायक भरत चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि लस्या कौथिग उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि मेले के जरिए महिलाओं और स्कूल के छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक उचित मंच मिल रहा है, जिससे उनकी कला निखर रही है। उन्होंने कहा कि जनपद रुद्रप्रयाग में विभिन्न सरकारी योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा क्षेत्र में सड़कों के निर्माण कार्यों में तेजी आई है, जिससे विकास को नई गति मिल रही है। साथ ही, युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सरकार की इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
लस्या कौथिग मेले के संयोजक भूपेंद्र भंडारी ने बताया कि इस वर्ष मेले में उत्तराखंड की संस्कृति को नए स्तर पर ले जाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में हिमालय की अधिष्ठात्री देवी नंदा देवी की भव्य झांकी प्रस्तुत की गई। उत्तराखंड के कुमाऊं अंचल के प्रसिद्ध छोलिया नृत्य के माध्यम से भी लोगों को अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि पूर्व के वर्षों की भांति ही इस बार भी मेले का आयोजन किया गया, जो चार दिनों तक चलेगा। भूपेंद्र भंडारी ने बताया कि मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति को संजोना और उसे नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को मंच देने से उनकी कला और संस्कृति को नया जीवन मिल रहा है, जिससे वे अपनी पारंपरिक कला को संवारने और प्रदर्शित करने का अवसर पा रही हैं।
इस दौरान जय माँ रानी कीर्तन मंडली पोखरी, नारी शक्ति कोटी, सांस्कृतिक कला मंच तिलवाणा, राज राजेश्वरी धुराणा गांव की महिला मंगल दलों की टीमों द्वारा अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम में अर्जुन गहरवार, बलदेव राणा सहित भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता मौजूद रही।

 

चारधाम महापंचायत और होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने पर्यटन सचिव से की मुलाकात।

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देहरादून- चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर प्रदेश सरकार लगातार बैठकें कर रही है।यात्रा व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं। सरकार के इन प्रयासों को लेकर चारधाम महापंचायत से जुड़े तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों और चारधाम होटल एसोसिएशन के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। चारधाम महा पंचायत से जुड़े तीर्थ पुरोहितों और चारधाम होटल एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे से मुलाकात की और यात्रा के दौरान यात्रियों की संख्या निर्धारित करने और मंदिर के आसपास हेली सेवा संचालित करने जैसे बिंदुओं पर चर्चा हुई। पर्यटन सचिव से हुई मुलाकात के बाद चारधाम यात्रा महापंचायत के तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि पर्यटन सचिव से मुलाकात के बाद यह साफ हुआ है कि सरकार फिलहाल यात्रियों की संख्या निर्धारित करने नहीं जा रही है। अगर कोई श्रद्धालु बिना रजिस्ट्रेशन के भी यात्रा करने आता है तो उनका ऑफलाइन माध्यम से पंजीकरण किया जाएगा और सभी यात्रियों को दर्शन करने का मौका मिलेगा। वहीं चारधाम महापंचायत तीर्थ पुरोहितों ने पर्यटन सचिव से मंदिरों के आसपास हेली सेवा संचालित न करने और सोशल मीडिया पर धामों को लेकर भ्रामक खबर फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने पर बात की गई, जिस पर पर्यटन सचिव ने धामों के आसपास हेली सेवा संचालित करने वाली कंपनियों और सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर फैलाने वालों पर कारवाई का आश्वासन दिया है।

उत्तराखण्ड स्टेट प्राईमरी टीचर्स ऐसोसिएशन के अष्टम त्रैवार्षिक निर्वाचन मे विक्रम झिक्वाण तीसरी बार जिलाध्यक्ष निर्वाचित हुए, जबकि जिला मंत्री पद दिनेश चन्द्र भट्ट व कोषाध्यक्ष पद पर रघुवीर सिंह बुटोला चुने गयें।

