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Sunday, June 29, 2025
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राज्य के चारधामों की शीतकालीन यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जीएमवीएन के होटलों में ठहरने पर किराये में 25 प्रतिशत छूट प्रदान की जायेगी- मुख्यमंत्री

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आगामी चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिए अभी से पूरा प्लान बनाकर कार्य किया जाए।*

*चारधाम यात्रा और शीतकालीन यात्रा के दृष्टिगत पंजीकरण पोर्टल सिस्टम मजबूत बनाया जाय।*

*चारधाम यात्रा को व्यवस्थित करने के लिए स्टेक होल्डरों के साथ बैठक कर उनके सुझाव लिये जाएं।*

*चारधामों में जुटाई गई सुविधाओं के दृष्टिगत धामों की कैरिंग कैपिसिटी बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास किये जाएं।*

*चारधामों और उनके शीतकालीन प्रवासों के आस-पास के प्रमुख क्षेत्रों को भी विकसित किया जाए।*

*आगन्तुकों को सम्मान और उपहार में राज्य के स्थानीय उत्पाद प्रदान करें।*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में बैठक लेते हुए कहा कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थलों की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जीएमवीएन के होटलों में किराये पर 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शीतकालीन यात्रा स्थलों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। इस यात्रा के लिए विभिन्न माध्यमों से विभिन्न राज्यों में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा राज्य की आर्थिकी को बढ़ाने में भी गेम चेंजर साबित होगी। पंच बद्री और पंच केदार के साथ ही शीतकालीन यात्रा प्रवास के आस-पास के प्रमुख स्थलों को विकसित करने के भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने संबधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इस बार चारधाम यात्रा में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और उनका उचित समाधान कैसे किया जा सकता है, इस पर एक सप्ताह में शासन को रिपोर्ट प्रेषित करें। चारधाम यात्रा मार्गों पर प्रमुख आबादी वाले क्षेत्रों और होटलों के आस-पास सुव्यवस्थित पार्किंग बनाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य के मान और सम्मान से जुड़ी यात्रा है। यात्रा को सुविधायुक्त बनाना और श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराना हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में हर साल तेजी से वृद्धि हो रही है। चारों धामों में जुटाई गई अवस्थापना विकास की सुविधाओं के दृष्टिगत कैरिंग कैपिसिटी बढ़ाने की दिशा में कार्य किये जाएं। चारधामों के आस-पास के प्रमुख पौराणिक स्थलों को विकसित किया जाए और उनका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। चारधाम यात्रा मार्गों में सड़क, पेयजल, स्वच्छता, स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। यमुनोत्री के दर्शन के लिए वैकल्पिक मार्ग पर भी कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के लिए स्टेक होल्डरों के साथ शासन स्तर पर बैठक की जाए। स्टेक होल्डरों से सुझाव लेकर यात्रा प्रबंधन के लिए जो अच्छा हो सकता है, वह किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार में होने वाले आगामी अर्द्धकुंभ के लिए अभी से तैयारियां शुरू की जाए। यह बड़ा आयोजन होता है, इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए अभी से हर क्षेत्र में कार्य किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा कोरिडोर और शारदा कोरिडोर पर भी तेजी से कार्य किये जाएं। पूर्णागिरी और कैंची धाम में दर्शनार्थियों की सुविधा के दृष्टिगत वैकल्पिक मार्गों की दिशा में कार्य किया जाए और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य किये जाएं। आगामी नंदादेवी राजजात यात्रा के दृष्टिगत भी तैयारियां शुरू की जाए। प्रयागराज कुंभ के लिए राज्य से परिवहन की उचित व्यवस्था करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग को दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में आने वाले आगन्तुकों और महानुभावों को सम्मान और उपहार में उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पाद ही प्रदान किये जाएं। इससे वोकल फॉर लोकल को भी बढ़ावा मिलेगा और हमारे स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर पर अलग पहचान मिलेगी।

बैठक में अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, डीजीपी श्री दीपम सेठ, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगोली, श्री सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज पाण्डेय, श्री बृजेश कुमार संत, श्री एच.सी. सेमवाल, श्री विनय शंकर पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक श्री ए.पी अंशुमन, उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी एवं वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।

उत्तराखंड निकाय चुनाव का रास्ता हुआ साफ़, ओबीसी आरक्षण विधेयक को मंजूरी।

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देहरादून-उत्तराखंड में निकाय चुनावों का रास्ता अब साफ़ हो गया है। ओबीसी आरक्षण विधेयक को राजभवन ने मंजूरी दे दी है, जिससे राज्य में होने वाले निकाय चुनावों में ओबीसी समुदाय को आरक्षण मिल सकेगा। विधेयक की मंजूरी के बाद अब आरक्षण के संबंध में आदेश जारी किए जा सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, निकाय चुनावों की अधिसूचना 20 दिसंबर तक जारी होने की संभावना है। पहले निकायों का आरक्षण किया जाएगा, जिसके बाद ही चुनावों की अधिसूचना जारी की जाएगी।

शासन द्वारा 23 PCS अधिकारियों के हुए तबादले,लिस्ट हुई जारी।

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उत्तराखंड- उत्तराखण्ड सरकार द्वारा बड़े स्तर पर पीसीएस अधिकारियों की तैनाती में फेरबदल किया गया है। राज्य सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) के कई अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके वर्तमान तैनाती स्थानों से अवमुक्त कर दिया गया है और उन्हें नई तैनाती के तहत जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें अधिकारियों के नामों के सामने उनकी वर्तमान तैनाती के पदभार और विभाग को हटा कर नए पदों पर तैनात

सीएम के निर्देश पर 23 पीसीएस अधिकारियों के हुए तबादले,

कई जिलों के डिप्टी कलेक्टर बदले गए,

शिव कुमार बरनवाल सचिव बाल संरक्षण आयोग देहरादून बनाए गए,

अरविंद कुमार पांडेय अपर जिला अधिकारी टिहरी बने,

कृष्ण कुमार अपर जिला अधिकारी देहरादून बने,

प्यारे लाल शाह अपर जिला अधिकारी उत्तरकाशी बने,

अनिल गवर्याल अपर जिला अधिकारी पौड़ी बने,

रजा अब्बास को सचिव उत्तराखंड सूचना आयोग देहरादून बनाया गया,

श्रीमती युक्त मिश्रा को उप सचिव उत्तराखंड सूचना आयोग की जिम्मेदारी मिली,

सौरभ असवाल को डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार बनाया गया,

जितेंद्र कुमार को डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार ( मूल में ) बनाया गया,

गोपाल सिंह चौहान डिप्टी कलेक्टर उत्तरकाशी

राजेश तिवारी नगर आयुक्त रुकड़ी,

श्रीमती शालिनी नेगी डिप्टी कलेक्टर टिहरी

श्रीमती ऋचा सिंह बनी डिप्टी कलेक्टर नैनीताल,

श्रीमती कुसम चौहान बनी डिप्टी कलेक्टर पौड़ी ,

श्रीमती सोनिया पंत बनी एम डी ( प्रशासन ) परिवहन निगम

चतर सिंह चौहान डिप्टी कलेक्टर udhamsingh नगर

राहुल शाह डिप्टी कलेक्टर पिथौरागढ़ बने,

श्रीमती मोनिका बनी डिप्टी कलेक्टर चंपावत

श्रीमती रेखा कोहली बनी डिप्टी कलेक्टर पिथौरागढ़,

प्रमोद कुमार बने डिप्टी कलेक्टर बागेश्वर

गौरव पेटवाल बने डिप्टी कलेक्टर देहरादून

श्रेष्ठ गुनसोला बने डिप्टी कलेक्टर पौड़ी,

नवाजिश खलील बने डिप्टी कलेक्टर नैनीताल,

 

 

किया गया है।

रुद्रप्रयाग अपर जिलाधिकारी ने शीतलहर की तैयारियों को लेकर ली बैठक* *चिन्हित सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के दिए निर्देश।

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चिन्हित सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के दिए निर्देश*

