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Friday, July 4, 2025
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उत्तराखण्ड कैडर के वरिष्ठ आईपीएस केवल खुराना का निधन,दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस।

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देहरादून-उत्तराखंड कैडर के 2005 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी केवल खुराना का निधन हो गया। वह लंबे समय से अस्वस्थ थे । उन्होंने दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। IPS अधिकारी IG केवल खुराना का लम्बे समय से केंसर का इलाज चल रहा था।बता दें कि केवल खुराना SSP देहरादून व निदेशक ट्रैफिक व होमगार्ड की जिम्मेदारी देखते हुए कई बड़े निर्णय व जनहित के कार्य किये। जिनकी तारीफ आज भी धरातल पर आमजन तक मे होती है।

उत्तराखंड कैडर 2005 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और इंस्पेक्टर जनरल (IG) केवल खुराना का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल, साकेत में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और अपने इलाज के दौर से गुजर रहे थे।

IPS केवल खुराना एक काबिल, कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित अधिकारी के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें एसएसपी देहरादून, निदेशक ट्रैफिक और होमगार्ड की जिम्मेदारी शामिल है। उनके निर्णय और जनहित में किए गए कार्य आज भी आमजन के बीच सराहे जाते हैं। उनकी प्रशासनिक क्षमता और समर्पण ने उन्हें राज्य पुलिस और प्रशासन में एक विशिष्ट पहचान दिलाई।

उत्तराखण्ड भाजपा ने की अपने मंडल अध्यक्षो की सूची जारी।

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भाजपा ने संगठन चुनाव प्रक्रिया के अंतर्गत प्रदेश में मंडल अध्यक्षों के चयन की घोषणा की,

पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी खजान दास के अनुमोदन और विधानसभा पर्यवेक्षकों की सहमति के पश्चात नामों की यह सूची तैयार की गई,

पार्टी सांगठनिक जिलों के चुनाव अधिकारियों द्वारा जनपदवार मंडल अध्यक्षों के नामों की यह अधिकृत सूची जारी की गई,

भाजपा ने जारी की मंडल अध्यक्षो की सूची जारी।

सीएम धामी ने त्यूनी, देहरादून में आयोजित मुख्य सेवक संवाद-आपके द्वार’ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग।

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महासू महाराज मंदिर परिसर के पुनर्निर्माण के लिए 120 करोड़ का किया प्रावधान : सीएम*

*हनोल के मास्टर प्लान को आवश्यकता अनुसार दिया जाएगा विस्तार*

*जो वचन देवतुल्य जनता से किया वो सारे वचन पूरे किए हैं।*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को त्यूनी जौनसार-बावर, देहरादून में आयोजित मुख्य सेवक संवाद-आपके द्वार’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और महिलाओं को किट वितरित की।