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अगस्त्यमुनि ।।संघ भवन अगस्त्यमुनि मे प्राईमरी टीचर्स एसोसिएशन की जनपदीय इकाई का निर्वाचन प्रान्तीय समिति के सदस्य एंव प्रर्यवेक्षक मनोज तिवारी एवं दीपक सजवाण तथा विभागीय निर्वाचन अधिकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी यशवीर सिंह रावत की देख-रेख मे सम्पन्न हुआ, जिसमे जिला इकाई के लिए 21 पदाधिकारियों को चयन किया गया अध्यक्ष पद पूर्व जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह झिक्वाण तीसरी बार निर्वाचित हुए, इन्होने अपने प्रतिद्वन्दी को 40 मतो से परास्त किया जबकि मंत्री पद पर पूर्व जिला मंत्री दिनेश चन्द्र भट्ट ने 62 मत पाकर दूसरी बार अपना कब्जा बरकरार रखा, रघुवीर सिंह बुटोला निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुने गयें।
कार्यकारिणी के अन्य पदो मे ललित मोहन काला ने 67 मत पाकर विजय हासिल की उपाध्यक्ष पद पर त्रिलोक सिंह रावत, उपेन्द्र सिंह बिष्ट शैलेन्द्र सिंह चौहान, श्रीमती गोदाम्बरी बिन्दोला मनोज कुमार शर्मा, निर्विरोध चुने गये, संयुक्त मंत्री पद पर हरीश गिरी ने जीत दर्ज कराई, इसी तरह उप मंत्री पद पर त्रिलोक सिंह बिष्ट, ने सर्वाधिक 72 मत पाकर अपनी विजय कराई, सगठन मंत्री राकेंश नैनवाल, व अनिल उनियाल, दिनेश राणा, व बीना पंवार प्रचार मंत्री उर्मिला गुसॉई विपिन त्रिपाठी, देवेन्द्र बैजवाल शूरवीर रावत, उप मंत्री कविन्द्र थपलियाल व लेखाकार पद जाकिर हुसैन चुने गयें।
निर्वाचन अधिकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री यशवीर सिंह रावत विजयी प्रत्याशियों को शुभकामनाऐं देते हुए शिक्षक शिक्षार्थी हित मे संघ के प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान विजयी प्रत्याशियो को शपथ दिलाई गई बतौर पर्यवेक्षक पहॅुचे प्रांतीय तदर्थ समिति के सदस्य मनोज तिवारी ने जनपद के शिक्षको की एकता एवं सांगठनिक निष्ठा की जम कर सहराहना करते हुए आवाह्न किया कि अब प्रॉत स्तर पर भी सशक्त नेतृत्व की जरूरत है, दूसरे पर्यवेक्षक दीपक सजवाण ने स्पष्ट किया कि यह निर्वाचन सोसायटी के निर्देशन एवं प्रॉतीय तदर्थ समिति की सहमति पर सम्पन्न कराये गये है, इस मौके पर पर पूर्व प्रान्तीय प्रवक्ता वीरेन्द्र कठैत, हरिद्वार के जिलाध्यक्ष व प्रॉतीय सदस्य मुकेश चौहान मंत्री, जितेन्द्र चौधरी, पौड़ी के जिलाध्यक्ष मनोज जुगरान, प्रदेश कार्यकारिणी के पूर्व संगठन मंत्री दिनेश सिंह रौथाण, रूद्रप्रयाग शाखाध्यक्ष चारूचन्द्र खण्डूड़ी, मंत्री लक्ष्मी नेगी, कोषाध्यक्ष रामसिंह राणा, अगस्त्यमुनि के अध्यक्ष अनूप नेगी, मंत्री गिरिजेश सेमवाल, जखोली अध्यक्ष शिव प्रसाद भट्ट, गुप्तकाशी अध्यक्ष विजय राम गोस्वामी, ऊखीमठ अध्यक्ष कैलाश मैठाणी, जखोली के अध्यक्ष अरविन्द सकलानी, मंत्री अनवर सिद्वकी, बेनी पंवार नीलम बिष्ट, उर्मिला गुसॉई, सुरेन्द्र सोनियाल, विपिन त्रिपाठी, सहित सभी शाखाओ के अध्यक्ष मंत्री एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे। नव निर्वाचित सभी पदाधिकारियों ने शिक्षको का आभार व्यक्त किया।

धारियांज गांव के ग्रामीणों ने सड़क की मांग पूरी होने पर क्षेत्रीय जनता ने चांदी का मुकुट पहनाकर किया विधायक भरत चौधरी का सम्मान।

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विकासखंड जखोली के बड़मा क्षेत्र के स्याळी-धारियांज सड़क का विधायक भरत सिंह चौधरी ने किया भूमि पूजन।
₹ 57.90 लाख की लागत से होगा 1.5 किमी सड़क का लम्बी सड़क का निर्माण।

 

