24 C
Dehradun
Thursday, July 3, 2025
Home Blog Page 27

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के दौरान धारा-163 लागू, रहेगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था।

0

उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद, रामनगर नैनीताल द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाएं 21 फरवरी से 11 मार्च 2025 तक तहसील रुद्रप्रयाग के 22 परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जाएंगी। परीक्षा के सफल संचालन और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उप जिला मजिस्ट्रेट, रुद्रप्रयाग आशीष चंद्र घिल्डियाल ने तहसील रुद्रप्रयाग क्षेत्र में धारा-163 लागू करने के आदेश जारी किए हैं।
आदेशो के अनुसार परीक्षा केंद्रों के आसपास पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक होगी। परीक्षार्थी और परीक्षा संचालन से जुड़े कर्मी इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। परीक्षा केंद्रों के निकट ध्वनि विस्तारक यंत्रों (लाउडस्पीकर), जुलूस, रैली, जश्न आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा परीक्षा केंद्रों के पास आग्नेयास्त्र, लाठी, चाकू, तलवार, पटाखे, बम, ज्वलनशील पदार्थ, एसिड आदि ले जाने पर सख्त पाबंदी रहेगी।परीक्षा केंद्रों के आसपास सरकारी और सार्वजनिक संपत्ति को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचाना दंडनीय होगा।
केंद्रों के आसपास किसी भी प्रकार के उत्तेजनात्मक भाषण, नारेबाजी, दीवारों पर नारे लिखना या भ्रामक साहित्य का प्रचार-प्रसार वर्जित होगा।कोई भी व्यक्ति सड़क या पैदल मार्गों में बाधा उत्पन्न नहीं करेगा, न ही परीक्षा केंद्र की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगा।
यदि कोई व्यक्ति इन आदेशों का उल्लंघन करता है, तो भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत उसे दंडित किया जाएगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है और इसे जनहित में एकपक्षीय रूप से पारित किया गया है।परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बलों और होमगार्ड जवानों की तैनाती की जाएगी। आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन लगातार निगरानी करेगा।

 

मुख्यमंत्री धामी ने संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान एवं छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम में 261 संस्कृत विद्यार्थियों को किया सम्मानित।

0

सरकार संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने का कर रही है कार्य- मुख्यमंत्री*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में संस्कृत शिक्षा से जुड़े हुए 261 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
उन्होंने संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान में 2024- 25 हेतु 10 वीं और 12 वीं के कुल 24 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः रु 5100, रु 4100 और रु 3100 रुपए की धनराशि दी गई।

डॉ भीमराव अंबेडकर अनुसूचित जाति- जनजाति संस्कृत छात्रवृत्ति योजना 2024 – 25 हेतु कुल 148 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
इसी प्रकार से मुख्यमंत्री ने गार्गी संस्कृत बालिका छात्रवृत्ति योजना 2024- 25 के अंतर्गत कुल 89 छात्राओं को सम्मानित किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संस्कृत शिक्षा के छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार संस्कृत के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। कहा कि उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के माध्यम से संस्कृत विद्यालयों में अध्यनरत बालिकाओं के प्रोत्साहन हेतु प्रथम बार *गार्गी संस्कृत बालिका छात्रवृत्ति योजना* का शुभारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत संस्कृत विद्यालय में अध्यनरत सभी वर्गों की बालिकाओं को 3012 रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।
*डॉ भीमराव अंबेडकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्रवृत्ति योजना* के अंतर्गत 3012 रु वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।

संस्कृत शिक्षा के मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रेरित करने के लिए *संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान योजना* संचालित की जा रही है। जिसके तहत हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में संस्कृत शिक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले तीन-तीन विद्यार्थियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर क्रमशः 5100, 4100 और 3100 रुपए की धनराशि प्रदान की जा रही है। कहा कि प्रदेश के 13 जनपदों में 13 संस्कृत ग्राम विकसित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी, हरिद्वार के माध्यम से सरकार प्रतिवर्ष अखिल भारतीय शोध सम्मेलन, अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन, अखिल भारतीय वेद सम्मेलन, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, संस्कृत शिक्षा कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशाला, संस्कृत छात्र प्रतियोगिता आदि विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर देव भाषा संस्कृत के प्रचार – प्रसार हेतु निरंतर प्रयत्नशील है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत अपनी प्राचीन मौलिक विरासत और संस्कृति के उत्थान के तौर से गुजर रहा है। भारत के प्राचीन वैभव और गौरव को प्रदर्शित करने वाली पहचान और प्रतीकों का संरक्षण और संवर्धन हो रहा है। उत्तराखंड भी हर दिशा में नवाचार के दौर से गुजर रहा है। उत्तराखंड में स्थानीय स्तर पर लिए जाने वाले निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर भी मार्गदर्शन का कार्य कर रहे हैं। विकास के नित नए आयाम स्थापित किया जा रहे हैं। कहा कि उत्तराखंड के प्रवासी भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि उनके पूर्वजों की देवभूमि तेजी से उन्नति के दौर से गुजर रही है।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक सरिता कपूर, सचिव संस्कृत शिक्षा दीपक कुमार गैरोला, निदेशक संस्कृत शिक्षा आनंद भारद्वाज आदि उपस्थित थे।

