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Tuesday, October 15, 2024
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केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव तिथि हुई तय,20 नवम्बर को बोटिंग व 23 नवम्बर को होगी मतगणना।

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रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। विधानसभा में उप चुनाव 20 नवम्बर को होगा। जबकि मतगणना 23 नवम्बर को होगी। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तिथि की घोषित करते हुए केदारघाटी में राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। केदारनाथ विधानसभा में कुल 90518 वोटर हैं जिनमें से पुरुष- 44676 और महिला 45822 मतदाता है।

केदारनाथ उप चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता

22 अक्टूबर से शुरू होगी उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया

29 अक्टूबर को नामांकन की आँखिरी तारीख़

4 नवंबर को नामांकन वापसी का आँखिरी दिन

केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को होगा मतदान

23 नवंबर को होगी मतगणना

 

केदारनाथ उप चुनाव की घोषणा होते ही केदारघाटी में चुनावी माहौल गर्मा गया है। हालांकि अभी भी भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है किंतु संभावित दावेदारों ने पहले ही क्षेत्र में अपना जन सम्पर्क शुरू कर दिया है। बताते चलें कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी। बदरीनाथ और मंगलौर उप चुनाव हार के बाद भाजपा इस सीट पर जीत के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।

23 नवम्बर को होगी मतों की गिनती

प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा क्षेत्रीय विकास के लिए पूर्व में कई घोषणाएं की है जबकि कई वरिष्ठ मंत्रियों ने केदारघाटी का भ्रमण कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की दिशा में पहल की। उम्मीद जताई जा रही है कि इस सीट पर भी मुकाबला रोचक हो सकता है। यह भी माना जा रहा है कि भाजपा से टिकट न मिलने की स्थिति में कुलदीप रावत निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं। जबकि भाजपा-कांग्रेस के अलावा निर्दलीय, माकपा, यूकेडी और आप प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।

यह है प्रमुख दावेदार-
भाजपा से आशा नौटियाल, कुलदीप रावत, , ऐश्वर्या रावत, 
कांग्रेस से मनोज रावत, डॉ हरक सिंह रावत, 
निर्दलीय- त्रिभुवन चौहान।

रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों चिकित्सा निदेशालय का वरिष्ठ सहायक हुआ गिरफ्तार।

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  • देहरादून- विजिलेंस की राजधानी देहरादून में बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। विजिलेंस की टीम ने चिकित्सा निदेशालय काे वरिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद से हड़कंप मच गया है।विजिलेंस की टीम ने चिकित्सा निदेशालय के वरिष्ठ सहायक को छह हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

बीते दिनों विजिलेंस ने लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई करके रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ एक्शन जारी रखा है। वही विजिलेंस की टीम द्वारा आज एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड के वरिष्ठ सहायक मुकेश कोटियाल को 6 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

शिकायतकर्ता की ओर से पहले ही सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि कोटियाल ने चिकित्सा प्रतिपूर्ति की फाइल पास करने के एवज में 8,500 रुपये की मांग की थी, जिसमें से 2,500 रुपये पहले ही दिए जा चुके थे। सतर्कता विभाग के एसपी धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि आरोपी को आज रिश्वत की शेष राशि लेते हुए टीम ने पकड़ा। आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। विजिलेंस की टीम द्वारा आरोपी से पूछताछ और अग्रिम कार्रवाई जारी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारघाटी की जनता को दो और बड़ी सौगात दी है।

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*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारघाटी की जनता को दो और बड़ी सौगात दी है।

*केदारवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित प्रदेश सरकार

मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जनपद रुद्रप्रयाग के विकासखंड ऊखीमठ में गुप्तकाशी-जाखधार-त्यूडी मोटर मार्ग से देवर मोटरमार्ग के 8.5 किमी सुधरीकरण एवं डामरीकरण कार्य के लिए 4 करोड़ 71 लाख की स्वीकृति दी गई है।

