रुद्रप्रयाग ।।जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले उत्तराखण्ड के पांच शहीदों में सूबेदार आनन्द सिंह रावत के शहीद होने की खबर से जनपद रुद्रप्रयाग से लेकर गांव में गमहिंन माहौल देखने को मिल रहा है शहीद आनंद सिंह अपने पीछे दो बच्चे पत्नी व 72 वर्षीय बुजुर्ग माता को हमेशा के लिए छोड़ चले है ।
शहीद के घर मे पत्नी ,भाभी ,मां पल पल में चीखती हुई व बेहोशी की हालत में दिखाई दे रहे है ।वही उनके सहपाठियों व परिवार वाला का कहना है कि आनन्द सिंह बचपन से ही बड़े मिलसार व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे गांव के हर सामाजिक कार्यो में छुट्टी लेकर सम्मलित हो जाते थे।और इन्होंने अपनी प्राम्भिक पढ़ाई गांव से व हाईस्कूल व इंटर की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज तिलकनगर से पाई है ।जेसीओ आनंद सिंह एक जनवरी 2001 को भर्ती हुई थे ट्रेनिग के बाद इन्हें 22 गढ़वाल राइफल में पोस्टिंग किया गया दो वर्ष पूर्व की ये नायब सूबेदार पद पर पदोन्नत हुए थे।24 वर्ष भारतीय सेवा में रहने के बाद 8 जुलाई दोपर को जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने घातक लगा कर गोलियों से छलनी कर दिया और हमेशा के लिए मां भारती की रक्षा के लिए शहीद हो गए। आनंद सिंह बासिंग के खिलाड़ी थे साउथ अफ्रीका से अपने बतालिन के लिए पदक लेके आये थे।6 माह पूर्व ये छुट्टी के दौरान गांव में आकर सभी परिवार जनों के साथ साथ अपने दोस्तों को मिल कर गए और सेवानिवत्त के बाद गांव में ही रहने का वादा कर गए थे। उनके शहीद होने की खबर व बच्चों के देहरादून से अपने गांव कांडा पहुंचने के गांव महिला व बच्चे बुजुर्ग उनके दुख में शामिल होने के लिए उनके घर पहुंच कर परिवार जनों को हिम्मत बाधने की बाते कह रहे है।