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Tuesday, July 1, 2025
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उत्तराखंड में पंचायत चुनाव का बिगुल,आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी, 18 जून को होगा आरक्षण का अंतिम प्रकाशन।

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उत्तराखंड में पंचायत चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। प्रदेश में हरिद्वार जिला छोड़ बाकी के 12 जिलों में पंचायत चुनाव कराए जाने की तैयारियां तेज हो गई है. एक तरफ जहां उत्तराखंड शासन ने पंचायत में तैनात प्रशासकों के कार्यकाल को बढ़ाया तो वहीं, दूसरी ओर उत्तराखंड शासन ने मंगलवार को पंचायतों में आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. पंचायती राज सचिव चंद्रेश यादव की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार उत्तराखंड की ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के स्थान और पदों का आरक्षण के साथ ही आवंटन किया गया है।

दरअसल, सेवानिवृत न्यायाधीश बी एस वर्मा की अध्यक्षता में गठित एकल सदस्य समर्पित आयोग ने 27 फरवरी 2025 को प्रदेश के 12 जिलों में सभी स्तरों की पंचायत में पद और स्थान का आरक्षण निर्धारण से संबंधित रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी थी. ऐसे में प्रदेश के हरिद्वार जिले को छोड़ बाकी 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2025 के लिए पद और स्थान पर आरक्षण का निर्धारण साल 2011 की जनगणना के आधार पर किया जाएगा।

आरक्षण की सूची, अनुसूचित जनजातियों की महिलाएं, अनुसूचित जनजातियों, अनुसूचित जातियों की महिलाएं, अनुसूचित जातियां, पिछड़े वर्गों की महिलाएं, पिछड़े वर्ग और महिलाएं के क्रम में जारी किए जाएंगी. जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, राज्य में जिला पंचायत के अध्यक्षों, क्षेत्र पंचायत के प्रमुखों और ग्राम पंचायत के प्रधानों में अनुसूचित जनजातियों एवं अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित किये जाने वाले पदों की संख्या की गणना राज्य में उनकी जनसंख्या के अनुपात में की जायेगी।

पिछड़े वर्गों के लिए पदों की संख्या का निर्धारण में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़े वर्गों का कुल आरक्षण पदों की कुल संख्या के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा. अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों का आरक्षण पदों की कुल संख्या के 50 प्रतिशत होने पर पिछड़े वर्गों के लिए कोई आरक्षण नहीं होगा।

राज्य में जिला पंचायत के अध्यक्षों, क्षेत्र पंचायत के प्रमुखों और ग्राम पंचायत के प्रधानों में अनुसूचित जनजातियों, अनुसूचित जातियों के साथ ही पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित किये जाने वाले पदों की संख्या भी तय की गई है, जिसके तहत जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों का आरक्षण, अनुसूचित जनजाति के शून्य पद, अनुसूचित जाति के 02 पद और अन्य पिछड़ा वर्ग के दो पद आरक्षित किये जायेंगे।

क्षेत्र पंचायत प्रमुख के पदों का आरक्षण, अनुसूचित जनजाति के तीन पद, अनुसूचित जाति के 18 पद और अन्य पिछड़ा वर्ग के 15 पद आरक्षित किये जायेंगे। इसी तरह ग्राम पंचायत प्रधान के पदों का आरक्षण, अनुसूचित जनजाति के 226 पद, अनुसूचित जाति के 1467 पद और अन्य पिछड़ा वर्ग के 1250 पद आरक्षित किये जायेंगे।

त्रिस्तरीय पंचायतों में प्रधान, प्रमुख पदों और ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत के सदस्यों के आरक्षण का प्रस्ताव जिला मजिस्ट्रेट की ओर से तैयार कर ग्राम पंचायत कार्यालय, क्षेत्र पंचायत कार्यालय, तहसील कार्यालय, जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय, जिला पंचायत कार्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय में सूचना पट पर लगाकर प्रदर्शित किया जायेगा। साथ ही तय समय सारणी के अनुसार आपत्तियां प्राप्त कर और उसका निस्तारण कर आरक्षण के अंतिम प्रस्ताव पंचायतीराज निदेशालय को उपलब्ध कराये जायेंगे।

आरक्षण प्रस्ताव को लेकर तय किए गए कार्यक्रम:

11 जून को पंचायती राज निदेशालय की ओर से प्रधान पंचायत की संख्या का विवरण उपलब्ध कराया जाएगा।

13 जून को आरक्षण प्रस्ताव का अनन्तिम प्रकाशन होगा।

14 से 15 जून तक आरक्षण प्रस्ताव पर आपत्तियां ली जाएगी।

16 से 17 जून के बीच जिलाधिकारी की ओर से आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा।

18 जून को आरक्षण प्रस्ताव का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।

19 जून को आरक्षण प्रस्ताव निदेशालय को उपलब्ध कराया जाएगा।

29 जून को पंचायती राज निदेशालय की ओर से आरक्षण प्रस्ताव को शासन और राज्य निर्वाचन आयोग को उपलब्ध कराया जाएगा।

त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में प्रशासकों का कार्यकाल 31 जुलाई तक बढाया गया।

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पंचायतों में प्रशासकों का कार्यकाल बढ़ाये जाने के संबंध में

पंचायत चुनाव से जुड़ी बड़ी खबर, 31 जुलाई तक बढ़ाया गया प्रशासकों का कार्यकाल

10 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया IAS अधिकारी,घर से मिलें 47 लाख कैश।