मुख्यमंत्री ने महासू महाराज की पवित्र भूमि को नमन करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें, टोंस की तट पर स्थित आध्यात्मिक चेतना विशिष्ट परंपराओं की भूमि में आने का मौका मिला। उन्होंने कहा 2022 विधानसभा परिणाम से पहले उन्होंने महासू महाराज के दर्शन किए थे। ऐसे धाम में कोई भी देवों की इच्छा के बिना नहीं आ सकता है। उन्होंने कहा वो स्वयं महासू महाराज के अनन्य भक्त हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार ने जौनसार बाबर में विभिन्न विकास योजनाओं को आगे बढ़ाया है। इस क्षेत्र के पर्यटन स्थलों को विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य आरंभ किए गए हैं। महासू महाराज मंदिर परिसर के पुनर्निर्माण के लिए 120 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मास्टर प्लान के बाद यहां तीर्थाटन और रोजगार बढ़ेंगे। राज्य सरकार विकास के साथ विरासत को भी आगे बढ़ा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा हनोल के मास्टर प्लान पर जिस प्रकार की आवश्यकता है, उसे विस्तार दिया जाएगा। अभी इस मास्टर प्लान की शुरुआत है। हनोल मास्टर प्लान से इस क्षेत्र में बहुत बड़ी समृद्धि आने वाली है। प्रधानमंत्री जी की भी प्राथमिकता में यह पूरा क्षेत्र है। भविष्य में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस क्षेत्र में आएंगे जिससे यहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा केदारखंड, मानसखण्ड में श्रद्धालुओं की निरंतर संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार विकासनगर में यमुना धाम और हरीपुर नगर बना रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा सत्र में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा लंबे समय से हमारी जमीन और संसाधनों से छेड़छाड़ हो रही थी। कई लोग हमारी डेमोग्राफी को खराब और मूल अस्तित्व से छेड़छाड़ कर रहे थे। इस बार राज्य सरकार ने विधानसभा में जनता की मांग, और जनभावनाओं के अनुरूप सशक्त भू सुधार कानून को लागू किया है। उन्होंने कहा हमने जो वचन उत्तराखंड की देवतुल्य जनता से किया वो सारे वचन पूरे किए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा हमारा राज्य, पूरे देश में अनेकों विषयों पर चर्चाओं में है। देश के अग्रणी राज्य में हमारे राज्य का नाम है। नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की सूची में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर आया है। बेरोजगारी दर में बीते एक साल में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है। कर्तव्य पथ पर भी राज्य की झाकियां कभी पहले स्थान पर तो कभी टॉप 3 पर रहती हैं। ईज ऑफ डूइंग, स्टार्टअप, नवाचार हर क्षेत्र में हमारा राज्य आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा राज्यभर में होने वाले कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने वाली अधिकांश हमारी बहनें होती हैं, जो मातृ शक्ति का प्रतीक है। राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश के अंदर 1 लाख लखपति दीदी बनाई गई हैं। हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड के तहत हम महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को भी बढ़ावा दे रहे हैं। राज्य की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की मांग देश और दुनिया में हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य की महिलाएं आशा की बड़ी किरण है। हमारा लक्ष्य तय है, दिशा स्पष्ट है और हम लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया था। जिस लक्ष्य को पाने के लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं। और इस लक्ष्य को पाने में सबसे बड़ा योगदान हमारी माताओं बहनों का होगा। महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद राज्य के लिए गेमचैंजर साबित होंगे एवं राज्य को समृद्धि प्रदान करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड का जिक्र करते हुए हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रीय खेलों के आयोजन हेतु राज्य की प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री मोदी जी के ह्रदय में उत्तराखंड बसता है। 38 वे राष्ट्रीय खेलों ने देवभूमि को खेल भूमि के रूप में स्थापित किया है। राज्य सरकार प्रवासियों का सम्मेलन कर उन्हें सम्मानित का रही है। उन्होंने कहा राज्य में समान नागरिक संहिता लागू हो गई है। राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है, 100 से ज्यादा नकल माफियाओं को जेल में भेजा है। बीते 3 सालों में बीस हजार से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी गई हैं। प्रदेश सरकार हर क्षेत्र में विकास कार्यों को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने कहा आराकोट से लेकर अस्कोट तक, नीति से लेकर माणा तक, चकराता से लेकर गूंजी तक, राज्य का समेकित रूप से विकास होगा।

इस अवसर पर विधायक विकासनगर श्री मुन्ना सिंह चौहान, विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान, जिला पंचायत सदस्य मठोर सिंह चौहान, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल, पूर्व एस.टी आयोग अध्यक्ष मूरत राम शर्मा, सचिव श्री रणवीर सिंह चौहान, जिलाधिकारी सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा, प्रधान राजा राम शर्मा, प्रताप सिंह रावत, एसडीएम कालसी गौरी प्रभात, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

शरीर से स्वस्थ होने के बाद भी जो लोग आतमघाती कदम उठाते है जरा इन से सीखो ,पैरों से लिखकर अंकिता तोपाल ने हासिल की JRF में ऑल इंडिया दूसरी रैंक।

