(रुद्रप्रयाग)-
11 गढ़वाल राफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना में शामिल तथा अफ्रीका महाद्वीप के यूगाडा देश में तैनात 39 वर्षीय शहीद संजय सिंह पुष्वाण का अन्तिम संस्कार उनके पैतृक घाट मन्दाकिनी नदी के किनारे सैन्य सम्मान के साथ गमगीन माहौल में किया। उनकी शव यात्रा में सैन्य अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, परिजनों व ग्रामीणों ने शामिल होकर उन्हें नम आँखों से अन्तिम विदाई दी। उनके निधन से किमाणा गाँव सहित सम्पूर्ण क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। ब तहसील मुख्यालय के निकटवर्ती गाँव किमाणा निवासी 39 वर्षीय हवलदार संजय सिंह पुष्वाण पुत्र दौलत सिंह पुष्वाण विगत 10 जुलाई को अफ्रीका महाद्वीप के युगांडा में डयूटी के दौरान हृदयगति रुकने से शहीद हो गया था तथा सैन्य अधिकारियों द्वारा उनके शहीद होने की सूचना दूरभाष से परिजनों को दी गयी थी उनके शहीद होने की सूचना मिलने पर क्षेत्र में मातम छा गया है तथा परिजनों व गाँव में कोहराम मचा हुआ है। मंगलवार को मेजर देशमुख, सुबेदार दीपचंद, नरेन्द्र सिंह, राकेश सिंह, महेन्द्र पाल, नागेन्द्र, कुलदीप के नेतृत्व में उनके पार्थिव शरीर को सेना के वाहनों से दिल्ली से किमाणा गाँव लाया गया तो तिरंगे में लिपटे शहीद संजय सिंह पुष्वाण के पार्थिव को देखकर परिजन फूट – फूटकर रो पड़े। किमाणा गाँव से मन्दाकिनी नदी तक शहीद संजय सिंह पुष्वाण की शव यात्रा में असंख्य ग्रामीणों ने शामिल होकर उन्हें नम आँखों से अन्तिम विदाई दी! मन्दाकिनी नदी के तट पर पूर्व विधायक मनोज रावत, मेजर निखिल, सुबेदार इस्लाम खान, प्रमेन्द्र, बचनलाल, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी शेर सिंह कण्डारी, प्रकाश पंवार, प्रहलाद पुष्वाण ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र व सेना जवानों ने सलामी लेकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी चिता को उनके भतीजे विपिन पुष्वाण ने मुखाग्नि दी! प्रधान सन्दीप पुष्वाण ने बताया कि शहीद संजय सिंह पुष्वाण अपने पीछे पिता, पत्नी, एक पुत्र व एक पुत्री छोड़ गये।