*रैन बसेरों में जरूरी व्यवस्थाओं को रखा जाए दुरूस्त: अपर जिलाधिकारी*

रूद्रप्रयाग।।अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा की अध्यक्षता में शीतलहर के दृष्टिगत जनपद स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी सहित एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई तथा नगर निकायों के अधिकारियों को शीतलहर को लेकर उनसे संबंधित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में अपर जिलाधिकारी ने शीतलहरी की तैयारियों को लेकर समस्त उपजिलाधिकारियों एवं अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे उनसे संबंधित क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था एवं आवश्यकता के अनुसार कंबल वितरण की समुचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी रैनबसेरों में विद्युत, पानी, बिस्तर साफ-सफाई की व्यवस्था करने सहित अधिक ठंड की स्थिति में लोगों को ठहरने हेतु आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग के अंतर्गत स्थाई रूप से 01 रैनबसेरा है जिसमें 16 व्यक्तियों की ठहरने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि नगर पालिका के अंतर्गत कुल 8 अलग-अलग सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने हेतु चिन्हित किया गया है। इसी तरह नगर पंचायत तिलवाड़ा में 02 तथा अगस्त्यमुनि में 07 स्थानों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है।
अपर जिलाधिकारी ने पूर्ति अधिकारी को शीतऋतु में शीतलहर व बर्फवारी से सुरक्षा हेतु आवश्यकता अनुसार ईंधन व खाद्य आपूर्ति माह जनवरी के अंत तक के लिए पर्याप्त मात्रा में भंडारण करने के साथ ही हिमपात के दृष्टिगत संवेदनशील खाद्यान्न गोदामों में आगामी 03 माह हेतु राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं विद्युत व्यवस्था सुचारू रखने के साथ ही दुर्घटना से बचाव हेतु पालाग्रस्त स्थलों पर एक सप्ताह के अंतर्गत चेतावनी साइन बोर्ड चस्पा करने, नियमित रूप से चूना एवं नमक का छिड़काव करने सहित संभावित अवरुद्ध स्थानों पर जेसीबी मशीनों की तैनाती करने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी निर्देशित किया।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी आशीष चंद्र घिल्डियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट, पीएमजीएसवाई, लोनिवि, एनएच के अधिकारियों सहित सभी नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट को फिर मिली बम से उड़ाने की धमकी,एक घण्टा बाधित रही एयरपोर्ट पर सभी उड़ाने।

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डोईवाला (देहरादून)- देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। जिसके बाद एयरपोर्ट टर्मिनल को तुरंत खाली करा दिया गया, और वहां मौजूद सभी एयरपोर्ट कर्मियों, एयरलाइंस स्टाफ और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने टर्मिनल को घेर लिया, और जांच पड़ताल शुरू की। एयरपोर्ट की ओर आने वाले यात्रियों को बाहर ही रोक दिया गया था। इससे पहले भी विमानों में बम होने की धमकी मिली थी, लेकिन इस बार स्थिति गंभीर देखते हुए टर्मिनल को पूरी तरह खाली कराया गया था। अब सुरक्षा एजेंसियां टर्मिनल बम की सूचना की गहनता से जांच कर रही हैं। एयरपोर्ट पर फिलहाल फ्लाइट संचालन और गतिविधियां चालू कर दी गयी है।

जोलीग्रांट एयरपोर्ट को पहले भी कई बार बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है लेकिन इस बार फिर एयरपोर्ट पर बाथरूम के अंदर बम के होने की सूचना मिली इसके बाद जोलीग्रांट एयरपोर्ट पर हड़कप मच गया और सभी यात्रियों को आनन फानन में टर्मिनल भवन से बाहर किया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने एयरपोर्ट को अपने कब्जे में ले लिया बम होने की सूचना पर पूरे टर्मिनल भवन में सुरक्षा एजेंसियों ने बम की खोजबीन की लेकिन ऐसी कोई वस्तु कहीं पर नहीं मिली। बताया जा रहा है कि 12:00 के आसपास एयर पोर्ट पर बम होने की सूचना मिली उसके बाद तुरंत टर्मिनल भवन को खाली कराया गया और सभी पैसेंजरों को भी बाहर कर दिया गया 12:30 से लेकर 1:30 बजे तक एयरपोर्ट पर अफरा तफरी का माहौल रहा। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा खोजबीन करने के बाद जब कोई बम जैसी वस्तु एयरपोर्ट के अंदर नहीं मिली तो एयरपोर्ट प्रशासन ने राहत की सांस ली और उसके बाद एयरपोर्ट पर स्थिति सामान्य दिखाई दी।

चार दिनों से लापता चल रहा प्रवेंद्र का शव पेड़ से लटका हुआ मिला।

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राजकीय इंटर कॉलेज सिध्सोड के अध्यापक द्वारा मोबाइल फोन निकलना 12वीं में पढ़ने वाला छात्र प्रवेंद्र की मौत का बना कारण।

रुद्रप्रयाग ।जनपद रुद्रप्रयाग विकास खण्ड जखोली की ग्राम पंचायत कुरछोला का 12वीं में पढ़ने वाला छात्र प्रवेंद्र राजकीय इंटर कॉलेज सिध्सोड में 12 वीं का छात्र अध्यन्नरत था ।प्रवेंद्र द्वारा कक्षा में मोबाइल ले जाना महंगा पड़ गया।अध्यापक द्वारा 5छात्रों से फोन छीने गए थे ।अध्यापकों द्वारा फोन अभिभावको को देने को ही राजी हुए ताकि आगे छात्र स्कूल में मोबाइल न ला सके।पूर्व में भी स्कूल में छात्रों द्वारा स्कूल का फर्नीचर तोड़ा गया था जिसकी भरपाई भी अभिभावको से की गई ।मोबाइल न मिलने से प्रवेंद्र सिंह गुस्से में आ गया और अपनी टीसी मांगने लगा। और आधा दिन के बाद घर आ गया भोजन करने बाद घर से लापता हो गया ।4 दिन बाद आज जखोली के सवांरी जंगल मे प्रवेंद्र सिंह का शव पेड़ से लटका हुआ मिला ।जैसे ही ग्रामीणों को सवांरी के जंगल मे शव मिलने की सूचना मिली तो पूरा गांव जंगल की और दौड़ पड़ा ।जिसकी पहचान ग्रामीणों ने रुद्रप्रयाग पुलिस को दी ।पुलिस ने मौके पर जा कर पेड़ से शव को नीचे उतार कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग भेज दिया ।

वही जब उक्त घटना की जानकारी मेरे द्वारा फोन के माध्यम से प्रभारी प्रधानाचार्य श्री शर्मा से जानकारी मालूम कि तो उनका का कहना है कि जब फोन निकाले गए थे उसके बाद उक्त छात्र की मेरे फोन के द्वारा अपने पापा से बात हुई है भलेही उसके पापा के द्वारा फोन प्रवेंद्र को देने को कहा गया था,लेकिन स्कूल में अनुशासन बनाने के लिए अभिभावक को ही फोन देने की बात हमने की,उसके बाद उक्त छात्र के व्यवहार में परिवतर्न देखने को मिला और वह आधे दिन में छुट्टी ले कर घर चले गया, उसके बाद क्या कुछ हुआ वह हमारे संज्ञान में नही है।

उत्तराखंड सरकार का बड़ा निर्णय, 30 दिसम्बर तक पीपीपी मोड पर संचालित सभी अस्पताल हटाए जाएंगे प्रदेश से।

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उत्तराखंड-उत्तराखंड में कई सरकारी हॉस्पिटल पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर संचालित हो रहे हैं। जिनकी स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हमेशा ही सवाल खड़े होते रहे है. पीपीपी मोड पर संचालित होने वाले सरकारी हॉस्पिटल को लेकर सरकार को भी लगातार शिकायतें मिल रही थी, ऐसे में सरकार ने सरकारी हॉस्पिटलों को पीपीपी मोड से संचालित करने का फैसला वापस ले लिया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 30 दिसंबर तक सभी पीपीपी मोड पर संचालित अस्पतालों को वापस ले लिया जाएगा।

प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिए जाने को लेकर साल 2017 में सरकार ने पीपीपी मोड पर अस्पतालों के संचालन का निर्णय लिया था। उस दौरान वर्ल्ड बैंक की ओर से पोषित उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के 9 राजकीय अस्पतालों का पीपीपी मोड पर संचालन शुरू किया गया था. जिसमें टिहरी, पौड़ी और नैनीताल जिले में मौजूद तीन-तीन अस्पतालों को पीपीपी मोड पर दिया गया था।वहीं हाल ही में राज्य सरकार ने टिहरी गढ़वाल में संचालित जिला चिकित्सालय बौराड़ी समेत दो अन्य अस्पतालों बिलकेश्वर और देवप्रयाग को पीपीपी मोड से वापिस ले लिया था। वर्तमान समय ने अभी भी पौड़ी और नैनीताल जिले के 6 अस्पताल पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे है.इसके तहत पौड़ी जिले में जिला चिकित्सालय पौड़ी, संयुक्त चिकित्सालय पाबौ और संयुक्त चिकित्सालय घिण्डियाल के साथ ही नैनीताल जिले में रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय रामनगर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल शामिल है।ऐसे में अब उत्तराखंड सरकार इन सभी अस्पतालों को भी पीपीपी मोड से हटाकर अपने नियंत्रण में लेने जा रही है। क्योंकि वर्ल्ड बैंक की ओर से पोषित उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य में वर्ल्ड बैंक के जरिए तमाम हॉस्पिटल संचालित हो रहे है।उन्होंने बताया कि साल 2017 में सरकार ने पीपीपी मोड पर कई अस्पतालों को संचालित करने का निर्णय लिया था।क्योंकि उस दौरान राज्य में डॉक्टर्स की काफी कमी थी, लेकिन अब राज्य में डॉक्टर्स की संख्या भी प्रर्याप्त है. साथ ही मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी बढ़ गई है। इसके अलावा प्रदेश में 200 बच्चे पीजी भी कर रहे है. लिहाजा जितने भी हॉस्पिटल पीपीपी मोड पर चल रहे है, उनको 30 दिसंबर तक खत्म कर उन अस्पतालों को राज्य सरकार संचालित करेगी।

सीएम धामी ने पंचकेदारो के गद्दीस्थल से किया शीतकालीन यात्रा आगाज।

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यात्रा को लेकर पहले दिन दिखा खास उत्साह*

उखीमठ ।।सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज पंचकेदारो के गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से चारों धामों की शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीष्मकल के साथ श्रद्धालुओं को शीतकाल में भी चारों धामों के दर्शन के सौभाग्य प्राप्त होगा। इसके साथ ही यात्रा से जुड़े हुए सभी व्यवसाययों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। कहा कि यात्रा को लेकर पूरी तैयारी की गई है और सभी से अपील है कि वह शीतकालीन यात्रा के लिए चारों धामों में आए और भगवान का आशीर्वाद ले।
शीतकालीन यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिलना है जहां तीर्थ पुरोहित इसे एक अच्छा प्रयास सरकार का मान रहे है वही उनका यह भी कहना है की साल भर की यात्रा शुरू होने से समस्त श्रद्धालुओं को चारों धामों में दर्शनों के अवसर प्राप्त होंगे और वह आसानी से सभी धर्मों में दर्शन कर सकेंगे।
शीतकालीन यात्रा शुरु होने से जहा श्र्धालुओ मे खासा उत्साह दिख रहा है, वही स्थानीय लोग भी बेहद खुश है। पहले दिन ही खासी संख्या मे श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुँचे। तो वही स्थानीय लोग भी यात्रा को लेकर उत्साहित है।
इस अवसर पर रुद्रप्रयाग विधायक श्री भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ की विधायक श्रीमती आशा नौटियाल, अध्यक्ष बीकेटीसी श्री अजेंद्र अजय, श्री चंडी प्रसाद भट्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री महावीर सिंह पंवार, श्रीनिवास पोस्ती सहित मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, उप जिला ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला आदि मौजूद रहे।

 

12वीं में पढ़ने वाला छात्र प्रवेंद्र दो दिनों से लापता।

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रुद्रप्रयाग ।जनपद रुद्रप्रयाग विकास खण्ड जखोली की ग्राम पंचायत कुरछोला का 12वीं में पढ़ने वाला छात्र तीन दिन से घर मे बिना बताए लापता चल रहा है घर वालो के द्वारा उसकी खोजबीन करने बाद भी कोई पता नही चल पाया है बताया जा रहा है छात्र प्रवेंद्र अपनी कक्षा में अपना मोबाइल फोन लेके जा रखा था और अध्यापक द्वारा फोन निकाल दिया ।और उसी गुस्से में घर आ कर 5 दिसम्बर सांय 4 बजे बिना बताए कहि चले गया है काफी खोज बिन व रिस्तेदारी में पता करने के बाद भी कोई सूचना प्राप्त नही हुई है आज परिजनों ने उसकी खोजबीन के लिए रुद्रप्रयाग थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवा कर मद्दत की गुहार लगाई है ।यदि आप लोगो को अगर किसी व्यक्ति को कुछ सूचना मिलती है तो 9627211714,9520371928 पर सम्पर्क करें ।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं संग किया झुमैला नृत्य।* *राज्य सरकार 6 माह की यात्रा को वर्ष भर चलाने पर कर रही कार्य।