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पैरों से लिखकर अंकिता तोपाल ने हासिल की JRF में ऑल इंडिया दूसरी रैंक

ग्राम डिडौली, कनखुल, कर्णप्रयाग की अंकिता तोपाल ने अपनी काबिलियत से नया इतिहास रच दिया है। JRF परीक्षा में ऑल इंडिया सेकंड रैंक प्राप्त कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि मजबूत इरादों के आगे कोई बाधा टिक नहीं सकती।

बचपन से ही हाथों से लिखने में असमर्थ अंकिता ने पैरों से लिखकर पढ़ाई की और इतिहास विषय में यह प्रतिष्ठित सफलता हासिल की। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय बाल विज्ञान शोध प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था।

औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में अनुदेशक श्री प्रेम सिंह तोपाल जी की पुत्री एवं पूर्व में हमारी शिष्या रही अंकिता को इस प्रेरणादायक सफलता के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ!

 

सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए हुई स्थगित।

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देहरादून

पंचम विधानसभा वर्ष 2025, बजट सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए हुई स्थगित।

बजट सत्र के पांचवें दिन बजट किया गया पारित।

18 फरवरी से शुरू हुआ था बजट सत्र।

पांच दिन तक चला बजट सत्र।

बजट सत्र के चौथे दिन भू कानून भी किया गया पारित।

उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है इसके बाद मीडिया से बात करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने कहा कि साल का पहला बजट था जिसमें राज्यपाल का अभिभाषण हुआ उसके बाद विधायकों का धन्यवाद प्रस्ताव हुआ और नियमों के तहत विधायकों ने सवाल किए उनके जवाब दिए गए सदन में इस बार कुल 526 प्रश्न आए और 13 विधेयक आए जिसमें एक विधेयक को वापिस लेना पड़ा पांच दिन के इस बजट सत्र में सत्र कुल 37 घंटे और 49 मिनट चला वही उन्होंने कहा कि इस बार का सत्र ई नेवा के तहत हुआ है जो एक बहुत अच्छी पहल थी।

 

रुद्रप्रयाग में समान नागरिक संहिता के तहत विवाह पंजीकरण अनिवार्य, प्रशासन ने जारी की तिथियाँ

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रुद्रप्रयाग।।
प्रशासन के निर्देशानुसार जनपद रुद्रप्रयाग के सभी पात्र अधिकारी/कर्मचारी अपने विवाह का पंजीकरण समान नागरिक संहिता (UCC) के अंतर्गत कराना अनिवार्य होगा। विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष शिविरों का आयोजन किया है, जहां लोग अपने विवाह का पंजीकरण करा सकते हैं।
मुख्य विकास अधिकारी जी एस खाती ने बताया कि पंजीकरण के लिए जिला प्रसासन द्वारा निर्धारित तिथियाँ एवं स्थान चिन्हित किये गए है जिनके अनुसार 24 फरवरी से 27 फरवरी तक विकास भवन सभागार, बेला खुरुड सहित सभी तहसील सभागार एव पुलिस लाइन, रतूड़ा, में पहुच कर पंजीकरण करा सकते है। इसके साथ साथ इच्छुक नागरिक अपने नजदीकी सीएससी सेंटर से भी पंजीकरण करवा सकते हैं या ucc.uk.gov.in पोर्टल पर “सिटीजन सेक्शन” के माध्यम से स्वंय पंजीकरण कर सकते हैं।
पंजीकरण करने के लिए पति-पत्नी के अलग-अलग एवं संयुक्त फोटोग्राफ, स्थायी निवास प्रमाण पत्र,हाई स्कूल प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड एवं पासपोर्ट, बच्चों के प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हों),दो गवाहों के आधार कार्ड (मोबाइल नंबर से जुड़े होने चाहिए),विवाह का फोटोग्राफ,यदि विवाह 27 जनवरी 2025 या उसके बाद हुआ हो तो विवाह कार्ड की प्रति।
महत्वपूर्ण दिशानिर्देस के अनुसार 26 मार्च 2010 के बाद किए गए विवाहों का पंजीकरण 27 जनवरी 2025 से छह माह के भीतर कराना अनिवार्य है।जिन लोगों के विवाह प्रमाण पत्र पहले ही बन चुके हैं, उन्हें UCC पोर्टल पर पावती अपलोड करनी होगी।

