प्रदेश में बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में 72 हजार शिक्षक कार्यरत ।
हर साल अनिवार्य तबादलों की बारी आते ही इनमें से बड़ी संख्या में शिक्षक हो जाते है बीमार
तबादलों के डर से शिक्षक अमूमन लेते है लंबी अवधि के लिए छुट्टी
गंभीर बीमार शिक्षकों की वजह से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए सरकार ने इन शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति का लिया है निर्णय
शिक्षा महानिदेशालय ने नौ दिसंबर तक इन शिक्षकों की मांगी थी रिपोर्ट
विभाग को बीमार शिक्षक ढूंढे नहीं मिल रहे हैं
शिक्षा विभाग में गंभीर बीमार और लंबी अवधि से छुट्टी पर गए शिक्षकों की वजह से पढ़ाई पर पड़ रहा बुरा असर