रुद्रप्रयाग ।।विकासखंड जखोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत धारियांज लिए विधायक भरत सिंह चौधरी ने 1.5 किमी सड़क का भूमिपूजन किया। सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग के द्वारा 57.90 लाख की लागत से किया जायेगा। पिछले 10 वर्षो से जनता सड़क निर्माण की मांग कर रही थी। वन स्वीकृति में देरी के चलते सड़क निर्माण नहीं हो रहा था। स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने वन स्वीकृति दिलाने के लिए प्रयास किया गया। वन स्वीकृति मिलने पर सड़क निर्माण का कार्य का शुभारम्भ किया गया। सड़क का उद्घाटन के अवसर क्षेत्र की जनता ने फूल मालाओं एवं ढ़ोल दामाऊ के साथ विधायक भरत सिंह चौधरी का स्वागत किया। साथ ही ग्रामीणों की मांग पूरी होने पर जनता ने चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया। वही इस अवसर पर विधायक भरत सिंह चौधरी ने जनता द्वारा जो सम्मान दिए उसके लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा ये सम्मान उनका व्यक्तिगत सम्मान नहीं यह पूरी रुद्रप्रयाग की जनता का सम्मान है। उन्होंने कहा की वो क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए हमेसा प्रयासरत रहते है। उनका प्रयास है, अपनी माताओं-बहिनों का दुख़-दर्द को कम करके उनकी जीवन शैली को आरामदायक बनाया जाय। उसके लिए निरंतर हमारी सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा की आगे भी क्षेत्र को जी भी महत्वपूर्ण समस्या है उनका शीर्ष प्राथमिकता के साथ समाधान होगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर विभिन्न कार्यों के लिए विधायक निधि से 5 लाख देने की घोषणा की।
इसके साथ ही विधायक भरत सिंह चौधरी ने जनता उच्चर माध्यमिक विद्यालय दिग्धधार बड़मा में प्रतिभा किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय में विधायक निधि ₹10 लाख की लागत से निर्मित कक्षा-कक्षाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर विधायक भरत सिंह चौधरी ने वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के लिए विद्यालय परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा की उनका प्रयास है, अच्छी शिक्षा के लिए जो बुनियादी जरूरत है, उनको पूरा करना जिससे हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा की शिक्षा उनकी शीर्ष प्राथमिकता है। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा विधायक भरत सिंह चौधरी को सम्मानित किया गया। इस अवसर ग्राम प्रधान श्रीमती ज्योति देवी, मंडल अध्यक्ष श्री यशवीर चौहान, श्री ओम प्रकाश बहगुणा, श्री त्रिलोक सिंह रावत, नरवीर रौथान, अरुण रौथान, प्रदीप रावत, रोशन रौथान, मनोज रौथान, सुधीर रौथान, किशोर रौथान सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने किया 40 करोड़ की 14 विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण।

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मुख्यमंत्री ने वेन्डिंग जोन में 15 लाभार्थियों को सौपी दुकानों की चाबी*

*मुख्यमंत्री ने 9 जन सेवा प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना*

*रूद्रपुर वेंडिंग जोन व हंस स्पोर्टस अकादमी का किया भी मुख्यमंत्री ने किया शुभारम्भ

मुख्यमंत्री का भव्य रोड शो में जनप्रतिनिधियों, जनता ने फूल वर्षा व पुष्प मालाओं से किया स्वागत

