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Thursday, June 26, 2025
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उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार ,मुख्यमंत्री धामी की पर्यटन प्रदेश की मुहिम रंग लाई।

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*उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार*

*मुख्यमंत्री धामी की पर्यटन प्रदेश की मुहिम रंग लाई*

*जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, सूपी को कृषि पर्यटन और हर्षिल व गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज के लिए किया जाएगा सम्मानित*

*केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय अंतराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर करेगा सम्मानित*

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश बनाने की मुहिम रंग ला रही है। ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने पर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से राज्य के चार गांवों को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। आगामी 27 सितंबर को नई दिल्ली में यह पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।

पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। संस्कृति और प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्यों व जीवन शैली को बढ़ावा देने एवं आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को इसमें परखा जाता है। इन्हीं विषयों पर प्रविष्टियां आमंत्रित की जाती हैं। इस वर्ष प्रविष्टियों के आधार उत्तराखंड के चार गांवों का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है।

उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज, पिथौरागढ़ जिले के सीमान्त गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज और नैनीताल जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार के लिए चुना गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी ग्रामवासियों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्यटन विकास में आम जनता की अहम भूमिका है। उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश के रूप में स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है, इसके लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, लेकिन राज्य की देवतुल्य जनता के सहयोग से ही यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

चमोली नवोदय विद्यालय के छात्रावास में लगी आग,मची अफरा-तफरी, बच्चों ने भागकर बचाई जान।

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चमोली।गैरसैंण बाजार के समीप स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में आज सुबह लगभग 4 बजे के आसपास शार्ट सर्किट होने के कारण भयावाह आग लग गई।जिसके बाद मची अफरा-तफरी के बीच बच्चों को किसी तरह सुरक्षित निकालकर दूसरे भवनों में शिफ्ट किया गया।घटना में किसी भी बच्चे ओर अन्य स्टाफ को कोई नुकसान न होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली।शुक्रवार सुबह चार बजे आवासीय स्कूल प्रबंधन के कर्मचारी ओर बच्चे जाग ही रहे थे की बगल के स्टोर रूम से धुंआ उठता देख मची अफरा तफरी के बीच अन्य बच्चों को नींद से जगाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।घटना की सूचना स्थानीय पुलिस,तहसील प्रशासन को भी दी गयी जिसके बाद मौके पर पंहुचे थाना गैरसैंण के पुलिस के जवान,फायर ब्रिगेड एसडीआरएफ ओर तहसील कर्मियों ने मौके पर पंहुच कर कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।विधालय में जनपद चमोली के विभिन्न विकासखंडों के लगभग 146 नौनिहाल यहां अध्ययनरत हैं।जानकारी के अनुसार बिल्डिंग हाल जो की टिन व फाइबर का बना हुआ है इस फैब्रिकेटेड हाल में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। हाल के कुल चार पार्ट बने हुए हैं जिसमे तीन कमरों में 40 बच्चे रात में सोते हैं।तथा चौथे कमरे में बच्चों के रजाई गद्दे बिस्तर किताबें,कपड़े तथा खेल सामग्री रखी हुई थी। बताया जा रहा है कि उसी स्टोर वाले कमरे में शार्ट सर्किट के कारण आगजनी शुरू हुई और पूरे फैब्रिकेटेड हाल में लग गई।जिससे पूरे विद्यालय में अफरा तफरी मच गई।
ग़नीमत रही की अन्य कमरे आग पकड़ने से पहले सभी बच्चे कमरे ख़ाली कर बाहर भाग गये।आवासीय परिसर की प्रधानाचार्य आरती गुंसाई ने बताया की शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है जिसमें बच्चों की शैक्षणिक सामग्री सहित अन्य सामान नष्ट हो घटना में 5-6 लाख का नुकसान होने का अनुमान है।स्टोर में रखी बच्चों के रजाई कपड़े बैग्स किताबें व कपडे तथा खेल सामग्री जलकर राख हो गई हैं।उपनिरीक्षक कुकशाल ने बताया की घटना की सूचना मिलने पर पुलिस फायर ब्रिगेड एसडीआरएफ ने बेहतरीन समन्वय से आग पर काबू पा लिया जिससे अन्य भवनों को आग की चपेट में आने से बचा लिया गया।मामले में नायब तहसीलदार महेंद्र आर्य ने बताया की बच्चों को दूसरे भवन में शिफ्ट कर दिया गया है।बच्चों की किताबें कपड़े व खेल सामग्री नष्ट हो गयी है,उसके लिए शिक्षा विभाग सभी सामग्री उपलब्ध करवाएगा।वहीं बिस्तर इत्यादी की व्यवस्था भी विभागीय स्तर पर कर दी गयी है।उन्होनें बताया की शुरूआती तौर पर शार्ट सर्किट से आग लगा होना प्रतीत होता है आग लगने का कारण किसी लापरवाही के चलते पाया जाता है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। आग लगने की घटना के बाद से बच्चों के साथ ही अभिभावक भी डरे हुए हैं।उल्लेखनीय है कि आवासीय विद्यालय बाजार के नजदीक ही स्थित है,जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी प्रधानाचार्य सहित प्रबंधन समिति ओर उपजिलाधिकारी के पास होती है ऐसे में फायबर से बने कमरों की विधुत व्यवस्था भी चाक चोबंद होनी चाहिए थी।घटना के बाद से अभिभावकों का बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित होना लाजमी है। विधालय में जनपद चमोली के विभिन्न विकासखंडों के लगभग 146 नौनिहाल यहां अध्ययनरत हैं।फारबर से बने कमरों में छठवीं से बारहवीं तक के 40 बच्चों के रात्री शयन की व्यवस्था बनायी गयी थी।जहां शार्ट सर्किट से आग लग गयी थी।

जिलाधिकारी की देखरेख में रतूड़ा गांव में कृषक वीरेंद्र सिंह के खेत में की गई धान की क्राॅप कटिंग

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  1. *जिलाधिकारी की देखरेख में रतूड़ा गांव में कृषक वीरेंद्र सिंह के खेत में की गई धान की क्राॅप कटिंग*

*जिलाधिकारी द्वारा मौसम खरीफ 2024 में फसल कटाई प्रयोगों का किया गया निरीक्षण*

जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने गुरुवार को ग्राम रतूडा में कृषक वीरेंद्र सिंह पुत्र कल्याण सिंह के खेत में जाकर *प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना* के अंतर्गत संसूचित फसल धान पर फसल कटाई प्रयोग का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसानों की हौसला अफजाई करते हुए उनके द्वारा उत्पादित की जा रही फसलों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आधुनिक/जैविक खेती करने के लिए संबंधित विभागों द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिसके लिए संबंधित विभागों द्वारा कृषकों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं उचित प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जा रहा है जिसके लिए उन्होंने सभी कृषकों को इसका अधिक से अधिक लाभ लेने को कहा ताकि किसानों की आर्थिकी मजबूत होने के साथ ही वह आत्मनिर्भर हो सकें। उन्होंने किसानों को फसल धान का अधिक से अधिक बीमा कराने हेतु प्रोत्साहित किया।
जिलाधिकारी ने स्थानीय कृषकों को फसल क्षति से होने वाली हानि से बचने के लिए *फसल बीमा* कराने हेतु परामर्श दिया। साथ ही उन्होंने मौके पर मौजूद राजस्व उपनिरीक्षकों को खेत मापन पद्धति के बारे में भी विस्तार से समझाया। साथ ही उन्होंने समस्त राजस्व उपनिरीक्षकों को खेत मापन के संबंध में प्रशिक्षण देने हेतु उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को निर्देशित किया।
अपर सांख्यिकी अधिकारी मुहम्मद आरिफ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा किसान वीरेंद्र सिंह पुत्र कल्याण सिंह के क्रॉप कटिंग प्रयोग हेतु चयनित खेत (खसरा नंबर-509) में बनाए गए प्रयोगात्मक प्लॉट (6×5=30 वर्ग मीटर) में निरीक्षण किया गया जिसमें प्लॉट उपज 14.500 किग्रा (अनुमानित उपज 27 कु0/है0) प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि औसत उपज के आधार पर ही बीमा कम्पनियों के द्वारा बीमित किसानों को फसल क्षति का आंकलन करते हुए बीमित धनराशि का भुगतान किया जाता है।

 

31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में अतिवृष्टि से लिनचोली से सोनप्रयाग तक पैदल तथा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न प्रभावित व्यवसायियों को ₹56.30 लाख की राहत राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने की स्वीकृति दी गई है।

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  • मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस वर्ष 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में अतिवृष्टि से लिनचोली से सोनप्रयाग तक पैदल तथा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न प्रभावित व्यवसायियों को ₹56.30 लाख की राहत राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री द्वारा इससे पूर्व भी प्रभावित व्यवसायियों के लिए ₹09 करोड़ 08 लाख की धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है।

सचिव मुख्यमंत्री श्री शैलेश बगोली द्वारा जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि उनके अनुरोध पर ₹56.30 लाख की धनराशि और स्वीकृत की गई है। यह धनराशि पूर्व में स्वीकृत ₹09 करोड़ 08 लाख के अतिरिक्त है।

सचिव मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रस्ताव के संदर्भ में शासन स्तर पर सम्यक विचारोपरान्त मुख्यमंत्री के निर्देश पर निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से लिनचोली से सोनप्रयाग तक के अतिवृष्टि के प्रभावितों की क्षतिपूर्ति हेतु जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से प्राप्त प्रस्तावानुसार उपरोक्त धनराशि स्वीकृत की गई है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि स्वीकृत धनराशि का भुगतान प्रभावितों को करने से पूर्व प्रकरणों का संगत शासनादेशों में किये गये प्रावधानों के तहत परीक्षण तथा प्रभावितों का नियमानुसार सत्यापन करने के उपरान्त पूर्णतः संतुष्ट होने पर भुगतान यथासंभव ई-बैंकिग के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा। जहां ई-बैंकिग की सुविधा न हो, वहां धनराशि डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से वितरित की जाएगी।

प्रभावितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत धनराशि के वितरण के पश्चात् लाभार्थियों का विवरण यथा-नाम, पता, दूरभाष संख्या इत्यादि जनपद स्तर पर सुरक्षित रखे जाने के भी निर्देश वर्णित शासनादेश में दिए गए हैं।

अंकिता भंडारी को न्याय के लिए कांग्रेस का मौन उपवास

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हल्द्वानी।। अंकिता भंडारी की दूसरी बरसी के मौके पर आज हल्द्वानी में कांग्रेस ने मौन उपवास कर विरोध जताया। कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में आयोजित मौन उपवास में सैकड़ो कार्यकर्ता और महिलाएं भी मौजूद रहे। जिन्होंने अंकिता भंडारी को न्याय दिए जाने को लेकर मौन उपवास रखा। इस दौरान कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाएं और बेटियों की सुरक्षा आज राम भरोसे है 2 साल पहले अंकित भंडारी की हत्या हुई थी। लेकिन आज भी उसके असली गुनहगारों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है राज्य सरकार ने गुनहगारों को बचाने की कोशिश की यह प्रदेश की जनता अच्छी तरह जानती है कांग्रेस विधायक ने कहा कि आज दूसरी बरसी पर मौन उपवास रख उनके द्वारा पहाड़ की बेटी को श्रद्धांजलि दी गई है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर भी पुतला दहन किया उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों से इससे ज्यादा उम्मीद भी क्या की जा सकती है कि नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए ऐसी टिप्पणी की जा रही है।

 

मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू करना हमारा लक्ष्य: मुख्यमंत्री।

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मुख्यमंत्री ने देहरादून के परेड मैदान में ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग एवं क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ कर किया रवाना*

*राज्य में 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का किया गया निर्माण*

*भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत देश के पांच सबसे अच्छे शहरों में देहरादून का शामिल होना गौरव की बात*

*मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई एवं ‘एक पेड़ मां’ के नाम अभियान के अंतर्गत पौधरोपण भी किया*

*मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजन कर सबको दी शुभकामनाएं*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देहरादून के परेड मैदान में ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया एवं क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई एवं ‘एक पेड़ मां’ के नाम अभियान के अंतर्गत परेड मैदान परिसर में पौधरोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बालिकाओं को किशोरी किट का वितरण भी किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजन किया और सभी को विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए प्रभु से उनके दीर्घायु की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छता के प्रति सजगता, निष्ठा और नेतृत्व हम सबको प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि आज उनके जन्मदिवस के सुअवसर पर हम स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत कर रहे हैं। यह स्वच्छता पखवाड़ा 2 अक्टूबर को संपन्न होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद स्वच्छ भारत का मिशन शुरू किया था जिसके कारण आज देश के हर व्यक्ति के अंदर स्वच्छता का भाव उत्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के ऐतिहासिक और दूरदर्शी विजन ने भारत को स्वच्छता के नए आयामों पर पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में देशभर के अंदर करोडों शौचालय का निर्माण हुआ, कचरा प्रबंधन के लिए जरूरी सुविधाओं का विकास किया गया है और स्वच्छता को लेकर आम लोगों में जागरूकता आयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड भी स्वच्छता के मामले में सराहनीय प्रगति के साथ आगे बढ़ रहा है। उत्तराखंड को वर्ष 2017 में देश का चौथा ओडीएफ राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ। अब तक राज्य में कुल 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 2600 से भी अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है। 9000 से अधिक गांव में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा किया गया है। 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की इकाइयां स्थापित कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में नगर निगम देहरादून द्वारा जो प्रयास किये जा रहे हैं वो सराहनीय हैं। नगर निगम द्वारा आमजन की सफाई से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण हेतु स्वच्छता कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो 24×7 संचालित होता है। इसके अलावा सफाई सुनिश्चित करने के लिए आठ टीमों का गठन करने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी जैसे अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत देश के पांच सबसे अच्छे शहरों में हमारे राज्य की राजधानी देहरादून को भी सम्मिलित किया गया है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छता सुनिश्चित करने की दिशा में हम एक अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता’ रखी गई है। जिसके जरिये संदेश है कि हम सबको मिलकर आगे बढ़ाना है जिससे जन-जन के स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता की भावना आए।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर हम शासन-प्रशासन के स्तर पर हम प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह प्रयास तभी सफल होंगे जब इसमें जनभागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने स्तर पर गांव, शहर, मोहल्ले इत्यादि को स्वच्छ बनाने का प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को केवल एक दिन का औपचारिक कार्यक्रम न बनाकर बल्कि इसे हमें अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा। उन्होंने कहा कि आज हमने यहां पर पौधरोपण किया है और जो स्वच्छता की शपथ ली है, वो हमारे राज्य को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के हमारे संकल्प को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि आइए हम सब मिलकर अपने आसपास साफ सफाई की जिम्मेदारी लें और हम एक स्वस्थ व स्वच्छ उत्तराखंड बनाने की दिशा में आगे बढ़ें।

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस दिन से हमारे स्वभाव में स्वच्छता आ जाएगी, तो उस दिन से प्रदेश भी स्वच्छ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आज प्रदेशभर में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकासखंडों के लिए स्वच्छता रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, श्री सौरभ बहुगुणा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान, विधायक श्री खजान दास, श्रीमती सविता कपूर, श्री उमेश शर्मा काऊ, श्री भरत चौधरी, निवर्तमान मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, सचिव श्री शैलेश बगोली, देहरादून के जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, नगर आयुक्त श्री गौरव कुमार आदि उपस्थित रहे।

राज्य में प्रतिमाह 100 यूनिट तक विद्युत खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी देगी धामी सरकार।

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*राज्य में प्रतिमाह 100 यूनिट तक विद्युत खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी देगी धामी सरकार।*

*उच्च हिमालयी क्षेत्रों के लिए यह मानक 200 यूनिट तक रहेगा।*

*राज्य में पिटकुल की 05 परियोजनाओं का मुख्यमंत्री ने किया शिलान्यास।*

*राज्य में 16 लाख स्मार्ट मीटरों के स्थापना के कार्य का भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया शुभारंभ।*

*977 करोड़ की लागत से देहरादून शहर के प्रमुख मार्गों की विद्युत लाईनें होंगी भूमिगत।*

*प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत 101 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने सौंपी चाबी।*

*प्रदेशवासियों को अपने जन्म दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने दी अनेक सौगात।*

