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Saturday, December 13, 2025


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अपनी ही सरकार की कार्य योजनाओं खिलाफ धरना देगे खजान दास।।

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देहरादून: देहरादून में चल रहे स्मार्ट सिटी के काम की धीमी रफ्तार के चलते राजपुर विधायक खजान दास भाजपा से नाराज चल रहे हैं । मीडिया से रूबरू होते वक्त खजान दास ने बताया कि समस्त अधिकारियों और सरकार को अवगत करवाने के बावजूद स्मार्ट सिटी के कार्यों में तेज़ी नही आ रही वहीं राजपुर विधानसभा में 90% काम स्मार्ट सिटी के ही अंतर्गत करवाए जाने हैं ।
इन अधूरे छूटे कार्यों के चलते जनता और स्थानीय निवासियों को कई परेशानीयों का सामना करना पड़ता है , जिसके चलते अब विधायक के पास अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने में बैठने के अलावा कोई चारा नहीं बचता , यदि 25 तारीक तक स्मार्टसिटी के कार्य प्रणाली में सुधार नहीं किया जाता तो विधायक खजान दास अपनी ही सरकार के खिलाफ घंटाघर पर धरने पर बैठेंगे। बताते चलें स्मार्ट सिटी के अंतर्गत सड़क की मरम्मत और डामरीकरण का काम अब पीडब्ल्यूडी को सौंप दिया गया है ।

पिछले तीन दिनों से लापता किशोरों के शब हुए बरामद।

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 शव आज सुबह बरामद किए गए हैं।

कोटद्वार – पिछले 3 दिनों से कोटद्वार के मोहल्ला गोविंदनगर के तीन किशोर लापता चल रहे थे जिसके बाद पुलिस ने सोमवार यानी आज सुबह तीनों किशोरों के शव खोह नदी से बरामद किए हैं।

वन विभाग से सूचना मिलते ही सुबह करीब 5 बजे पुलिस मौके पर पहुंची, जहां पुलिस ने तीनों किशोरों के शव बरामद किए हैं। आपको बता दें कि पुलिस ने कोटद्वार से तकरीबन 6 किलोमीटर आगे खोह नदी से तीनों के शव बरामद किए हैं।
नदी से की गई स्कूटी बरामद
वहीं तीनों किशोरों की स्कूटी भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिया के नीचे से बरामद की गई है।वहीं अंदाजा लगाया जा रहा है कि दुगड्डा मार्ग पर स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गई होगी और तीनों किशोर स्कूटी समेत पुल से नीचे जा गिरे होंगे।
आखिरी बार शुक्रवार को देखे गए थे
तीनों किशोर शुक्रवार सुबह से ही लापता बताए जा रहे थे साथ ही शुक्रवार सुबह उनको स्कूटी पर जाते हुए देखा गया था। इसके बाद पुलिस सहित सभी लोगों ने इनकी काफी तलाश की।

वहीं आज सुबह पुलिस ने तीनों के शव बरामद किए हैं।

CM धामी का बड़ा फ़ैसला, पुलिसकर्मीयों के ग्रेड पे की समस्या समाधान

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पुलिस जवानों की ग्रेड पे की समस्या का एक अच्छा समाधान किया गया है । पुलिस विभाग में कांस्टेबलों के 17500 पद हैं और हेड कांस्टेबल के 3440 पद हैं और एडिशनल एस आई का एक भी पद नहीं है। पुलिस जवानों को समय से प्रोन्नति देने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हेड कांस्टेबल रैंक के 1750 नए पद सृजित करने तथा एडिशनल एस आई का नया रैंक सृजित करते हुए 1750 नए पद स्वीकृत करने के आदेश जारी किए गए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनका ग्रेड पै 4200 होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि,”पूरा विश्वास है कि इससे जवानों को प्रोन्नति के ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे।

इस निर्णय के बाद उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक कुमार ने खुशी जाहिर की है और माननीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद दिया है। श्री अशोक कुमार ने कहा कि, “उनका विश्वास है कि इससे जवानों को प्रोन्नति के ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही विवेचना हेतु नए विवेचक उपलब्ध होने से विवेचना की गुणवत्ता में सुधार आएगा।

रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में मृतकों का पोस्टमार्टम करने के बजाय,स्टाफ द्वारा शराब पीकर मौत का उपहास करने का अमानवीय कृत्य।

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रिपोर्ट:भगवान सिह

रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में कल सड़क दुघर्टना में मारे गये दो नवयुवकों के शव कल शाम से मोर्चरी में पड़े होने और हॉस्पिटल स्टाफ द्वारा शवों का पोस्टमार्टम करने से पहले परिजनों से शराब की डिमांड करने और उसके बाद मोर्चरी में शराब पीकर मौत का उपहास करने का अमानवीय कृत्य करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है,

 

हमारे संवाददाता द्वारा इस बावत अस्पताल प्रशासन से शिकायत करने पर भी आरोपियों पर कुछ कार्यवाही न होने पर,स्वास्थ्य मन्त्री धन सिंह रावत और उनके पीआरओ से भी फ़ोन पर सम्पर्क किया गया,मगर उन्होंने भी फ़ोन नहीं उठाया,जिसके बाद परिजनों ने मुख्यमंन्त्री धामी से अस्पताल प्रशासन द्वारा इस अमानवीय कृत्य का संज्ञान लेने और शवों का जल्द पोस्टमार्टम करवाने का अनुरोध किया गया है,जिससे रात्रि होने से पहले शवों का अन्तिम संस्कार किया जा सके।आपको बता दे कि कल 10 सितंबर को कोटगी-भटवाड़ी रोड पर एक ट्रक UK 12 CA 1009

दुर्घटना ग्रस्त हो गया था,जिसमें अनिल कुमार s/o शिवलाल
ग्राम भक्तियाना श्रीनगर
उम्र 29 वर्ष और एक अज्ञात व्यक्ति उम्र लगभग 26 वर्ष की मौत हो गयी थी,यह अज्ञात व्यक्ति श्रीनगर से मृतक अनिल कुमार के साथ बैठा था।

जर्जर मोटर पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही से पुल कभी भी हो सकता है धराशाही।

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पौड़ी-पौड़ी के सतपुली कांसखेत मोटर मार्ग पर 1979 में बने दो विकासखंडों को जोड़ने वाला बांघाट पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। क्षतिग्रस्त पुल पर खनन के डंपरों की आवाजाही जारी है । जिससे पुल के धराशाई होने का खतरा बना हुआ है । अगर पुल धराशाई होता है तो दोनों विकास खंडों का संपर्क टूट जाएगा जिसके लिए बांघाट से सतपुली पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर नहीं बल्कि 90 किलोमीटर का सफर तय कर आना होगा। स्थानीय निवासी कुलदीप गुसाईं का कहना है कि बांघाट पुल पर निरन्तर ओवरलोडेड खनन के डंपरों की आवाजाही के चलते पुल आज धराशायी होने के कगार पर है लेकिन शाशन प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नही की गयी जिसके चलते आज पुल क्षतिग्रस्त हो गया है ।अभी भी इस पर संज्ञान नही लिया गया तो पुल पर कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है । वहीं लोनिवि के अधिसाशी अभियंता दिनेश नौटियाल ने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त होते ही पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गयी है साथ ही आवाजाही रोकने के लिए पुल के पास सूचना बोर्ड लगाया जा रहा है । साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही पुल को रिपेयर करने की कार्यवाही भी की जायेगी

कीर्तिनगर रामपुर पुल पर बड़ा हादसा ,कार अनियंत्रित होकर नदी में गिरी।

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श्रीनगर: ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे 58 पर कीर्तिनगर रामपुर पुल पर एक बड़ा हादसा हुआ है. एक कार अनियंत्रित होकर पुल से नीचे नदी में जा गिरी. कार में पांच लोग सवार थे. पांचों लोगों को गंभीर चोटें आईं हैं. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ पांचों घायलों को रेस्क्यू किया है. इसके बाद सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।

बतया जा रहा है ये सभी पांचो लोग रुद्रप्रयाग के है और रुद्रप्रयाग से देहरादून जा रहे थे ।कार अचानक अनियंत्रित हो कर पुल से नीचे जा गिरी। सभी पांचो लोगो को गम्भीर चोटे आई है ।जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।कीर्तिनगर कोतवाली में तैनात एसआई धीरज विष्ट ने बताया सभी घायल खतरे बाहर है और पुलिस दुर्घटना की जांच कर रही ।

पूर्व सचिव संतोष बडोनी और परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी के खिलाफ विजिलेंस जांच के शासन से हुए आदेश।

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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कराना से लेकर कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट अक्तूबर 2019 में खत्म होने के बावजूद उसे दो दर्जन परीक्षाएं कराने देने जैसे कई गम्भीर सवालों के जवाब खोजने के लिए अब जांच की आंच आयोग के पूर्व कर्ताधर्ताओं तक पहुंच चुकी है। अब पूर्व सचिव संतोष बडोनी से लेकर पूर्वे एग्ज़ाम कंट्रोलर नारायण सिंह डांगी पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजिलेंस जांच की डंडा चला दिया है। शासन ने UKSSSC के पूर्व सचिव संतोष बडोनी, पूर्व परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी और तीन अनुभाग अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए हैं। अपर सचिव कार्मिक एवं सतर्कता ललित मोहन सिंह रयाल ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए हैं।