 

ड्रग्स व नशे की तस्करी करने वालों पर चला रुद्रप्रयाग पुलिस का हंटर।

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जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस ने चेकिंग के दौरान 10.29 ग्राम स्मैक (चिट्टा पाउडर) के साथ दो युवकों को किया गिरफ्तार।

पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग अक्षय प्रहलाद कोंडे ने जनपद के सभी थाना प्रभारियों व जनपदीय ए.एन.टी.एफ. को “ड्रग्स फ्री देवभूमि” उत्तराखण्ड बनाये जाने के उद्देश्य से ड्रग्स व नशे की तस्करी तथा कारोबार करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। एक ओर जहां जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा आम जनमानस को नशे के दुष्प्रभावों के सम्बन्ध में जागरुक किया जा रहा है, वहीं नशे का कारोबार करने वालों के विरुद्ध नकेल कसते हुए आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। निर्गत निर्देशों के क्रम में दिनांक 20 फरवरी 2025 की रात्रि में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रुद्रप्रयाग मनोज नेगी के नेतृत्व में चेकिंग के दौरान कोतवाली रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा दो व्यक्तियों के कब्जे से क्रमशः 5.18 ग्राम स्मैक (चिट्टा पाउडर) व 5.11 ग्राम स्मैक (चिट्टा पाउडर) बरामद की गयी।अभियुक्त गौरव काण्डपाल पुत्र श्री दयाधर कांडपाल निवासी सैक्टर 41वीं मकान नम्बर 117, हाल निवासी मकान नम्बर 152 सैक्टर 122 बहलोलपुर थाना बलोगी मोहाली, चंडीगढ़।– करनवीर सिंह पुत्र श्री चरनजीत सिंह निवासी मकान नम्बर 282/2 सैक्टर 41 एक शिवालिक पब्लिक स्कूल के पिछली ओर चंडीगढ़ जिनके विरुद्ध कोतवाली रुद्रप्रयाग पर मु0अ0सं0 15/2025 धारा 8/21/60 एन..डी.पी.एस. एक्ट में अभियोग पंजीकृत किया गया है। गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों को मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
इन अभियुक्तों के पास से बरामद स्मैक (चिट्टा पाउडर) की अनुमानित कीमत तकरीबन डेढ़ लाख रुपये के आस-पास की है तथा यह चिट्टा पाउडर नशे का अपग्रेडेड वर्जन है।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजनाः तिलणी और घोलतीर में 400 मीटर तक फ्रिज जोन घोषित।

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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई ब्रॉडगेज रेलवे लाइन परियोजना के तहत निर्माणाधीन तिलणी और घोलतीर रेलवे स्टेशन के आसपास 400 मीटर के क्षेत्र को फ्रिज जोन घोषित किया गया है। इस संबंध में उत्तराखंड शासन के आवास अनुभाग-2 द्वारा 9 जनवरी 2024 को अधिसूचना जारी की गई है।
अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि यह निर्णय उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन तथा विकास अधिनियम, 1973 की धारा 7 के अंतर्गत लिया गया है। अधिसूचना के अनुसार, रेलवे स्टेशन परिसरों के 400 मीटर के दायरे को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। शासन ने निर्देश दिए हैं कि रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर तिलणी और घोलतीर में सीमांकन कार्य पूरा किया जाए। इसके साथ ही प्रशासन को सीमांकन कार्यवाही की जानकारी देने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

 