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को रूद्रपुर में आयोजित गल्ला मंडी से मेन बजार होते हुए भव्य रोड शो के साथ कार्यक्रम स्थल गांधी पार्क पहुंचे। रोड शो में मुख्यमंत्री का रूद्रपुर की जनता, जनमानस, विभिन्न संगठनों, जनप्रतिनिधियों ने पुष्पवर्षा, फूल मालाओं, पुष्पगुच्छ से भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने गांधी पार्क रूद्रपुर में आयोजित सरकार के सेवा, सुशासन एवं विकास के 3 वर्ष पूर्ण होने पर जन सेवा थीम पर आधारित भव्य बहुउद्देशीय एवं चिकित्सा शिविर का भी अवकलोकन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगभग 40 करोड़ की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया जिसमें लगभग 30 करोड़ की 7 योजनाओं का शिलान्यास तथा 10 करोड़ की 7 योजनाओं का लोकार्पण शामिल है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नें वेंडिंग जोन में 15 गरीब रेडी, ठेली वालों को दुकानों की चाबियां सौपी। मुख्यमंत्री ने सेवा सुशासन एवं विकास के 3 साल पूर्ण होने पर जनपद की 9 विधानसभाओ हेतु 9 जन सेवा प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जन सेवा रथ प्रत्येक विधानसभा में आगामी 30 मार्च 2025 तक प्रचार-प्रसार कर योजनाओं की जानकारियां देगें। मुख्यमंत्री ने बहुद्देशीय शिविर में स्टॉलो का निरीक्षण किया तथा दही मथकर मखन निकाला। उन्होने स्टॉलो की सराहना भी की। रूद्रपुर वेंडिंग जोन व हंस स्पोर्टस अकादमी का शुभारम्भ करते हुए, मुख्यमंत्री ने स्वयं भी वैटमिंटन खेल में हाथ आजमाए।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना हेतु अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर बलिदानियों तथा आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि हम राज्य आंदोलनकारियों के स्वपनों का उत्तराखण्ड बनाने की दिश में पूरे मनोयोग से जुटे हैं। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष पूर्व जिस विश्वास के साथ राज्य की जनता ने हमें राज्य की जिम्मेदारी सौंपी थी, उस विश्वास पर हमारी सरकार खरी उतर रही है। इन तीन वर्षों में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं सहयोग से हमारी सरकार ने प्रदेश में ’’सेवा, सुशासन और विकास’’ की एक नई गाथा लिखने का प्रयास किया है। हमने अपने कार्यकाल में एक ओर जहां, शहरों से लेकर सुदूर गांवों को सड़कों से जोड़ने का प्रयास किया है, वहीं ’’उड़ान योजना’’ के माध्यम से प्रदेश के लगभग दर्जनभर नगरों के लिए हेली सेवाओं की शुरुआत कर प्रदेश की एयर कनेक्टिविटी को भी मजबूत किया है। इसी प्रकार, हमनें प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं खेल सहित सभी प्रमुख क्षेत्रों का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने की दिशा में निरंतर कार्य किया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने, उद्योग, पर्यटन, आयुष और खाद्य प्रसंस्करण सहित विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 30 से अधिक नई नीतियों को लागू कर प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने के साथ ही रोजगार के अवसर सृजित कर पलायन की समस्या से निपटने की दिशा में भी काम किया है। इतना ही नहीं, हमारी सरकार द्वारा होम स्टे योजना, लखपति दीदी योजना और सौर स्वरोजगार योजना जैसी योजनाएं लागू कर स्वरोजगार को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में लाखों गरीब परिवारों के लिए पक्का घर बनाने, निःशुल्क राशन वितरित करने, प्रतिवर्ष तीन गैस सिलेंडर प्रदान करने और वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाने के साथ ही पति-पत्नी दोनों को पेंशन की सुविधा देने जैसे अनेकों निर्णयों एवं योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचकर उनका जीवन बेहतर बनाने की दिशा में भी प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के किसानों के उत्थान एवं समृद्धि हेतु भी संकल्पित होकर कार्य कर रही है। आज जहां एक ओर, किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत प्रदेश के लगभग 8 लाख से अधिक किसान भाइयों को आर्थिक संबल मिल रहा है, वहीं किसानों को सभी प्रमुख फसलों पर बढ़ी हुई एमएसपी देकर उनकी आय में बढ़ोत्तरी भी सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही, राज्य में दुग्ध उत्पादन, मधु उत्पादन, कृषि, बागवानी, सुगन्धित पौधों एवं फूलों की खेती के साथ-साथ मोटे अनाज की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे प्रदेश में किसानों को तीन लाख रूपए तक का ऋण बिना ब्याज के देना हो, किसानों के लिए नहर से सिंचाई को बिल्कुल मुफ्त करना हो, या फिर फार्म मशीनरी बैंक् योजना के अंतर्गत कृषि उपकरण खरीदने पर 80 प्रतिशत की सब्सिडी देनी हो। हम प्रदेश के किसानों को उन्नत एवं समृद्ध बनाने की दिशा में निरन्तर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से विस्थापित होकर बड़ी संख्या में लोग हमारे उधमसिंह नगर जिले में भी रहते हैं, दुर्भाग्य की बात थी कि इस समाज के लोगों के जाति प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित लिखा जाता था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यसेवक के रूप में राज्य की सत्ता सँभालने के बाद उन्होंने कहा था कि दशकों से बंगाली समाज के लोग यहां रहकर इसी मिट्टी की सेवा कर रहे हैं, इसलिए ये लोग भी हमारे अन्य नागरिकों की तरह ही हैं, इनके साथ भेदभाव बिल्कुल नहीं होने दिया जाएगा। हमने फैसला लिया कि इनके जाति प्रमाण पत्र में पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हैं, शब्द नहीं लिखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने नजूल भूमि पर बड़ी संख्या में बसे हुए बंगाली समाज के परिवारों को उनकी भूमि का मालिकाना हक दिया, ताकि वो बेफिक्र होकर अपना पक्का मकान बना सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में ऐतिहासिक ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के आयोजन के साथ-साथ जी-20 की अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बैठकों के आयोजन तथा 38वें राष्ट्रीय खेलों का अभूतपूर्ण आयोजन कर हमने ये साबित किया है कि उत्तराखंड अब किसी से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे इन सभी कार्यों, नीतियों और योजनाओं का परिणाम है कि नीति आयोग द्वारा जारी वर्ष 2023-24 के सतत् विकास के लक्ष्यों् के इंडेक्स में उत्तराखण्ड को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, इतना ही नहीं, हमने प्रदेश की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ने का काम किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में प्रति व्यक्ति आय के मामले में 11.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ने का काम किया है। प्रदेश का विकास और समृद्धि सुनिश्चित करने के साथ ही हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु भी संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है, जिसके लिए प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून और दंगा विरोधी कानून लागू करने के साथ-साथ लैंड जिहाद, लव जेहाद और थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकता के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश की जनता से किए गए वादे को निभाते हुए देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता लागू कर सभी नागरिकों को समान अधिकार देने का ऐतिहासिक कार्य भी किया है। ये कानून विशेष रूप से हमारी मुस्लिम बहनों को विभिन्न प्रकार के उत्पीड़नों से मुक्ति दिलाने में मील की पत्थर सिद्ध होगा। इतना ही नहीं, देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर परीक्षाओं में नकल की समस्या को जड़ से मिटाने के साथ ही नकल माफियाओं की रीढ़ तोड़ने का काम भी इन तीन वर्षों में किया है। पिछले तीन वर्षों में पूरी पारदर्शिता के साथ प्रदेश के 20 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिलना इस बात का सबूत है कि हमारी सरकार जो कहती है, उसे करने का पूरा प्रयास करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को 30 प्रतिशत और राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का वो ऐतिहासिक कार्य भी किया है, जिसे पूर्ववर्ती सरकारों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उन्होंने कहा कि आज यदि हम उधमसिंह नगर जनपद की बात करें तो, जहां एक ओर रूद्रपुर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है, वहीं किच्छा में 351 करोड़ रूपए की लागत से 100 एकड़ भूमि पर एम्स ऋषिकेश के सैटेलाइट सेंटर का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इसके साथ ही, हल्द्वानी से कई शहरों के लिए हेली सेवाएं शुरु करने के साथ-साथ हम पंतनगर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा भी बना रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 170 करोड़ रूपए की लागत से गदरपुर बाईपास और 95 करोड़ रूपए की लागत से खटीमा बाईपास का निर्माण कार्य पूरा करने के साथ ही 1152 करोड़ रूपए की लागत से रूद्रपुर बाईपास का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा जहां एक ओर खटीमा और किच्छा में बस अड्डे का निर्माण किया जा रहा है। वहीं करोड़ों रूपए की लागत से जनपद के रूद्रपुर और चकरपुर मे खेल स्टेडियम, बहुउद्देश्यीय हॉल, साइकिलिंग ट्रैक और एथलेटिक्स ट्रैक सहित विभिन्न प्रकार की खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया है। जहां पर अभी हाल ही में आयोजित हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान कई प्रतियोगिताओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इतना ही नहीं, आज जहां एक ओर, सितारगंज में मछली पालकों के लिए एक्वा पार्क बनाया जा रहा है, वहीं खुरपिया में एक स्मार्ट औद्योगिक नगर विकसित करने की प्रक्रिया भी गतिमान है। इस औद्योगिक नगर के स्थापित होने से न केवल उधम सिंह नगर बल्कि पूरे उत्तराखंड के हजारों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि में गोविंद घाट से हेमकुंड साहिब तक 12.5 किलोमीटर लंबे रोपवे का निर्माण लगभग 27 सौ करोड़ रुपए की लागत से कराये जाने को मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गोविन्द घाट से हेमकुंड साहिब तक बनने वाले रोपवे को विकास के 9 रत्नों में शामिल किया है। इस रोपवे के निर्माण के बाद हेमकुंड साहिब आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी, क्योंकि 19 किमी की पैदल चढ़ाई रोपवे से महज 45 मिनट में पूरी हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हम उत्तराखंड को प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी और आत्मनिर्भर नहीं बना लेंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।