बजट सत्र की सुरक्षा को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने ली अधिकारियों की बैठक।

0

देहरादून-आगामी 18 फरवरी को विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत होने जा रही है जिसकी सुरक्षा को लेकर आज विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक की जिसमें शासन प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद रहे बैठक के उपरांत विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी भूषण ने कहा कि बजट सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय पूरी तरह से तैयार है बजट सत्र के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है उसी के साथ सत्र के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतेजामत किए गए हैं तो वही इस दौरान चल रहे हैं बोर्ड परीक्षा में छात्रों को किसी तरह की की कोई परेशानी ना हो उसके लिए जिला अधिकारी को निर्देशित किया गया है की बोर्ड परीक्षा में किसी भी विद्यार्थी को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े उसके लिए जो भी इंतेजामत करने हो उसको त्वरित रूप से किया जाए।

साइबर कमांडो परीक्षा- साइबर कमांडो परीक्षा में उत्तराखंड ने किया बेहतर प्रदर्शन।

0

देहरादून- एनएफएसयू दिल्ली की ओर से आयोजित साइबर कमांडो परीक्षा में उत्तराखंड ने बेहतर प्रदर्शन किया है। उत्तराखंड से 72 पुलिस कर्मी इस परीक्षा में चयनित हुए है। परीक्षा में चयनित सबसे अधिक कर्मियों में उत्तराखंड तीसरे नंबर पर है। वही एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुललर ने बताया की उत्तराखंड से 72 पुलिस कर्मी इस परीक्षा में चयनित हुए है। इसके साथ ही राज्य से चयनित टॉप-3 पुलिस कर्मियों का ऑल इंडिया रैंक में दूसरा, छठा और दसवां स्थान रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) नवनीत भुल्लर ने बताया कि साइबर कमांडो परीक्षा में उत्तराखंड के पुलिस जवानों ने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है। परीक्षा मे कुल 242 कर्मियों ने प्रतिभाग किया था, जिनमें एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखंड के सात कर्मियों समेत 72 का चयन हुआ है।

उत्तराखंड की प्रति व्यक्ति आय 11.33 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का अनुमान,बजट से पहले नियोजन विभाग ने जारी किए आर्थिक सर्वे के महत्वपूर्ण आंकड़े।

0

उत्तराखंड (देहरादून)-वित्तीय वर्ष 2024-25 में उत्तराखंड की प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति आय 2,74,064 रुपए होने का अनुमान है, जो कि वित्तीय वर्ष 2023- 24 की तुलना में 11.33 प्रतिशत अधिक है, वित्तीय वर्ष 2023- 24 के लिए प्रति व्यक्ति आय 2,46,178 रुपए अनुमानित की गई है। इधर, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय 2,00,162 रुपए अनुमानित है जो कि वर्ष 2023-24 की तुलना में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष 2023- 24 में 1,84,205 रुपए प्रति व्यक्ति आय अनुमानित की गई है।

शनिवार को मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने राज्य में किए गए आर्थिक सर्वे के चुनिंदा आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि राज्य में अर्थव्यवस्था का आकार (प्रचलित भावों पर राज्य सकल घरेलू उत्पाद) वित्तीय वर्ष 2024-25 में 378.24 हजार करोड़ रुपए होने का अनुमान है। जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था का आकार 332.99 हजार करोड़ रुपए प्राप्त होने का अनुमान है। जो कि 13. 59 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष 2023-24 में यह वृद़धि दर 13.78 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