उत्तराखण्ड के निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल प्राप्तियाँ लगभग रू० एक लाख एक हजार चौंतीस करोड़ पचहत्तर लाख (रू0 1,01,034.75 करोड़) अनुमानित।

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देहरादून।।उत्तराखण्ड के निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल प्राप्तियाँ लगभग रू० एक लाख एक हजार चौंतीस करोड़ पचहत्तर लाख (रू0 1,01,034.75 करोड़) अनुमानित है, जिसमें रू० बासठ हजार पाँच सौ चालीस करोड़ चौव्वन लाख (रू0 62,540.54 करोड़) राजस्व प्राप्तियाँ तथा रू० अड़तीस हजार चार सौ चौरानवे करोड़ इक्कीस लाख (रू0 38,494.21 करोड़) पूंजीगत प्राप्तियाँ हैं।

वित्तीय वर्ष 2025-26 में राजस्व प्राप्तियों में कर राजस्व रू० उन्तालीस हजार नौ सौ सतरह करोड़ चौहत्तर लाख (रू0 39,917.74 करोड़) है, जिसमें केन्द्रीय करों में राज्यांश रू० पन्द्रह हजार नौ सौ दो करोड़ बयानवे लाख (रू0 15,902.92 करोड़) सम्मिलित है।

राज्य के स्वयं के स्रोतों से कुल अनुमानित राजस्व प्राप्ति रू० अठाईस हजार चार सौ दस करोड़ तीस लाख (रू0 28,410.30 करोड़) में कर राजस्व रू० चौबीस हजार चौदह करोड़ बयासी लाख (रू0 24,014.82 करोड़) तथा करेत्तर राजस्व रू० चार हजार तीन सौ पंचानवे करोड़ अड़तालीस लाख (रू0 4395.48 करोड़) अनुमानित है।

व्ययः

वर्ष 2025-26 में ऋणों के प्रतिदान (W.M.A. / अर्थोपाय अग्रिम सहित) पर रू० छब्बीस हजार पाँच करोड़ छियासठ लाख (रू0 26,005.66 करोड़), ब्याज की अदायगी के रूप में रू० छः हजार नौ सौ नब्बे करोड़ चौदह लाख (रू0 6,990.14 करोड़), राज्य कर्मचारियों के वेतन-भत्तों आदि पर लगभग रू० अठारह हजार एक सौ सत्तानवे करोड़ दस लाख (रू0 18,197.10 करोड़), सहायता प्राप्त शिक्षण व अन्य संस्थाओं एवं कर्मचारियों के वेतन भत्तों के रूप में लगभग रू० एक हजार चार सौ सैंतालीस करोड़ छब्बीस लाख (रू0 1,447.26 करोड़), पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत्तिक लाभों के रूप में रू० नौ हजार नौ सौ सतरह करोड़ चालीस लाख (रू0 9,917.40 करोड़), व्यय अनुमानित है।

वर्ष 2025-26 में कुल व्यय रू० एक लाख एक हजार एक सौ पचहत्तर करोड़ तैंतीस लाख (रू0 1,01,175.33 करोड़) अनुमानित है। कुल अनुमानित व्यय में से रू० उनसठ हजार नौ सौ चौव्वन करोड़ पैंसठ लाख (रू0 59,954.65 करोड़) राजस्व लेखे का व्यय है तथा रू० इकतालीस हजार दो सौ बीस करोड़ अड़सठ लाख (रू0 41,220.68 करोड़) पूंजी लेखे का व्यय है