मुख्यमंत्री ने जिन योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया उनमें 494.89 लाख की लागत से गौशाला निर्माण, 60.11 लाख की लागत से बिगवाड़ा शमशान घाट में स्व0 शहीद वीरेन्द्र सिंह सामन्ती स्मृति में चाहर दीवारी, मुख्य द्वार, क्रियाघर जीर्णाेद्धार एवं टाईलिंग कार्य, 49.72 लाख से नगर निगम क्षेत्रान्तार्गत सब्जी मंडी का जीर्णाेद्धार, 39.89 लाख से 5 ग्रीन पार्क सौन्दर्यकरण, 165.09 लाख से 4 हाईटेक शौचालय निर्माण, 1801.93 लाख से कलेक्टेªट परिसर में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण कार्यालय भवन निर्माण व 317.90 लाख की धनराशि से निर्माणाधीन किच्छा नवीन बस अड्डा के मुख्य द्वारा पर आवगमन व निकासी हेतु पुलिया निर्माण कार्याे का शिलान्यास एवं 601.49 लाख से निर्मित वेन्डिंग जोन, 171.23 लाख से वेस्ट प्लांट निर्माण कार्य, 34.15 लाख की धनराशि से ट्रांजिट कैम्प में स्ट्रीट लाईट, 43.87 लाख से एबीसी सेंटर कार्य, 171.83 लाख की लागत से एफएसटीपी सेंटर कार्य व नगर निगम रूद्रपुर कार्यालय में कमांड सेंटर एवं स्वच्छता एप व नगर निगम जोनल कार्यालय का लोकार्पण शामिल है।

इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा, महापौर विकास शर्मा ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र की विभिन्न समास्याओं से संबंधित लिखित मांग पत्र भी सौंपा। महापौर विकास शर्मा ने रूद्रपुर की कई समस्याएं गिनाते हुए अटरिया माता मंदिर का सौंदर्गीकरण, बगवाड़ा से तीन पानी डाम तक जाने वाली सड़क के किनारे नाले को कवर कर सड़क का चौड़ीकरण करने, मुख्य बाजार में बचे हुए फुटपाथ और नाले का निर्माण करने, शिवनगर मोड़ पर शॉपिंग काम्म्पलेक्स का निर्माण करने, ट्रांजिट कैम्प में सिटी पार्क बनाने, गंगापुर रोड का चौड़ीकरण करने, रूद्रपुर को स्पोर्ट सिटी के रूप में विकसित करने, नगर निगम को एंबुलेंस उपलब्ध कराने सहित 20 सूत्रीय मांगें रखी।
इस अवसर पर विधायक काशीपुर त्रिलोक सिंह चीमा, महापौर काशीपुर दीपक बाली, राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, प्रशासक जिला पंचायत रेनू गंगवार, अध्यक्ष नगर पालिका खटीमा रामू जोशी, जिला अध्यक्ष कमल जिंदल, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, डॉ0 प्रेम सिंह राणा, पूर्व मेयर रामपाल सिंह, आयुक्त कुमांऊ मण्डल दीपक रावत, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, सहित पार्षद व क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।

पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में 3 साल में हुये ऐतिहासिक कार्य। विधायक भरत चौधरी ने सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल में किये गए कार्यों का रखा ब्यौरा।