इसके अतिरिक्त विकासखंड अगस्त्यमुनि के अंदर गढ़ी से धर्तोलिया मोटरमार्ग के 4.5 किमी सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य के लिए 3 करोड़ 68 लाख की स्वीकृति दी है।

इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तल्ला नागपुर घाटी के लिए भी बड़ी सौगात देते हुए कांडई जगतोली मोटर मार्ग के मिसिंग लिंक को जोड़ने का काम शुरू कर दिया है। जिसका आज कार्य शुरू हो गया है।

गौरतलब है कि केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की जनता से वादा करते हुए कहा कि जब तक आपका विधायक नहीं बनता तब तक मैं ख़ुद वहाँ का विधायक बनकर काम करूँगा। मुख्यमंत्री ने अपने वादे के अनुरूप केदारघाटी समेत, तल्ला नागपुर, कालीमठ घाटी, मध्यमहेश्वर घाटी के लिए भी विभिन्न विकास योजनाओं की ना सिर्फ घोषणा की है बल्कि उनपर कार्य भी शुरू कर दिया है।

दशज्यूला क्षेत्र की दशकों पुरानी सड़क की लंबित मांग अब हुई पूर्ण,रूद्रप्रयाग क्षेत्र का विकास हमारी प्राथमिकता-मुख्यमंत्री

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*क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार*

*रूद्रप्रयाग क्षेत्र का विकास हमारी प्राथमिकता-मुख्यमंत्री*

जनपद रूद्रप्रयाग के अन्तर्गत दशज्यूला क्षेत्र की कोटखाल-जगतोली मिसिंग मोटर मार्ग जरम्वाड तक मिलाने की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 13 सितंबर 2024 को प्रदान की गई थी। दशकों से क्षेत्रवासी इस सड़क की मांग कर रहे थे। जगतोली दशज्यूला विकास महोत्सव 2024 को वर्चुअली संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने इस सड़क निर्माण की घोषण की थी। मुख्यमंत्री को बतौर मुख्य अतिथि इस कार्यक्रम में सम्मिलित होना था। किन्तु भारी वर्षा के कारण कार्यक्रम में शामिल नही हो पाए तथा उनके द्वारा वर्चुवल सम्बोधन में इस मोटर मार्ग की स्वीकृति की घोषणा की गई थी।
इस मोटर मार्ग की टेन्डर प्रकिया पूर्ण करते हुए आज 14 अक्टूबर, 2024 को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वर्चुअली विधिवत भूमि पूजन के फलस्वरुप कार्य प्रारंभ हो गया है। इस मोटर मार्ग से दशज्यूला काण्डई क्षेत्र के 30 से अधिक गांव को एवं तल्ला नागपुर क्षेत्र की जनता को इस मोटर मार्ग का लाभ मिलेगा साथ ही क्षेत्र की जनता को गौचर आवागमन में सुगमता होगी। इस बहुप्रतिक्षित मांग को पूरा करने पर क्षेत्रीय जनता द्वारा मुख्यमत्री श्री पुष्कर सिह धामी का धन्यवाद भी ज्ञापित किया गया।
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल रूप से सभी क्षेत्रवासियों के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रूद्रप्रयाग क्षेत्र का विकास हमारी प्राथमिकता है। राज्य सरकार प्रदेश को सतत विकास की दृष्टि से देश में एक अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को पूरा करने का लगातार प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित हर क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास हो रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए प्रदेश के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होने कहा कि केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है। कार्यक्रम का सफल संचालन कालिका कांडपाल द्वारा किया गया।

समाजसेवी कुलदीप रावत की केदारनाथ विधानसभा में बढ़ती लोकप्रियता भाजपा व कांग्रेश के लिए बना सरदर्द।