*प्रमुख आर्थिक बिंदु (बजट 2025-26)*

*₹101175.33 करोड़*

बजट का आकार 2024-25 के सापेक्ष 13.38%

*(व्यय)*

राजस्व व्यय
₹59954.65 करोड़

पूंजीगत व्यय
₹41220.68 करोड़

पूंजीगत परिव्यय
₹14763.13 करोड़

*(प्राप्तियां)*

कुल प्राप्तियां
₹101034.75 करोड़

राजस्व प्राप्तियां
₹62540.54 करोड़

पूंजीगत प्राप्तिया
₹38494.21 करोड़

*मानव सेवा नारायण सेवा गरीब कल्याण*

सामाजिक सुरक्षा हेतुः
₹1811.66 करोड़

• विभिन्न योजनाओं में सब्सिडी :
₹918.92 करोड़

• अन्नपूर्ति योजना :
₹600.00 करोड़

• प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण):
₹207.18 करोड़

• प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) :
₹54.12 करोड़

• ई०डब्ल्यू०एस०आवास हेतु अनुदानः
₹25.00 करोड़

• परिवहन निगम की बसों में निर्धारित श्रेणी के यात्रियों हेतु निःशुल्क यात्रा की सुविधा :
₹40.00 करोड़

• राज्य खाद्यान योजना :
₹10.00 करोड़

• अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को सस्ती दरों पर नमक उपलब्ध कराने हेतु :
₹34.36 करोड़

• निर्धन परिवार हेतु रसोई गैस पर अनुदान हेतु
₹55.00 करोड़

• पर्यावरण मित्र बीमा हेतुः
₹2.00 करोड़

*बजट में युवाओं को सशक्त बनाने पर फोकस*

• शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत: ₹178.83 करोड़

• 9वीं से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क पाठ्य पुस्तक हेतुः ₹59.41 करोड़

• कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों हेतु निःशुल्क जूता एवं बैग की व्यवस्था हेतु: ₹23.00 क

• विद्यालयी शिक्षा विभाग के अन्तर्गत छात्रवृत्ति हेतुः ₹15.00 करोड़

• शैक्षिक कार्यक्रमों के अन्तर्गत छात्रवृतिः ₹15.00 करोड़

• बालिका शिक्षा प्रोत्साहन (साईकिल) योजना हेतु: ₹15.00 करोड़

• साइन्स सिटी एवं विज्ञान केन्द्रों की स्थापना : ₹26.64 करोड़

अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र को सहायता हेतुः ₹5.75 करोड़

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद को सहायता हेतुः ₹16.80 करोड़

• उत्तराखण्ड विज्ञान एवं शिक्षण अनुसंधान की स्थापना हेतुः ₹5.40 करोड़

• विज्ञान केन्द्र चम्पावत हेतुः ₹10.00 करोड़

• विद्या समीक्षा केन्द्र हेतु: ₹2.41 करोड़

• राजकीय महाविद्यालय में ई-ग्रंथालय की स्थापनाः ₹2.00 करोड़

• मुख्यमंत्री शेवनिंग उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति हेतु: ₹2.00 करोड़

• एन०डी०ए० तथा आई०एम०ए० में चयनित छात्र/छात्राओं को पुरूस्कार हेतुः ₹1.25 करोड़

• उद्यमिता, कौशल एवं नवाचार को बढ़ावा दिये जाने हेतुः ₹7.11 करोड़

• टाटा टैक्नोलॉजी मॉडल के अनुसार आईटीआई का उन्नयन हेतु राजस्व मद हेतुः ₹45.00 करोड़ तथा पूंजीगत मद हेतुः ₹18.00 करोड़

• उदीयमान खिलाडियों को छात्रवृति हेतुः ₹10.00 करोड़

खेल महाकुम्भ के आयोजन हेतुः ₹15.00 करोड़

• राज्य और राष्ट्रीय युवा महोत्सवः ₹5.00 करोड़

• मुख्यमंत्री युवा मंगल दल स्वावलम्भन योजना हेतुः ₹5.00 करोड़

• मुख्यमंत्री ग्रामीण खेलकूद एवं स्वास्थ्य संवर्धन योजना हेतुः ₹2.50 करोड़

• रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर (RBI) हेतुः ₹20.00 करोड़