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  1. भाजपा जिला पार्टी कार्यालय रुद्रप्रयाग में पत्रकार वार्ता में रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार में तीन सालों में ऐतिहासिक कार्य हुए है, और सरकार ने राज्य हित में महत्वपूर्ण फैसले लिये जिमसें प्रमुख रूप से यूनिफॉर्म सिविल कोड, सख्त भू-कानून, नकल विरोधी कानून, राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में 10% क्षेतिज आरक्षण के साथ ही सरकार द्वारा महिलाओं के लिए सरकारी नौकरी में 30% आरक्षण लागू किया गया है। धर्मांतरण जैसे घटनाओं को रोकने के लिए सशक्त धर्मांतरण कानून लागू किया गया है। इसके साथ ही पिछले तीन सालों में सरकार ने विभिन्न पदों पर 20 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकारी सेवा में रोजगार देने का कार्य की है। स्वरोजगार के माध्यम से विभिन्न योजनाओं को 50 हजार से अधिक युवाओं को जोड़ा गया है। आज सरकार युवाओं स्वरोजगार से जोड़ने के लिए होम स्टे योजना, प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना संचालित कर रही है। इसके साथ ही सरकार महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए निरंतर स्वयं सहायता समूह के माध्यम कार्य कर रही है। 1 लाख 25 हजार महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। हमारी मुख्य आर्थिकी और पर्यटन और तीर्थाटन है। जिस पर सरकार निरन्तर कार्य कर रही है। इस बार चार धाम यात्रा को सरकार व्यवस्थित रूप से संचालित करेगी। जिससे आमजन और यात्रियों को कोई समस्या न हो। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भव्य ये दिव्य केदारपुरी का निर्माण हो रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा केदारनाथ रोपवे के लिए चार हजार करोड़ से अधिक की धनराशि स्वीकृत हुई है। जिसके निर्माण होने तीर्थंयात्रियों में निरन्तर वृद्धि होगी। इसके साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन कार्य वर्ष 2027 तक पूर्ण होगा। जो पहाड़ के विकास के लिए गेम चेंजर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस बार नई पहल कर शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ किया गया है। जिसका की आने वाले समय अच्छे परिणाम आएंगे। और उत्तराखंड में 12 महीने पर्यटन और तीर्थाटन रहेगा। जिसका फायदा यहाँ के स्थानीय लोगो को मिलेगा। 38 वें राष्ट्रीय खेलों का सरकार ने शानदार आयोजन कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सतत विकास सूचकांक के लक्ष्य में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर रहा है। आज डबल इंजन की सरकार में सभी कार्य धरातल पर हो रहे है। जिसका लाभ आमजन को मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि तीन सालों विधानसभा क्षेत्र रुद्रप्रयाग को मिली 675 करोड़ से अधिक लागत की योजनाओं की स्वीकृति।
रुद्रप्रयाग विधायक श्री भरत सिंह चौधरी द्वारा सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर पत्रकार वार्ता के माध्यम से अपने कार्यों को एवं सरकार की उपलब्धियों को बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में तीन सालों में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के लिए विगत 3 वर्षों में 675 करोड़ की कार्यों की स्वीकृति प्रदान हुई है और सभी लगभग धरातल पर गतिमान है। जिसमें सड़कों के क्षेत्र विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सड़कों के डामरीकरण, नवनिर्माण पुलों के निर्माण के लिए ₹385 करोड़ स्वीकृत हुए है। जिसमें प्रमुख रूप से बरसीर रणधार बधानिताल सड़क हॉटमिक्स, नगरासू धनुपर डांडाखाल सड़क हॉटमिक्स निर्माण, सिल्ली चाका मोटर पुल, नगरसु-कोठगी मोटर मोटर पुल प्रमुख की स्वीकृति प्रमुख है। इसके साथ ही, पेयजल के क्षेत्र विधानसभा के तीन बडी पट्टियों में जिसमें भरदर क्षेत्र के तल्लानागपुर क्षेत्र बच्छणस्यू क्षेत्र के लिए ₹85 करोड़ की पेयजल योजनायें स्वीकृति हुई। जिन पर तीव्र गति से कार्य चल रहा है। आने वाले समय मे जल्द पेयजल की जो समस्या है वो खत्म होगी। इसके साथ ही जल जीवन मिशन के तहत विधानसभा क्षेत्र के सभी गांव में कार्य चल रहा। जिसका लाभ जनता को मिलेगा। वही उन्होंने कहा कि स्वस्थ के क्षेत्र में निरंतर बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा, जिसमें चिकित्सकों की नियुक्ति के साथ ही कोठगी में 28.40 करोड़ की लागत से नर्सिंग कॉलेज का निर्माण गतिमान है,अंतिम चरण में कार्य गतिमान है, वही शंकराचार्य जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में 20 करोड़ की लागत से 50 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट का कार्य गतिमान है। वही जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन मशीन के साथ अत्याधुनिक लैब स्थापित करने का कार्य किया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में 55 करोड़ से ज्यादा की योजनाएं स्वीकृति हुई है।आने वाले समय मे ओर बेहतर सुविधाएं जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में आम जनता को उपलब्ध होगी। वही उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल की तरह इस बार भी शिक्षा के क्षेत्र को बेहतर करने का प्रयास जारी है। जिसमें सुमाड़ी में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय का 45 करोड़ की लागत से कार्य गतिमान है, सिद्धसौध को क्लस्टर विद्यालय का कार्य चल रहा। साथ ही जिला योजना खनन न्याय व विधायक निधि के राज्य योजना से विभिन्न विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं के लिए 10 करोड़ से अधिक की धनराशि स्वीकृत हुई। और कार्य गतिमान है। इसके साथ ही तल्लानागपुर क्षेत्र के धारकोट में मिनी स्टेडियम सहित के लिए ₹97 लाख की स्वीकृति के साथ ही विधानसभा क्षेत्र के जखोली एवं अगस्तमुनि विकासखंड 109 ग्राम पंचायतों में जलागम प्रबन्ध परियोजना की स्वीकृति प्रदान हुई है। उन सभी ग्राम पंचायतों में पलायन रोकथाम, कृषि, पशुपालन से सम्बंधित कई कार्य होंगे। जिसका लाभ इन सभी गांव के लोगों को मिलेगा। इसके रुद्रप्रयाग शहर में पार्किंग की जो सबसे बड़ी समस्या रहती है, उससे निजात दिलाने के लिए ₹7.10 की धनराशि मल्टीस्टोरेज पार्किंग के लिए स्वीकृति हुई। जिसका की जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ होने वाला है। उन्होंने कहा कि तीन सालों में पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार सेवा सुशासन एव समर्पण के साथ कार्य कर रही और आने वाले समय में नए आयाम स्थापित करेगी।

धामी सरकार की दिशा में चारधाम यात्रा 2025 के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े सुधार, श्रद्धालुओं को मिलेगा बेहतरीन इलाज“*

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154 एम्बुलेंस तैनात, हेलीकॉप्टर और बोट एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध, ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य निगरानी*

देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार चारधाम यात्रा 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के मार्गदर्शन में विभाग ने यात्रा को और अधिक सुगम, सुरक्षित और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस बार यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के मद्देनजर व्यापक तैयारियां की हैं। इस बार चारधाम और यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व विस्तार किया जा रहा है।

केदारनाथ और बद्रीनाथ में नए अस्पतालों की शुरुआत
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि इस बार केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में दो नए अस्पताल खोले जा रहे हैं। केदारनाथ में 17 बेड और बद्रीनाथ में 45 बेड के अस्पताल स्थापित किए जाएंगे, जो तीर्थयात्रियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे। इसके अलावा, यात्रा मार्ग पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।

नई स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
इस साल यात्रा मार्ग में 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (एमआरपी) और 31 स्वास्थ्य जांच केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो तीर्थयात्रियों की उच्च ऊंचाई से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं की जांच करेंगे। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जैसे ट्रांजिट जिलों में 37 स्थायी स्वास्थ्य केंद्रों को सुदृढ़ किया गया है और नई स्क्रीनिंग इकाइयों की स्थापना की योजना बनाई गई है।

154 एम्बुलेंस तैनात, हेलीकॉप्टर और बोट एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्ग पर 154 एम्बुलेंस तैनात करने का निर्णय लिया है, जिनमें 17 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस शामिल हैं। इसके अलावा, एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस और टिहरी झील में बोट एम्बुलेंस भी उपलब्ध रहेंगी, ताकि आपातकालीन स्थिति में श्रद्धालुओं को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।

सुरक्षा को लेकर नई रणनीतियाँ
पिछले साल 34,000 से अधिक मेडिकल आपातकालीन मामले सामने आए थे, जिसमें 1,011 मरीजों को एम्बुलेंस द्वारा और 90 मरीजों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया था। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि इस साल स्वास्थ्य मित्रों (फर्स्ट मेडिकल रिस्पॉन्डर) की संख्या बढ़ाई जा रही है, ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।

ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य निगरानी
स्वास्थ्य सेवाओं को तकनीकी रूप से उन्नत किया जा रहा है। इस वर्ष ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल को अपग्रेड किया जाएगा, जिसमें एक ैव्ै बटन जोड़ा जाएगा, ताकि तीर्थयात्री आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें। इसके अलावा, प्वाइंट ऑफ केयर टेस्टिंग डिवाइस के माध्यम से तीर्थयात्रियों की 28 महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंडों की तुरंत जांच की जाएगी।

धामी सरकार की प्रतिबद्धता
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि पिछले वर्ष लाखों श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की थी। उच्च ऊंचाई से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण महज कुछ श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबधी दिक्कते हुईं। इस बार स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार किया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार से धनराशि स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन के रूप में मंजूर की गई है और गुप्तकाशी में 50 बेड के अस्पताल के लिए बजट स्वीकृत किया गया है।

आगे की योजना और यात्रियों की सुरक्षा
इस बार तीर्थयात्रियों के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य घोषणा को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि यात्रा से पहले ही हाई-रिस्क तीर्थयात्रियों की पहचान की जा सके। इसके अलावा, आपातकालीन कॉल सेंटर को और मजबूत किया जाएगा और यात्रा मार्ग पर होटल, धर्मशाला, खच्चर चालकों और अन्य स्थानीय सेवाओं से जुड़े लोगों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नेतृत्व में राज्य सरकार का यह प्रयास है कि चारधाम यात्रा 2025 को श्रद्धालुओं के लिए न केवल आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी सुरक्षित और सुकूनदायक बनाया जाए।