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रुद्रप्रयाग। बीते कई सालों से जन सेवा में जुटे समाज सेवी एवं भाजपा नेता कुलदीप रावत के ऊखीमठ आगमन पर तुंगनाथ, मदमहेश्वर एवं कालीमठ घाटी की क्षेत्रीय जनता के सहयोग से जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों, विभिन्न गांवों की महिला मंगल दलों व ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। इस दौरान क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। साथ ही स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर मंगोली गांव निवासी मिष्टी नौटियाल को सम्मानित किया गया।

स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली मंगोली निासी मिष्टी नौटियाल को किया सम्मानित

ऊखीमठ में मधु गंगा हैलीपैड में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में भाग लेते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता व सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप रावत ने कहा कि हर समस्या का निराकरण सामुहिक पहल से किया जा सकता है। किंतु राज्य गठन के 24 वर्षों के बाद भी जनभावनाओं की आशा के अनुरूप विकास की नीति नहीं बन पाई है। इसलिए हर क्षेत्र में समस्याएं कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि सघर्षो की बदौलत सफलता मिलती है तथा सघर्ष से मानव को जीने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि केदार विधानसभा को प्रकृति ने अनमोल खजाने की तरह सजाया व संवारा है किंतु आज तक लघु उद्योगों को बढ़ावा न मिलने से यहां का युवा अपने को ठगा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा में लघु उद्योगों को बढ़ावा देकर यहां के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल होती तो राज्य गठन के 24 वर्षों में केदारनाथ विधानसभा की तकदीर व तस्वीर अलग होती। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 की आपदा के बाद उन्होंने 70 गरीब व असहाय कन्याओं को गोद लेकर उनका सम्पूर्ण खर्चा बहन करने की प्रेरणा उस परम पिता परमेश्वर से मिली है। जनता की निस्वार्थ सेवा करने से परम आनन्द की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि मुझे समाज सेवा करने की प्रेरणा पग-पग पर मिलती है किंतु कुछ लोग मुझे बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। बावजूद निरंतर समाज की सेवा निष्ठा, समर्पण व त्याग की भावना से करता रहूंगा।

 

वर्ष 2013 की आपदा के बाद से 70 निर्धन एवं असहाय बेटियों को गोद लेकर बहन कर रहे सम्पूर्ण खर्चा

तल्ला नागपुर के लक्ष्मण बर्त्वाल ने कहा कि कुलदीप रावत दो दशक से सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय आपका योगदान समाज में हमेशा याद रहेगा। अमित मैखण्डी ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा को आज कुलदीप रावत जैसे समाज को समर्पित लोगों की जरूरत है जिनके कुशल नेतृत्व में विकास का पहिया अग्रसर हो सकता है। प्रह्लाद राणा ने कहा कि निस्वार्थ भावना से कार्य करने वाले व्यक्ति को ही केदारनाथ विधानसभा का नेतृत्व मिलना चाहिए। क्षेत्र पंचायत सदस्य विजय लक्ष्मी तिवारी ने कहा कि जनता जर्नादन का निर्णय सर्वोपरि होता है इसलिए जनता को अपना निर्णय समाज को समर्पित व्यक्ति के पक्ष में लेना चाहिए। जन संवाद कार्यक्रम का संचालन मनोज बेजवाल व शान्ति चमोला ने सयुंक्त रुप से किया।

क्षेत्रीय हित में कुलदीप रावत को देना होगा जन समर्थन

इस मौके पर प्रधान तड़ाग बृजमोहन सिंह नेगी, सभासद सरला रावत, पूर्व प्रधान सरिता देवी, लवीश राणा ,सौरभ भट्ट, अंकित रावत, पवन राणा, बलवन्त रावत दिलवर नेगी, मनवर नेगी, नरेन्द्र सिंह नेगी, अवधेश रावत, जगदीश पुजारी, भक्त दर्शन रावत, संजय मनवाल, श्याम सिंह बिष्ट, नारायण सिंह पंवार, मिलिथा धर्म्वाण शर्मिला देवी, आरती शैव, रजनी देवी सतेश्वरी देवी, सरिता देवी, दिव्या देवी रणवीर फर्स्वाण कुलदीप राणा सूरजपाल नेगी दीपक भण्डारी भरत सिंह राणा, हिम्मत सिंह नेगी परशुराम सेमवाल नागेन्द्र राणा सहित ऊखीमठ, तुंगनाथ, मदमहेश्वर, कालीमठ घाटियों के जनप्रतिनिधि, महिला मंगल दलों व कीर्तन मण्डलियों के पदाधिकारी व कई सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।