ज्ञात हो कि पिछले साल दिसंबर में UKSSSC द्वारा आयोजित कराई गई स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में 22 जुलाई को मुख्यमंत्री धामी की सख्ती के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद STF ने 25 जुलाई से ही गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी और अब तक 37 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। लेकिन नकल माफिया की ताबड़तोड़ गिरफ़्तारियों के बावजूद बार बार शक की सूई आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी और दूसरे
अफसरोें पर जाकर अटक रही थी। आखिर ऐसी कौनसी लापरवाही या घोर आपराधिक साज़िश रची गई जिसके चलते नकल माफिया आयोग के भीतर से पेपर चुरा ले जा रहा था, सीसीटीवी से लेकर वीडियो रिकॉर्डिंग जैसे तंत्र भी फेल साबित हो रहे थे और आयोग के कर्ताधर्ता खुद को मासूम करार दे रहे! जाहिर है एसटीएफ का शक लगातार नकल माफिया की गिरफ़्तारियों के बावजूद आयोग के पूर्व और वर्तमान अफसरों की भूमिका की तरफ जा रहा था।

आयोग के अफसरान की भूमिका पर मँडराते संदेह के बादलों के चलते ही कुछ दिन पहले ही पुलिस मुख्यालय ने UKSSSC के अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच की सिफारिश पत्र शासन को लिखा था। अब जाकर शनिवार को विजिलेंस जांच के विधिवत आदेश हो गए हैं।

विजिलेंस जांच की हिट लिस्ट में सबसे टॉप पर आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी हैं और उसके बाद पूर्व परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी। बडोनी ही डांगी के रिटायरमेंट के बाद उनका प्रभार संभाल रहे थे। बडोनी और डांगी के अलावा आयोग के अनुभाग अधिकारी (गोपन) बृजलाल बहुगुणा, दीपा जोशी और कैलाश नैनवाल भी विजिलेंस जांच के दायरे में रहेंगे। इस संबंध में जल्द ही विजिलेंस टीम बनाकर जांच शुरू कर देगी।

ज्ञात हो कि UKSSSC के सचिव रहे संतोष बडोनी का कारस्तानियों के चलते ही उसे धामी सरकार ने पिछले दिनों निलंबित भी कर दिया गया था। जाहिर है अगर विजिलेंस जांच में बडोनी से सख्ती से पूछताछ हुई तो कई सिर्फ स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामला ही नहीं पूर्व की कई भर्ती परीक्षाओं में हुए गड़बड़-घोटालों से पर्दा उठ जाएगा। विजिलेंस जांच में बडोनी ही बताएँगे कि आयोग का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बावजूद RMS TechnoSolutions कंपनी को कैसे दो दर्जन परीक्षाएँ कराने दिया गया। कैसे यूपी और मध्यप्रदेश की दाग़ी ब्लैकलिस्टिड एजेंसी NSEIT की सेवाएँ ला जाती रही और नक़ल का खेल माफ़िया खेलता रहा! ज़ाहिर है मुख्यमंत्री धामी ने बेरोज़गार युवाओं के सरकारी नौकरी के सपनों पर डाका डाल रहे नक़ल माफ़िया और आयोग में बैठे उनके मददगार चेहरों को बेनक़ाब करने के लिए ही विजिलेंस जाँच कराने के आदेश दिए हैं।

जहरीली शराब पीने से 7 लोग गंवा बैठे अपनी जान ।

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आयुक्त आबकारी हरीश चंद्र सेमवाल ने लक्सर के इंस्पेक्टर सहित पूरी टीम को किया संस्पेंड।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के आदेश ।

देहरादून। हरिद्वार जिले में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई है। पांच लोगों की मौके पर ही मौत हुई जबकि दो की अस्पताल में मौत हुई है। बताया यह भी जा रहा है कि हरिद्वार में पंचायत चुनाव के चलते प्रत्याशियों द्वारा शराब पिलाई गई थी। हालांकि यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि मामले में कितनी सत्यता है।