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना हेतुः ₹60.00 करोड़

मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना हेतु: ₹10.00 करोड़

• प० दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना हेतुः ₹21.60 करोड़

मुख्यमंत्री ने किया यूएसडीएमए के नव वर्ष कैलेण्डर का विमोचन।

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आपदाओं से बचाव के लिए व्यापक जनजागरूकता जरूरी- सीएम*

*04 पिकअप वाहनों को दिखाई हरी झंडी*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को यूएसडीएमए के नव वर्ष 2025 के कैलेंडर (वॉल तथा टेबल टॉप) का विमोचन किया। उन्होंने चम्पावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और ऊधमसिंहनगर जनपद के लिए सीएसआर मद में प्राप्त 04 पिकअप वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इन वाहनों में टैंट, स्लीपिंग बैग, लीफलेट तथा कैलेण्डर रवाना किए गए। इन फॉर बाय फॉर पिक अप वाहनों में 01-01 मिनी जनरेटर, 15 स्लीपिंग बैग एवं 70 टैंट तथा आकाशीय बिजली से बचाव हेतु 9500 लीफलेट एवं 40-40 नव वर्ष कैलेण्डर उपरोक्त प्रत्येक जनपद को भेजे गए। यह वाहन तथा अन्य उपकरण जनपदों में आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों के लिए उपयोगी साबित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा आपदाओं का सामना करने के लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है। जागरूकता, सजगता और सतकर्ता से आपदा से नुकसान को काफी कम किया जा सकता है। यदि लोग आपदाओं के प्रकार, उनके प्रभाव और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक होंगे, तो वे अपनी और दूसरों की जान बचाने के लिए सही कदम उठा सकेंगे।

मुख्यमंत्री द्वारा यूएसडीएमए को नव वर्ष कैलेण्डर में ऋतु अनुसार विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता सामग्री प्रकाशित किए जाने के निर्देश दिए गए थे। उनके निर्देश पर उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न माध्यमों से आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता संदेशों तथा सामग्री का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से नियमित तौर पर आपदाओं से सुरक्षा संबंधी पोस्ट, एनीमेटेड वीडियोज को प्रसारित किया जा रहा है। विभिन्न आपदाओं से बचाव हेतु जन सामान्य को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा क्या-क्या एहतियात बरतने चाहिए, इन्हें लेकर लीफलेट्स मुद्रित किए गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के स्कूलों में प्राथमिक स्तर से ही पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन विषय को शामिल किये जाने के अनुपालन में यूएसडीएमए के स्तर पर एक कमेटी गठित की गई है। बच्चे यदि आपदाओं के प्रति जागरूक रहेंगे तो यह न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि उन्हें समाज में एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करेगा। छोटी उम्र से ही अगर बच्चे भूकंप, बाढ़, तूफान, भूस्खलन, सड़क दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के बारे में सीखेंगे, तो वे आपातकालीन स्थितियों में घबराने के बजाय सही और त्वरित निर्णय ले सकेंगे।

सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यूएसडीएमए समुदायों को जागरूक करने की दिशा में भी प्रयासरत है। स्थानीय लोग ही फर्स्ट रिस्पांडर्स के तौर पर सबसे पहले किसी भी आपदा का सामना करते हैं। यदि आपदा संभावित क्षेत्र में स्थानीय लोग विभिन्न आपदाओं के प्रति जागरूक और उनके बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित होंगे, तो वे संकट की घड़ी में एक-दूसरे की सहायता कर सकते हैं।यूएसडीएमए द्वारा आपदा मित्रों की तरह ही आपदा सखी बनाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से समय पर आम जनमानस को अलर्ट भेजे जा रहे हैं ताकि लोगों को सचेत किया जा सके। विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए यूएसडीएमए द्वारा समस्त जनपदों तथा जन सामान्य के लिए एडवाइजरी भी जारी की जा रही हैं।

इस अवसर पर यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन श्री आनन्द स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी, अपर सचिव श्री महावीर सिंह चौहान, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे।