बद्रीनाथ।परंपराओं और धार्मिक स्थलों में हक़ हकुक धारकों के परंपरागत अधिकारों से छेड़खानी करने के आरोपों को लेकर श्री बदरीनाथ धाम के डिमरी पुजारियों और हक़-हकूक धारीयों ने बीकेटीसी के अध्यक्ष के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
शुक्रवार अपराह्न श्री बद्रीविशाल भगवान के भोग लगने के बाद टेक्सी स्टेंड से सिंह द्वार तक भारी बारिश के बावजूद श्री बद्रीश डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के नेतृत्व में हक़ हकूकधारी डिमरी पुजारियों ने श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का विरोध करते हुए कहा कि श्री बदरीनाथ धाम में पूजा व्यवस्थाओं में मनमानी तथा मंदिर समिति के अधीनस्थ विभिन्न मंदिरों में बदलाव की नीति अपनाकर कर्मचारी नियमावली के साथ मनमर्जी का रवैया अपना रहे हैं।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करते हुए डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी,महामंत्री भगवती प्रसाद डिमरी ने बताया कि मंदिर समिति के सदस्यों की सहमति के बिना अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मानकों को ताक पर रखकर सेवा नियमावली को शासन को भेजा गया है। जबकि बीकेटीसी की बोर्ड बैठक में 11 सदस्यों ने गाडूघड़ा तेलकलश यात्रा और नारद उत्सव के लिए दो-दो लाख रूपये स्वीकृति का प्रस्ताव पारित किया था। लेकिन मंदिर समिति के अध्यक्ष ने मनमाना पूर्ण रवैया अपनाकर समिति के प्रस्ताव रजिस्टर में अंकित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पुजारियों और हक़ हकुक धारीयों के अधिकारों को कुचलने का प्रयास किया गया तो चारधाम महा पंचायत को साथ में लेकर वृहद आंदोलन किया जाएगा।
प्रदर्शन में मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष विजय राम डिमरी, डिम्मर उमट्टा पंचायत के सरपंच विजयराम डिमरी, मंत्री मुकेश डिमरी, केंद्रीय पंचायत के पूर्व अध्यक्ष विनोद डिमरी, केंद्रीय पंचायत के सदस्य हर्षवर्धन डिमरी, महेश डिमरी, गोपी डिमरी, महेश डिमरी, शैलेंद्र डिमरी, प्रकाश डिमरी, शरद डिमरी, विपुल डिमरी, रमेश डिमरी, दिनेश चंद्र, संदीप डिमरी, प्रणवेंद्र प्रसाद, बुद्धि बल्लभ, किशन चंद, पवन डिमरी, प्रवेश डिमरी, दिनेश डिमरी, अंकित डिमरी सहित डिम्मर, उमट्टा, रविग्राम, पाखी आदि गांवों के व डिमरी पुजारी और हक़ हकूक धारी मौजूद थे।