इसी तरह वास्तविक सकल राज्य घरेलू उत्पाद (अधार वर्ष 2011-12) के अनुसार वर्ष 2024-25 में अर्थव्यवस्था का आकार ₹ 217.82 हजार करोड़ का स्तर प्राप्त करने का अनुमान है जबकि वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था का आकार ₹ 204.32 हजार करोड़ प्राप्त करने का अनुमान हैं। वर्ष 2024-25 में राज्य की आर्थिक विकास दर 6.61 प्रतिशत अनुमानित है। यह वृद्धि दर वर्ष 2023-24 में 7.83 प्रतिशत अनुमानित हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2024-25 में देश की आर्थिक विकास दर 6.4 प्रतिशत प्रदर्शित की गयी है तथा वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत अनुमानित है।

युवा कवि पत्रकार दीपक कैन्तुरा को मिला उत्कृष्ट गढवाली कविताओं के लिए सम्मान।

0

सोशल मीडिया पर कविताओं के माध्यम से मुखर होकर उठाते हैं जनता का मुद्दा
उत्तराखंड की लोक भाषा संस्कृति कलाकारों के लिए रैबार जैसे कार्यक्रम से उत्तराखंड के कलाकारों को दिलाई थी देश दुनिया में पहचान

उत्तराखंड की जिया साहित्य ने आयोजित किया राष्ट्रीय कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह का आयोजन
देहरादून- हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विगत दिनों उत्तराखंड़ की जिया साहित्य कुटुम्ब द्वारा एक राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन स्पर्श हिमालयी यूनिर्वसिटी में किया गया कार्यक्रम दो पालियो में आयोजित किया गया है प्रथम पाली में मुख्यअतिथि प्रोपेसर डॉ.राजूल दत्त,विशिष्ट अतिथि चेतन गोड ने कार्यक्रम में शिरकत की वहीं दूसरी पाली में कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि डोईवाला नगर पंचायत के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी नंदू भाई ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई ,कार्यक्रम में देश के अलगअलग कौने से आए कवि कवित्रियों ने अपनी रचनाओं से जोश भरने का कार्य किया,कार्यक्रम में उत्तराखंड की जिया साहित्य समिति के संरक्षक एस एस हिंदवाल,महामंत्री विजेंद्र सिंह नेगी देहरादून,राष्ट्रीय प्रचारक महेंद्र भट्ट(ग्वालियर),राष्ट्रीय मीडिया प्रचारक राजेंद्र सिंह रावत,कामेश्वर कुमार झारखंड से गाजियाबाद से दाउ रंजीत शर्मा,इलाहबाद से विनयकुमार ,एनसी खंड़ेलवाल,हास्य कवि देहरादून से दिनेश भटट अंजना नैना कंडवाल, रूड़की से डॉ अनीता गोस्वामी,रेखा चतुर्वेदी,संगीता बहुगुणा,पंडित पुष्पराज गढ़ ,देहरादून से युवा कवि पत्रकार दीपक कैन्तुरा समेत तमाम कवि कवित्रियों ने अपना काव्य पाठ किया, इस हिंदी कवि सम्मेलन में युवा कवि दीपक कैंतुरा ने मोबाईल पर गढ़वाली कविता सुनाकर मंच में समा बांध दिया आपको बता दें की युवा कवि दीपक कैंतुरा की इस कविता को पांच लाख से अधिक लोगों ने सोशल मीडिया पर देख लिया ये कविता लोगों को बहुत पसंद आ रही है ,आपको बता दें की युवा कवि दीपक कैन्तुरा अपनी कविताओं के माध्यम से अपनी कविताओं पर समाज में फैल रही कुरीतियों,पर्यावरण,भू-कानून,के अलावा सरकार को भी समय समय पर जगाते रहते हैं ,दीपक कैंतुरा का काव्य संग्रह उत्तराखंड के आंसू का तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विमोचन किया था,बता दें कि दीपक कैन्तुरा का रैबार कार्यक्रम ने लोकभाषा को विश्व पटल पर नई पहचान मिली , दीपक कैन्तुरा लगातार दस वर्षों से अधिक आकाशवाणी, दूरदर्शन, राष्ट्रीय मंचों पर अपनी कविताओं की प्रस्तुति दे चुके हैं वर्तमान में दीपक कैन्तुरा नेटवर्क 10 न्यूज़ चैनल उत्तराखंड में सह: संपादक हैं और साथ में अपनी बोली भाषा संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए रैबार पहाड़ का पेज भी चलाते हैं, दीपक कैन्तुरा ने इस सम्मान के लिए संस्था की संस्थापिका जिया हिंदवाल का आभार जताया है इस अनुकरणीय सम्मान के लिए,आपको बता दें की जिया हिंदवाल लगातार नई साहित्यकार कवियों को मंच प्रदान करने का कार्य कर रहे हैं।

