सनसनीखेज: रुद्रप्रयाग में महिला PRD जवान बनाम जिला युवा कल्याण अधिकारी – आरोपों के जंजाल में फंसा कार्यालय।

रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड। देवभूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित जिला युवा कल्याण कार्यालय इन दिनों एक गंभीर विवाद का केंद्र बन गया है। एक PRD (प्रांतीय रक्षक दल) की महिला जवान ने अपने ही विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी पर यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और जबरदस्ती जैसे सनसनीखेज आरोप लगाए हैं, जबकि इसके जवाब में अधिकारी ने भी महिला जवानों पर मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालने और उन्हें झूठे केस में फंसाने की साजिश रचने का जवाबी मुकदमा दर्ज कराया है। इस दोहरे आरोप-प्रत्यारोप के बाद यह पूरा मामला अब पुलिस की प्रारंभिक जांच के दायरे में आ चुका है।

महिला जवानों के गंभीर आरोप: ‘छेड़छाड़ कर फाड़े कपड़े और कमरे में किया बंद’
शिकायत दिनांक: 25 सितंबर 2025

पीड़ित महिला PRD जवानों, गीता पंवार और उनकी सहयोगी सरिता गोस्वामी ने जिला युवा कल्याण अधिकारी (DYWO) वरद जोशी पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।

जबरदस्ती और अभद्र व्यवहार: महिला जवानों ने आरोप लगाया कि 24 सितंबर 2025 को दोपहर करीब 01:15 बजे DYWO ने उन्हें कार्यालय बुलाया और उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जबरदस्ती की। यही नहीं, अधिकारी ने उन्हें कमरे में बंद भी कर दिया।

यौन उत्पीड़न और कपड़े फाड़ने का आरोप: गीता पंवार के अनुसार, अधिकारी ने उनके साथ गलत हरकत की और यहाँ तक कि उनके कपड़े फाड़ डाले।

मानसिक प्रताड़ना: महिला जवानों का दावा है कि DYWO लंबे समय से उनका शोषण कर रहे हैं और उन्होंने सरकारी कार्य में बाधा न डालने की धमकी भी दी।

FIR की मांग: महिला PRD जवानों नेDYWO वरद जोशी के खिलाफ तत्काल छेड़छाड़, अभद्र व्यवहार, और आपराधिक गतिविधि के संबंध में FIR दर्ज करने की मांग की है।

🔵 DYWO का पलटवार: ‘झूठे फंसाने के लिए कपड़े फाड़कर साक्ष्य जुटाने की कोशिश’
शिकायत दिनांक: 28 अक्टूबर 2025।

 

 

महिला जवानों के आरोपों के जवाब में, जिला युवा कल्याण अधिकारी वरद जोशी ने भी रुद्रप्रयाग कोतवाली में गीता पंवार और सरिता गोस्वामी के खिलाफ जवाबी शिकायत दर्ज कराई है।

मारपीट और अराजक हमला: DYWO ने आरोप लगाया कि 28 अक्टूबर 2025 को दोपहर 2:00 बजे के लगभग महिला जवानों ने उन पर अराजक हमला किया, मारपीट की, और उन्हें गाली-गलौज भी किया।

सरकारी कार्य में बाधा: अधिकारी के अनुसार, महिला PRD जवानों ने उनके सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन्न किया।

झूठा फंसाने की साजिश: वरद जोशी का सबसे गंभीर आरोप यह है कि महिला जवान गीता पंवार पहले से ही एक वीडियो बना रही थी और उन्होंने DYWO के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के उद्देश्य से कपड़े फाड़कर खुद को घायल करने की कोशिश की, ताकि उनके खिलाफ झूठी कार्रवाई हो सके।

DYWO की मांग: अधिकारी ने महिला जवानों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज, सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने और झूठा फंसाने के प्रयास के लिए FIR दर्ज करने की मांग की है।

वर्तमान स्थिति: पुलिस की दोहरी जांच शुरू
रुद्रप्रयाग कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों की लिखित शिकायतें प्राप्त होने की पुष्टि की है। जहाँ एक ओर अधिकारी पर यौन उत्पीड़न और जबरदस्ती का आरोप है, वहीं दूसरी ओर महिला जवानों पर मारपीट और झूठा फंसाने के लिए आपराधिक कृत्य करने का आरोप है।

कोतवाली पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। पुलिस के सामने अब यह चुनौती है कि वह सच्चाई का पता लगाए कि क्या यह उत्पीड़न का मामला है, या फिर अधिकारी को फंसाने की सुनियोजित साजिश। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी कि दोनों में से कौन सा पक्ष सही है और कानूनी कार्रवाई किस दिशा में आगे बढ़ती है।

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