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मुख्यमंत्री ने जनपद रुद्रप्रयाग के सारी गांव में ग्राम वासियों एवं स्थानीय निवासियों द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में किया प्रतिभाग।*

*ग्रामवासियों एवं स्थानीय निवासियों से मुलाकात कर विकास योजनाओं का लिया फीडबैक*

*मुख्यमंत्री ने महिलाओं संग किया झुमैला नृत्य।*

*राज्य सरकार 6 माह की यात्रा को वर्ष भर चलाने पर कर रही कार्य।*

सारी।।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रुद्रप्रयाग के सारी गांव में ग्राम वासियों एवं स्थानीय निवासियों द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। ग्रामवासियों एवं स्थानीय निवासियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास से संबंधित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने सारी गांव में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी अवलोकन किया। उन्होंने महिलाओं संग झुमैला नृत्य भी किया। मुख्यमंत्री ने सारी ग्रामवासियों के साथ रात्रि भोजन भी किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महिला मंगल दल हेतु 1 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चित ही देवरिया ताल में लगने वाले मेले को संस्कृति विभाग, राजकीय मेले के रूप में मान्यता देगा।
मुख्यमंत्री ने सारी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सभी के बीच में आकर बेहद खुशी महसूस हो रही है। उन्होंने कहा सारी गांव में जो कार्यक्रम शुरू हुआ है, अब ये कार्यक्रम पूरे प्रदेश में चलेगा। मुख्यमंत्री ने श्रीमती आशा नौटियाल को विजय बनाने पर सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा अब सरकार की बारी है कि जो वादे उन्होंने चुनाव से पहले किए हैं अब उन्हें पूरा किया जाए। इस क्षेत्र के सभी प्रस्ताव, घोषणाओं, एवं जनहित के कार्यों को धरातल में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा जनता के सुझावों पर प्राथमिकता से कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी जी का उत्तराखंड एवं विशेषकर बाबा केदारनाथ जी की भूमि से गहरा लगाव है। प्रधानमंत्री जी के ह्रदय में उत्तराखंड बसता है। प्रधानमंत्री जी ने अनेकों योजनाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ाया है। 2013 की आपदा के बाद भगवान केदारनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने हाथों में लिया। आज भगवान केदारनाथ धाम भव्य और दिव्य बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा उन्होंने उपचुनाव से पहले स्वयं केदारनाथ क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाली वो आगे भी क्षेत्र के विकास हेतु संकल्पित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारघाटी में इस वर्ष जुलाई में आई आपदा के दौरान वे अधिकारियों के साथ स्वयं जनता के बीच में मौजूद रहे। आपदा के बाद दूसरे चरण की यात्रा को भी जल्द शुरू किया गया था। अब राज्य सरकार 6 माह की यात्रा को वर्ष भर चलाने पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सारी गांव एक आदर्श गांव है जहां 40 से भी ज्यादा होम स्टे हैं। होम स्टे को भी राज्य सरकार निरंतर बढ़ा रही है। होमस्टे राज्य की आर्थिक का साधन बन रहे हैं। देवरिया ताल, बाबा तुंगनाथ एवं अन्य देवी देवताओं में भी विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा हमने अपने गांव का बचाने का भी संकल्प लेना है।
मुख्यमंत्री ने कहा विदेश में भी महिलाएं अपने पारंपरिक परिधानों को पहनती है। ये दिखाता है कि हमारे लोग हमारी पारंपरिक संस्कृति को भी बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपनी बोली भाषा, संस्कृति , घरों को संरक्षित करने का आग्रह किया है। हमारी सनातन संस्कृति पहले भी थी, अब भी है, और आगे भी रहेगी। उन्होंने कहा महिलाएं, राज्य के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहीं है। महिलाएं अपने साथ अन्य लोगो को भी रोज़गार दे रहीं है। उन्होंने कहा युवाओं को कौशल विकास से जोड़ा जा रहा है। रुद्रप्रयाग में साइंस सिटी का निर्माण कार्य भी किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती आशा नौटियाल, विधायक श्री भरत चौधरी, केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष श्री अजेन्द्र अजेय, श्री चंडी प्रसाद भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।