रुद्रप्रयाग में भाजपा के 13 मंडलों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू।

0

रुद्रप्रयाग : जनपद रुद्रप्रयाग में भाजपा के 13 मंडलों में चुनाव की प्रक्रिया तीन दिवसीय मंगलबार से शुरू की गई। आज अंतिम दिन बृहस्पतिवार को केदारनाथ विधानसभा के गुप्तकाशी एवं केदारनाथ मंडल में तथा रुद्रप्रयाग विधानसभा के तल्ला नागपुर मंडल में पर्यवेक्षकों द्वारा अपेक्षित कार्यकर्ताओं से राय सुमारी कर मंडल अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई। जिसके सापेक्ष प्रदेश नेतृत्व ने जहा केदारनाथ विधानसभा में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी पूर्व राज्य मंत्री अतर सिंह तोमर, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य समीर मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुमनलता ध्यानी जी को पर्यवेक्षक के रूप में भेजा है। वही रुद्रप्रयाग विधानसभा में भाजपा के वरिष्ठ बद्री केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नलिन भट्ट, प्रदेश महिला मोर्चा गढ़वाल संयोजक चंद्र कला तिवारी जी को पर्यवेक्षक के रूप में भेजा गया। इस दौरान पर्यवेक्षकों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है। लोकतंत्र पर विश्वास करते हुए पार्टी हर तीन साल में संगठन का निष्पक्ष चुनाव करवाती है। उन्होंने कहा कि पैनल बनाते समय सभी वर्गों का विशेष रूप से आकलन कर ध्यान दिया जाएगा। जिला अध्यक्ष महावीर सिंह पवार ने बताया कि भौगोलिक परिस्थितियों को मध्यनजर रखते हुए सुविधा के लिए गुप्तकाशी मंडल को गुप्तकाशी एवं केदारनाथ मंडल में बांटा गया है। जिससे वर्तमान में जिले में केदारनाथ मंडल सहित कुल 13 मंडल है। पर्यवेक्षकों द्वारा प्रत्येक मंडल मुख्यालय में मंडल के अंतर्गत रहने वाले सभी अपेक्षित पदाधिकारियों से रायशुमारी कर मंडल के अध्यक्ष पद के लिए चयन की प्रक्रिया शुरू की गई। जिसके उपरांत पैनल बनाकर प्रदेश नेतृत्व को भेजा जाएगा। तदोपरांत विधानसभा पर्यवेक्षकों से विचार विमर्श के बाद प्रदेश की सहमति से जिला चुनाव अधिकारी द्वारा घोषणा की जाएगी। इस दौरान अलग-अलग मंडलों में रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, जिला महामंत्री भारत भूषण भट्ट, जिला महामंत्री विनोद देवशाली, मंडलों के अध्यक्ष सहित मंडलों के अंतर्गत रहने वाले सभी अपेक्षित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

राज्य में वनाग्नि की चुनौतियों से समाधान के लिए वनाग्नि की पिछली घटनाओं में आई समस्याओं का ध्यान में रखते हुए आगे की योजनाएं बनाई जाए:मुख्यमंत्री

0

राज्य में वनाग्नि की चुनौतियों से समाधान के लिए वनाग्नि की पिछली घटनाओं में आई समस्याओं का ध्यान में रखते हुए आगे की योजनाएं बनाई जाए। वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए जन भागीदारी सुनिश्चित की जाए। सभी विभागों के साथ ही सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों और वन पंचायतों का भी वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में सहयोग लिया जाए। वनों में आग लगाने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को आई.टी.पार्क देहरादून स्थित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में वनाग्नि नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय भारत सरकार तथा उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयेजित मॉक ड्रिल के दौरान अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी विभागों को एकजुटता से कार्य करना होगा। उन्होंने प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु को निर्देश दिये कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सभी विभागों की भागीदारी सुनिश्चत करने के लिए पत्र जारी किया जाए। वनाग्नि को रोकने के लिए शीतलाखेत मॉडल के साथ ही चाल-खाल, तलैया और अन्य प्रभावी उपायों पर कार्य किये जाएं। इसके लिए जलागम विभाग का भी सहयोग लिया जाए। आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर अधिक बल दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि से राज्य को अनेक चुनौतियों से जूझना पड़ता है। वन संपदा के नुकसान के साथ ही पशु हानि भी होती है। उन्होंने कहा कि वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए व्यापक स्तर पर नियमित जागरूकता अभियान चलाये जाए। नवाचारों पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में सक्रिय भागीदारी दिभाएं।

वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए संयुक्त रूप से आयोजित इस मॉक ड्रिल में 06 जनपदों के 16 स्थान चिन्हित किये गये। वनाग्नि के कारण विभिन्न परिस्थितियों का किस तरह समाधान करना है, रिस्पांस टाइम कम करने, वनाग्नि को रोकने के लिए जन सहयोग और अन्य प्रभावी उपायों पर मॉक ड्रिल की गई । मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की मॉक ड्रिल से जरूर वनाग्नि के समय उस पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी। केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वनाग्नि को रोकने के लिए राज्य को आधुनिक उपकरण देने पर भी मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर राज्य सलाहकार समिति आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष श्री विनय कुमार रुहेला, प्रमुख सचिव श्री आरके सुधांशु, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन, आईजी फायर श्री मुख्तार मोहसिन, एनडीएमए के सीनियर कंसल्टेंट श्री आदित्य कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी, अपर सचिव श्री विनीत कुमार, अपर प्रमुख वन संरक्षक श्री निशांत वर्मा, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबेदुल्लाह अंसारी और वर्चुअल माध्यम से संबंधित जिलाधिकारी उपस्थित थे।

रुद्रप्रयाग जिले को कई वर्षों बाद मिले जिला सूचनाधिकारी।

0

उत्तराखंड सरकार ने सूचना विभाग में नए तबादले किए हैं, जिसके तहत कई सूचना अधिकारियों की तैनाती बदली गई है। अब विभिन्न जिलों में नए सूचना अधिकारी पदभार संभालेंगे

जनपद रुद्रप्रयाग में आयोजित हो रहे सिलगढ़ महोत्सव में आये लोगों को रुद्रप्रयाग पुलिस ने किया जागरुक।

0

तैला सिलगढ।पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग के निर्देशन में जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा चलाये जा रहे वृहद जन जागरुकता के तहत आज सिलगढ़ महोत्सव, ग्राम पंचायत तैला, जखोली, जनपद रुद्रप्रयाग  प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रुद्रप्रयाग मनोज नेगी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रणजीत खनेड़ा एवं चौकी प्रभारी जखोली अपर उपनिरीक्षक विनोद कुमार द्वारा मेले में आये हुए लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। उपस्थित लोगों को बताया गया कि किस प्रकार नशा जीवन को प्रभावित करता है। इसकी लत ऐसी है कि यह आदमी को खोखला करने के उपरान्त भी उसका पीछा नहीं छोड़ती है। इसके लिए स्वंय को तथा अपने बच्चों को ऐसे माहौल से दूर रखना आवश्यक है। इसके लिए हमारी ही जिम्मेदारी बनती है, कि हमारे बच्चे तो इसकी गिरफ्त में नहीं आ रहे हैं यदि आ रहे हैं या इस प्रकार का कोई संदेह हो तो बच्चे की निगरानी तथा कांउन्सिलिंग किया जाना आवश्यक है। साथ ही जनता को साइबर अपराध के बारे में बताया गया कि यह आज के समय में होने वाला सबसे सक्रिय अपराध है, इसमें किसी होटल बुकिंग के नाम पर हो चाहे हैली बुकिंग या चाहे किसी धमाकेदार ऑफर से सम्बन्धित किसी प्रकार के अज्ञात लिंक को खोलने एवं अज्ञात व्यक्ति को ओटीपी देने से अकाउंट खाली हो जा रहे हैं साथ ही विभिन्न एप्स के माध्यम से लोन दिये जाने, विभिन्न ऑफरों के माध्यम से लॉटरी लगने जैसे कई प्रस्तावों के माध्यम से साइबर ठग लोगों को ठग रहे हैं तथा मेहनत की गाढ़ी कमाई साइबर ठगों के हाथों में चली जा रही है, इस प्रकार की किसी भी निजी जानकारी को किसी अज्ञात व्यक्तियों से साझा न किये जाने के सम्बन्ध मे जागरुक किया गया, साथ ही साइबर अपराध का शिकार हो जाने की दशा में साइबर हेल्पलाइन न0 1930 पर शिकायत दर्ज करने के सम्बन्ध में जागरुक कराया गया तदोपरान्त उपस्थित लोगों को एन्टी ड्रग्स तथा साइबर अपराध से सम्बन्धित पम्पलेट भी वितरित किये गये। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के इस जागरुकता कार्यक्रम की आम जनमानस द्वारा सराहना की गयी है