माँ इन्द्रासनी के भक्तों का12 साल का इंतजार हुआ खत्म, जल्दी ही मां इन्द्रासनी निकलेगी अपनी देवरा यात्रा पर, डोली वापसी, कुंड गज सहित अनेक तिथि हुई घोषित।

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*इन्द्रासनी के भक्तों का 12 साल का इंतजार हुआ खत्म, जल्दी ही मां इन्द्रासनी निकलेगी अपनी देवरा यात्रा पर, डोली वापसी, कुंड गज सहित अनेक तिथि हुई घोषित
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जैसे की मां इन्द्रासनी के समस्त भक्त गण अवगत ही है कि मां इन्द्रासनी प्रत्येक 12 वर्ष में दिवारा यात्रा पर निकलती है. यात्रा समाप्ति के पश्चात माँ का एक विशाल महायज्ञ होता है. जिसका इंतजार सभी भक्तों, दिशा- धियांडी व उन समस्त प्रवासियों को रहता है जो कि जो कि अपने स्थानीय गांव को छोड़कर कहीं और बस गए हैं। मां इन्द्रासनी का 12 वर्षों में होने वाले महायज्ञ का सभी भक्तजनों का इंतजार समाप्त हो चुका है क्योंकि मां इन्द्रासनी के महायज्ञ व देवरा जाने की तिथियां शुभ दिन निकालकर नियत किया गया है इसके पश्चात देवरा यात्रा का शुभ मुहूर्त निकलते ही सभी भक्तों में उल्लास है तथा जो दिशा -धियांडी व उन समस्त प्रवासियों को जो कि अपने गांव को छोड़कर कहीं और बस गए हैं उनको फिर अपनी जन्मभूमि में 12 वर्ष बाद लौटने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है मां इन्द्रासनी की असीम कृपा से वर्ष 2025 में होने वाले महायज्ञ जिसमें मां इन्द्रासनी दिनांक 26 नवंबर 2024 को देवरा हेतु निकलेगी तथा दिनांक 27 जनवरी 2025 को देवरा समापन के पश्चात अपने मूल निवास स्थान ग्राम कंडाली में वापस आएगी तथा दिनांक 30 जनवरी 2025 को कुंडगज व 6 फरवरी 2025 को जल यात्रा व 7 फरवरी 2025 को पूर्णाहुति दी जाएगी इस महायज्ञ में अत्यधिक भक्त जनों की भीड़ होने की आशंका है जिस हेतु मंदिर समिति द्वारा कुशल प्रबंधन किया गया है *सभी भक्तजन, दिशा -धियांडी, व समस्त उन प्रवासियों को मंदिर समिति की ओर से प्रार्थना है कि आपको माँ इन्द्रासनी अपने इस विशाल महाकुंभ में बुला रही है

भगवान बदरी नारायण के कपाट 17 नवम्बर को रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर शीतकाल के लिए होंगे बंद।

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बद्रीनाथ (चमोली)-विजय दशमी के पा गएवन पर्व पर विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल में बंद होने की तिथि परंपरा अनुसार निकाली जाती है। पंचांग गणना के अनुसार कपाट बंद होने की तिथि निश्चित की जाती है जिसमें मुख्य पुजारी रावल जी, धर्माधिकारी समेत मंदिर समिति के शीर्ष अधिकारी उपस्थित होते है। इसी अवसर पर आने वाले वर्ष के लिए पगड़ी परंपरा निभाने वाले हक-हकूकधारियों की घोषणा भी की जाती है। मान्यता अनुसार भू-बैकुण्ठ धाम बदरीनाथ में पूजा का अधिकार 6 माह मनुष्यों को एवं 6 माह देवताओं को है। ऐसी मान्यता है कि शीतकाल में 6 माह देवताओं के प्रतिनिधि नारद जी द्वारा भगवान नारायण की पूजा सम्पन्न की जाती है। इस वर्ष पंचाग गणना के बाद बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार 17 नवम्बर को रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर बंद होने का मुहूर्त निकला है। हालांकि कपाट बंद होने की प्रक्रिया 13 नवम्बर बुधवार से शुरू हो जायेगी-
13 नवम्बर बुधवार को प्रातः गणेश जी की पूजा के बाद सांयकाल में गणेश जी के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
14 नवम्बर बृहस्पतिवार के दिन भगवान शंकर आदिकेदारेश्वर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
15 नवम्बर शुक्रवार के दिन वेद और खड्ग पूजन किया जायेगा इस दिन से धाम में वेदों का उच्चारण बंद हो जाता है।

16 नवम्बर को शनिवार को महालक्ष्मी पूजन किया जायेगा।

17 नवम्बर को भगवान प्रभात में भगवान का पुष्प श्रृंगार किया जायेगा उसके बाद रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर मीन लग्न में भगवान के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिए जाएंगे।

18 नवम्बर को कुबेर और उद्दव जी की डोली पांडुकेश्वर पहुंचेगी।

19 नवम्बर को पूजा के पश्चात शंकराचार्य जी की डोली जोशीमठ नृसिंह मंदिर के लिए रवाना होगी और सांयकाल में भगवान शकराचार्य जी की डोली नृसिंह मंदिर में विराजित होगी।

द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 20 नवंबर तथा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद होंगे।

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उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2024

• द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 20 नवंबर तथा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर को बंद होंगे।

• कपाट बंद के बाद शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचेगी देव डोलियां।

• मद्महेश्वर मेला 23 नंवबर को आयोजित।

उखीमठ/ मक्कूमठ: 12 अक्टूबर । पंचकेदार में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट 20 नवंबर को शुभ लग्नानुसार प्रात काल को बंद होंगे। तथा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट सोमवार 4 नवंबर पूर्वाह्न 11 बजे बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद श्री मद्महेश्वर भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
तथा 23 नवंबर को मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा।

श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि पंचकेदार गद्दस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में आज शनिवार 12 अक्टूबर दशहरे के शुभ अवसर पर पंचांग गणना पश्चात घोषित हुई ,तथा मद्महेश्वर मेला तथा देव डोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने का कार्यक्रम भी घोषित हो गया।

श्री मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होने के बाद भगवान मद्महेश्वर जी की चल विग्रह डोली 20 नवंबर को प्रथम पड़ाव गौडार गांव 21 नवंबर को दूसरे पड़ाव रांसी 22 नवंबर गिरिया तथा 23 श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। शनिवार 23 नवंबर को श्री मद्महेश्वर मेला संपन्न होगा।
कपाट बंद होने की तिथि तय करने के अवसर पर पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, नवीन मैठाणी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, देवानंद गैरोला, जेई सूरज मलासी, प्रेम सिंह रावत, वीरेश्वर भट्ट नवीन शैव,वर्ध जमलोकी, सत्यप्रसाद सेमवाल, शंकर स्वामी, पंच गौंडार से मदन पंवार ( भंडारी) ब्राह्मण खोली पंडितगण सहित पंचगाई हक हकूहकधारी आदि मौजूद रहे।

इसी तरह तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट तुला लग्न में सोमवार 4 नवंबर पूर्वाह्न 11 बजे को बंद होंगे।

कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में तय हुई इस अवसर पर मठापति रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक बलबीर नेगी, पुजारी भारत मैठाणी, मुकेश मैठाणी, उमादत्त, विनोद मैठाणी, आचार्य रविंद्र मैठाणी,माहेश्वर प्रसाद, शांति प्रसाद,शेखर चंद्र, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयबीर नेगी,दिलवर नेगी, एवं हक-हकूकधारी मौजूद आदि मौजूद रहे।

श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ प्रभारी/प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी तथा प्रबंधक बलबीर नेगी ने संयुक्त बयान में बताया है कि इस यात्रा वर्ष 13372 श्रद्धालु द्वितीय केदार मद्महेश्वर पहुंचे तथा 140322 से तीर्थयात्रियों ने तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के दर्शन किये।

कपाट बंद होने के बाद तृतीय केदार तुंगनाथ जी की चल विग्रह उत्सव डोली 4 नवंबर को प्रथम पड़ाव चोपता पहुंचेगी‌ 5 नवंबर को भनकुन गुफा 6 नवंबर को भी भनकुन प्रवास करेगी तथा बृहस्पतिवार 7 नवंबर को शीतकाल गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ मंदिर गर्भ गृह में शीतकाल हेतु विराजमान हो जायेगी।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्य में गौचर के पास एक सुरंग हुई आर पार

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गौचर (चमोली)- ऋषिकेश‌‌-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्य में एक उपलब्धि और जुड़ गई है गौचर के पास mt5 , mt6 लगभग 2700 मीटर की एक सुरंग आर पार हो गई है.मेगा कंपनी के तत्वावधान में निर्मित कमेंडा गांव की सीमा से भटनगर गांव की सीमा तक सुरंग खुदान का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मेगा कंपनी के सर्वे इंचार्ज दिनेश सिंह बिष्ट ने बताया कि सुरंग के निर्माण में लगभग 3 साल का वक्त लगा। इस सुरंग के निर्माण कार्य के पूरा होने पर कंपनी के कर्मचारियों ने खुशी व्यक्ति की। जानकारी अनुसार ऋषिकेश करनप्रयाग रेल लाइन परियोजना का 75% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है 2025 तक सभी सुरंगों का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ऋषिकेश करणप्रयाग रेल लाइन ऋषिकेश से करणप्रयाग तक 125 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का 104 किलोमीटर हिस्सा सुरंग से होकर गुजरेगा। शेष 21 किलोमीटर में पुल और रेलवे स्टेशन होंगे रेलवे लाइन का 84 फ़ीसदी हिस्सा सुरंग के अंदर से गुजरेगा रेल लाइन पर 16 मुख्य व 12 सहायक सुरंगे बनाई जाएगी। सात सहायक सुरंगें ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे से जोड़ी जा रही है जो आपातकाल में निकासी का कार्य करेंगी ।इस मौके पर प्रोजेक्ट मैनेजर एच एन सिंह, आरबीएल मैनेजर उमेश डांगी इंजीनियर दीपक कुमार, इंजीनियर अवनीश कुमार, सुभाष ठाकुर, दीपक शर्मा, आनंदपाल सिंह गंभीर सिंह व्यास देव शर्मा आदि कंपनी के कर्मचारी मौजूद थे।

आबकारी महकमे हुए फेरबदल,बदले गये 5 जिलों के आबकारी अधिकारी।

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उत्तराखंड- उत्तराखंड आबकारी महकमे से बड़ी खबर है। आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव आबकारी एल फेनई ने पांच जिलों के आबकारी अधिकारियों के ट्रांसफर आर्डर जारी कर दिए हैं। राजीव चौहान को उत्तरकाशी से भेजा गया उधमसिंह नगर, पवन कुमार सिंह हरिद्वार से भेजे गए।

पिथौरागढ़ संजय कुमार आबकारी मुख्यालय कुमाऊँ मंडल से सहायक आबकारी आयुक्त जिला आबकारी अधिकारी उत्तरकाशी ।

नाथूराम जोशी उधम सिंह नगर जिला आबकारी अधिकारी से सहायक आबकारी आयुक्त जनपद, उधम सिंह नगर हरीश जोशी को पिथौरागढ़ से हरिद्वार भेजा गया है।