फूलगढ़ और शिवगढ़ में जहरीली शराब से हुई घटना

जानकारी के अनुसार हरिद्वार जिले के फूलगढ़ और शिवगढ़ में जहरीली शराब पीने से 7 ग्रामीणों की मौत हो गई। पांच की मौके पर ही मौत हुई, जबकि दो की अस्पताल में हुई। अक्सर हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कच्ची शराब बनाने का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत घटना की सूचना मिलते ही गांव पहुंचे। घटना की जानकारी ली। विभिन्न थानों से पुलिस टीमें गांव में बुलाई गई है। प्रत्याशियों के घरों में छापेमारी की जा रही है। विभाग से आज की बड़ी खबर

हरिद्वार में हुई कच्ची शराब पीने से 5 लोगों की मौत के मामले में हुआ बड़ा एक्शन

आयुक्त आबकारी हरी चंद्र सेमवाल ने लक्सर इंस्पेक्टर भरत कुमार समेत समस्त स्टाफ को सस्पेंड

जिला परिवर्तन की टीम पर भी की गई बड़ी कार्रवाई

कच्ची शराब पीने से बताई जा रही है 5 लोगों की मौत

2 दिन पूर्व दो लोगों की मौत के मामले की भी जांच जा रही है

 

जहरीली शराब से मरने वालों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए गए हैं ,और दोषियों के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्यवाही आदेश दिया।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण कार्य होने से मरोड़ा गांव के लोगों को सता रहा बड़ी दुर्घटना का डर ।

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गांव की जमीन और घरों में पड़ी दरारें ,रेलवे निर्माण होने से पहले नही हुआ गांव का विस्थापन।

रुद्रप्रयाग-पहाड़ के विकास के लिए किया जा रहा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण का कार्य मरोड़ा गांव के लोगो के लिए खौफ का कारण बन गया है।सुरंग को बनाने का कार्य शुरू हुआ था कि घरो में दरार पड़नी शुरू हो गयी है।जिसके कारण गांव के लोगो के घरों में दरारें और जमीन खोखली हो चुकी है।गांव के लोगो ने प्रशासन और रेलवे बोर्ड से मुआवजा न मिलने से रोष व्यक्त किया है।जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों ने आकर क्षेत्र का जायजा लिया लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं होने पर स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया है।

बता दें गांव के लोगो द्वारा अपनी जमीन और घरों में आई दरारों के आने पर आंदोलन भी किया परन्तु रेल विकास निगम की ओर से गांव वालो को गांव से विस्थापित कराने का भरोसा दिलाया गया लेकिन धरातल पर स्थिति जस की तस बनी हुई है।


वहीं सुमेरपुर से गौचर के लिए रेल परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन जिन गांवों के नीचे सुरंग बन रही है, वहां के लोगों का चैन छिन गया है। लोगों के घरों में दरारें पड़ गई है, डर के मारे लोग रात-रातभर सो नहीं पा रहे हैं। मरोड़ा गांव के कई मकानों में दरारें पड़ गई है, जिससे भविष्य में बड़ी दुर्घटना घटने का डर गांववालों को सता रहा है और कई लोग गांव छोड़ अन्यत्र शिफ्ट भी हो चुके हैं। पीड़ित परिवार खौफ में जिंदगी गुजार रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन पीड़ित परिवारों की परेशानी को अनदेखा कर रहे हैं।

इस वजह से वहां के ग्रामीणों के बीच में भारी आक्रोश है।मरोड़ा गांव के प्रधान और रेल प्रभावित संघर्ष समिति के सदस्य वीरेंदर सिंह का कहना है कि पिछले काफी समय से रेल विकास बोर्ड और जिला प्रशासन को हम अपनी समस्या बता रहे है, प्रशासन की और से जाँच टीम आयी और चली गयी लेकिन हमारी किसी समस्या का समाधान अभी नहीं हुआ है।

तुंगनाथ दर्शन हेतु गए श्रद्धालु का हुआ स्वास्थ्य खराब, श्रद्धालू की हुई मौत।

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रुद्रप्रयाग :-तुंगनाथ दर्शन हेतु गए श्रद्धालु का हुआ स्वास्थ्य खराब,

एक की श्रद्धालू की हुई मौत,

SDRF रेस्क्यू टीम रात्रि में ही पहुँची तुंगनाथ, श्रद्धालुओ को किया रेस्क्यू,

रुद्रप्रयाग में श्री तुंगनाथ दर्शन हेतु गए थे दो श्रद्धालु ,

SDRF रेस्क्यू टीम घनघोर अंधेरे व विषम मौसम की परवाह न करते हुए वाहन से चोपता पहुँचा गया जहाँ से लगभग 3-4 किमी पैदल रास्ता तय कर रात्रि में ही तुंगनाथ पहुँची।,