राज्य में प्रतिमाह 100 यूनिट तक विद्युत खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी देगी धामी सरकार। उच्च हिमालयी क्षेत्रों के लिए यह मानक 200 यूनिट तक रहेगा। यह सुविधा 01 किलोवाट तक विद्युत भार वाले उपभोक्ताओं को मिलेगी। इस योजना का लाभ लगभग 11 लाख 50 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अपने जन्म दिवस के अवसर पर मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को अनेक सौगात दी।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पिटकुल की ए.डी.बी. वित्त पोषत 05 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन 05 परियोजनाओं में 220 के.वी जी.आई.एस सब स्टेशन सेलाकुई एवं संबंधित लाईन के निर्माण कार्य, 132 के.वी जी.आई.एस सब स्टेशन आराघर एवं संबंधित लाईन के निर्माण कार्य, 132 के.वी जी.आई.एस सब स्टेशन लोहाघाट एवं संबंधित लाईन के निर्माण कार्य, 132 के.वी जी.आई.एस सब स्टेशन धौलाखेड़ा एवं संबंधित लाईन के निर्माण कार्य तथा 132 के.वी जी.आई.एस सब स्टेशन खटीमा द्वितीय और संबंधित लाईन के निर्माण कार्य शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यूपीसीएल की परियोजनाओं गढ़वाल और कुमांऊ क्षेत्र में केन्द्र पोषित आर.डी.एस.एस योजना के अन्तर्गत 16 लाख स्मार्ट मीटरों के स्थापना के कार्य एवं एडीबी द्वारा बाह्य सहायतित उत्तराखण्ड क्लाइमेट रेजिलिएन्ट पावर स्टिम डवलपमेंट प्रोजक्ट के अन्तर्गत देहरादून शहर के प्रमुख मार्गों की विद्युत लाईनों को भूमिगत किये जाने वाले कार्यों का शुभारंभ किया। इसमें लगभग 977 करोड़ की धनराशि खर्च होगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत निर्मित लक्ष्मी आवास योजना शिकारपुर, रूड़की, हरिद्वार के भवनों के 101 लाभार्थियों को कब्जा पत्र और चाबी सौंपी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड के सतत विकास के लिए राज्य सरकार हर क्षेत्र में तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज विद्युत की जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है, इनसे राज्य में विद्युत की आपूर्ति और वितरण व्यवस्था में और सुधार होगा। इससे राज्य में उद्योगों को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोजगार में भी वृद्धि होगी। इससे राज्य की आर्थिकी को और मजबूत आधार मिलेगा। स्मार्ट मीटरों से ऊर्जा आपूर्ति प्रणाली सुदृढ़ होगी और आम जनता की बिलिंग सबंधी समस्याएं भी दूर होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रही है।

कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को कई सौगात दी है। उन्होंने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद से मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नई कार्य संस्कृति बनाई है। मुख्यमंत्री के कार्यकाल में अनेक बड़े कार्य हो रहे हैं। 977 करोड़ के लागत से देहरादून में विद्युत लाईन को भूमिगत करना एक महत्वपूर्ण कार्य है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, श्रीमती रेखा आर्य, राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र भट्ट, राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सेनी, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव ऊर्जा डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम, एमडी यूपीसीएल श्री अनिल कुमार, एमडी पिटकुल श्री पी.सी ध्यानी और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम धामी के जन्मदिन पर बदरी-केदार सहित कई प्रमुख मंदिरों में हुई पूजा-अर्चना व हवन।

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*सीएम धामी के जन्मदिन पर बदरी-केदार सहित कई प्रमुख मंदिरों में हुई पूजा-अर्चना व हवन*

*पीएम मोदी के जन्मदिन पर भी आयोजित होंगी विशेष पूजाएं*

श्री बदरीनाथ/श्री केदारनाथ: 16 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जन्मदिन पर आज भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष त्रयोदशी सोमवार को श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) द्वारा बदरीनाथ व केदारनाथ सहित अधीनस्थ मंदिरों श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ, श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, तृतीय केदार तुंगनाथ, सिद्धपीठ कालीमठ में विशेष पूजा-अर्चना तथा हवन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के दीर्घायु तथा प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की गयी।

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि बदरीनाथ में रावल, आचार्य व वेदपाठियों के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम गोत्र से महाभिषेक पूजा तथा केदारनाथ धाम में षोडशोपचार एवं रूद्राभिषेक पूजा संपन्न हुई। बदरीनाथ धाम में उपाध्यक्ष किशोर पंवार तथा मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल पूजा में सम्मिलित हुए।

श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ, श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, तृतीय केदार तुंगनाथ, विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी सहित सिद्धपीठ कालीमठ में भी पूजा अर्चना तथा हवन भी संपन्न हुआ।

अजेंद्र ने बताया कि मंगलवार को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर भी बदरी- केदार समेत सभी मंदिरों में विशेष पूजा आयोजित कर उनके सुदीर्घ जीवन और देश की कुशलता की कामना किई।

बहुचर्चित NH-74 घोटाला: आरोपितों पर 15 करोड़ की मनी लांड्रिंग का आरोप।

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उत्तराखंड-
उत्तराखंड के बहुचर्चित राष्ट्रीय राजमार्ग-74 (एनएच-74) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्य आरोपित रहे पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह और सात किसानों के खिलाफ 15 करोड़ रुपये से अधिक के मनी लांड्रिंग का आरोप लगाया है। स्पेशल कोर्ट ईडी ने शुक्रवार को आरोपपत्र का संज्ञान लिया। मामले की अगली सुनवाई 13 नवंबर को होगी। मार्च 2017 में एनएच-74 का घोटाला सामने आया था। उत्तराखंड के बहुचर्चित राष्ट्रीय राजमार्ग-74 (एनएच-74) के घाेटाले के आरोपितों पर 15 करोड़ रुपये से अधिक के मनी लांड्रिंग का आरोप है। इस मामले में मुख्य आरोपित रहे पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह और सात किसानों का नाम शामिल है। स्पेशल कोर्ट ईडी ने शुक्रवार को आरोपितों के खिलाफ दाखिल किए आरोपपत्र का संज्ञान लिया है। इस मामले में अब 13 नवंबर को अगली सुनवाई होनी है।

इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कई किसानों की संपतियों को भी अटैच कर चुकी है। मार्च 2017 में एनएच-74 का घोटाला सामने आया था। यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा घोटाला बताया गया है। तत्कालीन एडीएम प्रताप शाह ने ऊधमसिंहनगर की सिडकुल चौकी में एनएचएआइ के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ही सात तहसीलों के तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार और कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उस समय त्रिवेंद्र सिंह की सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था। घोटाले में दो आइएएस और पांच पीसीएस अफसर निलंबित किए गए जबकि 30 से अधिक अधिकारी, कर्मचारी व किसानों को जेल जाना पड़ा था। एनएच-74 घोटाले के आरोप में तत्कालीन एसएलओ और पीसीएस अफसर दिनेश प्रताप सिंह को मुख्य आरोपित बनाया था। वह एक साल से अधिक समय तक जेल में रहे।

400 करोड़ रुपये से अधिक का था घोटाला—

सरकार की ओर से जब घोटाले की जांच की तो यह घोटाला 400 करोड़ रुपये से अधिक का पाय गया। इसके बाद एसआइटी ने आरोपपत्र भी दाखिल किया व पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सहित कई अधिकारियों व किसानों के खिलाफ आरोप भी तय हुए। यह किसान पंजाब के हैं। करोड़ों रुपये के इस घोटाले में ईडी भी सक्रिय हुई। ईडी ने अपनी जांच के दौरान अधिकारियों और किसानों की करोड़ों रुपयों की संपत्ति को अटैच किया। करीब तीन साल की लंबी जांच के बाद ईडी ने 10 सितंबर को पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह, किसान जिशान अहमद, सुधीर चावला, अजमेर सिंह, गुरवैल सिंह, सुखवंत सिंह, सुखदेव सिंह और सतनाम सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।

आदि कैलाश के यात्रियों का सुरक्षित रेस्क्यू मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशन में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

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हेलीकॉप्टर से किया गया रेस्क्यू, मा0 मुख्यमंत्री ने एजेंसियों को सराहा
देहरादून। भूस्खलन के चलते अवरुद्ध आदि कैलाश यात्रा मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर फंसे अधिकांश यात्रियों का हेलीकॉप्टर के जरिये सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। नारायण आश्रम में रुके यात्रियों का कल हेली सेवा से रेस्क्यू कर लिया जाएगा। मा0 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं इस रेस्क्यू अभियान की निगरानी की तथा यात्रियों को सकुशल निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाने के निर्देश दिए। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ, एसएसबी, उत्तराखंड पुलिस तथा चिपसम एवेएशन कंपनी ने युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाकर यात्रियों को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
रेस्क्यू अभियान के सफल संचालन पर मा0 मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़, एसएसपी पिथौरागढ़ के साथ ही एनडीआरएफ, एसएसबी तथा सिविल एवीएशन की टीम की प्रशंसा की है। इस मौके पर मा0 मुख्यमंत्री ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और देश-विदेश के यात्री सुरक्षित माहौल में यात्रा कर सकें, इसके लिए सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। वहीं सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन लगातार तीसरे दिने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और रेस्क्यू अभियान की स्वयं निगरानी की।
पिछले दिनों तमिलनाडू, पंजाब, दिल्ली के यात्री आदि कैलाश के दर्शन के लिए निकले थे। इस बीच 13 सितंबर को भारी बारिश के कारण आदि कैलाश यात्रा मार्ग तवाघाट के पास चैतलधार तथा कुछ अन्य स्थानों पर भूस्खलन होने कारण बंद हो गया। इस कारण पंजाब के दस यात्री तथा दिल्ली का एक यात्री खेला में फंस गए। वहीं तमिलनाडू के 30 यात्री बुदी में फंस गए थे।
मा0 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को जैसे ही आदि कैलाश मार्ग के भूस्खलन के कारण अवरुद्ध होने तथा यात्रियों के फंसे होने की जानकारी मिली, उन्होंने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास से यात्रियों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाने तथा हेलीकॉप्टर से यात्रियों का रेस्क्यू करने के निर्देश दिए। मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश पर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन के निर्देश पर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने यात्रियों के हेली रेस्क्यू के लिए अभियान चलाया।
रविवार को खेला से 10 यात्रियों को हेलीसेवा के जरिये धारचूला स्थित सेना के हेलीपैड में पहुंचाया गया। वहीं इस दल में शामिल एक यात्री स्वदेश नंदचहल की स्वास्थ्य खराब होने के कारण मृत्यु हो गई थी, जिनके शव को धारचूला पहुंचाया गया। वहीं दूसरी ओर बूदी में फंसे तमिलनाडू के 30 यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर धारचूला में सेना के हेलीपैड पहुंचाया गया। वहीं नारायणआश्रम में कुछ लोग अभी रुके हुए हैं, जिन्हें कल हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू कर लिया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार दो से तीन दिन में यात्रा मार्ग को सुचारू कर दिया जाएगा। चैतलधार में भूस्खलन के कारण काफी मात्रा में मलबा आया है। बीआरओ की टीम युद्धस्तर पर कार्य कर रही है और जल्द मार्ग को खोल दिया जाएगा।शीघ्रता से खुल रहीं अवरुद्ध सड़कें
देहरादून। मा0 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर बंद अवरुद्ध मार्गों को तीव्र गति से खोला जा रहा है। मा0 मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को बंद मार्गों को जल्द से जल्द खोलने की हिदायत दी है। उन्होंने साफ किया है कि मार्गों को खोलने को लेकर कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बारिश कम होते ही अवरुद्ध मार्गों को खोलने के कार्य में भी तेजी आई है। पिछले चौबीस घंटे में लगभग 60 अवरुद्ध मार्गों को खोल लिया गया है। शेष बंद मार्गों को भी खोलने का कार्रवाई युद्धस्तर पर जारी है।बंद मार्गों को लेकर आज सचिव आपदा प्रबंधन लेंगे बैठक
देहरादून। प्रदेशभर में अवरुद्ध मार्गों को जल्द से जल्द सुचारु किया जाए, इसे लेकर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं। सचिव आपदा प्रबंधन की अध्यक्षता में कल सोमवार को सभी जिलों के प्रभारी अधिकारी, आपदा प्रबंधन, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता तथा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों की एक बैठक आहूत की गई है। इस बैठक में सड़कों को खोले जाने की संभावित तिथि तथा अन्य पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।