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ओड़िशा- ओडिशा सतर्कता निदेशालय ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कालाहांडी जिले में तैनात एक आईएएस अधिकारी को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. आरोपी 2021 बैच के आईएएस अधिकारी धीमान चकमा हैं, जो वर्तमान में धरमगढ़ में उप-कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं।

शिकायत की पुष्टि के बाद अधिकारियों ने जाल बिछाया और धरमगढ़ स्थित चकमा के सरकारी आवास पर रविवार शाम को छापा मारा. विजिलेंस विभाग ने बताया कि शिकायतकर्ता को आवास पर बुलाया गया था, जहां चकमा ने खुद अपने हाथों से नोटों की गड्डियां लीं और उन्हें टेबल की दराज में रख दिया. बाद में हैंड वॉश और टेबल की दराज से पॉजिटिव केमिकल रिएक्शन मिला, जिससे पुष्टि हुई कि उन्होंने ही रिश्वत की राशि को छुआ और उसे छिपाया था।

घर से मिले 47 लाख रुपए

इसके बाद उनके आवास की गहन तलाशी ली गई, जिसमें 47 लाख रुपये नकद बरामद हुए.विजिलेंस विभाग ने कहा है कि तलाशी अभियान सोमवार तक जारी रहेगा और अन्य दस्तावेजों और डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है.

आईएएस अधिकारी ​की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप

चकमा मूल रूप से त्रिपुरा के कंचनपुर के निवासी हैं. उन्होंने एनआईटी अगरतला से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया है. यूपीएससी पास करने से पहले वह ओडिशा कैडर के भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी के रूप में मयूरभंज जिले में सेवा दे चुके हैं. चकमा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. उनकी गिरफ्तारी ने ओडिशा की नौकरशाही में हलचल मचा दी है।

उत्तराखंड शासन द्वारा शैक्षिक गुणवत्ता के लिए एक अहम निर्णय लेते हुए राज्य के सभी 13 जनपदों में नोडल अधिकारियों की तैनाती ।

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देहरादून :- उत्तराखंड शासन द्वारा एक अहम निर्णय लेते हुए राज्य के सभी 13 जनपदों में नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। इस आदेश को विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक अभिषेक रूहेला द्वारा जारी किया गया। इस आदेश का उद्देश्य केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं के समयबद्ध संचालन के साथ-साथ शैक्षिक गुणवत्ता, अनुश्रवण तथा प्रबंधन में सुधार लाना है।

महानिदेशालय, विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड द्वारा जारी इस निर्देश में प्रत्येक जनपद के लिए एक-एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। ये अधिकारी विद्यालयों का भौतिक रूप से निरीक्षण करेंगे और केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत का मूल्यांकन कर रिपोर्ट देंगे।

नोडल अधिकारियों की सूची

जनपद नामित नोडल अधिकारी पदनाम

1- पिथौरागढ़, बन्दना गर्त्याल निदेशक, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण.
2 – अल्मोड़ा, कुलदीप गैरोला संयुक्त निदेशक, एम.डी.एम.
3 – चम्पावत, शैलेन्द्र चौहान उप निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा.
4 – बागेश्वर , आनन्द भारद्वाज संयुक्त निदेशक, माध्यमिक शिक्षा.
5- ऊधमसिंह नगर, विनोद सेमल्टी सचिव, विद्यालयी शिक्षा परिषद्.
6 – नैनीताल, गजेन्द्र सिंह सोन अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, कुमाऊँ मण्डल.
7 – उत्तरकाशी, जे.पी. काला उप निदेशक, माध्यमिक शिक्षा.
8 – रुद्रप्रयाग, अजय नौडियाल निदेशक, माध्यमिक शिक्षा.
9 – पौड़ी, कंचन देवराड़ी अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, गढ़वाल मण्डल.
10- देहरादून, पदमेन्द्र सकलानी अपर निदेशक, महानिदेशालय विद्यालयी शिक्षा.
11- टिहरी, मुकुल कुमार सती निदेशक, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय.
12 – चमोली, कमला बडवाल संयुक्त निदेशक, प्राथमिक शिक्षा.
13 – हरिद्वार, बृजमोहन सिंह रावत अपर सचिव, विद्यालयी शिक्षा परिषद्.

यह सभी अधिकारी दिनांक 7 जून से 10 जून के बीच अपने-अपने जनपदों का भ्रमण करेंगे। इस दौरान वे क्लस्टर विद्यालयों की समग्र समीक्षा करेंगे और योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट तैयार करेंगे.इसके अतिरिक्त भविष्य की कार्ययोजना का भी उल्लेख किया जाएगा। सभी नोडल अधिकारियों को यह रिपोर्ट 11 जून 2025 तक निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, उत्तराखंड को अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवानी होगी ,

हेलीकॉप्टर में तकनीक खराबी के चलते केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडासू के पास की एमरजेंसी लैंडिंग।

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रूद्रप्रयाग

मानकों की अनदेखी एक बार फिर सामने देखने को मिल रही है ।केदारनाथ धाम के लिए चल रही हेलीकॉप्टर सेवा ऐसा लग रहा है जैसे इस रूट पर विक्रम या थ्री विलेर की सेवा चल रही हो ,कुछ समय पूर्व ऋषिकेश एम्स का हेलीकॉप्टर ने भी धाम में एमरजेंसी लेंडिंग हेलीपेड़ से बाहर करनी पड़ी जिसमे सवार लोग बाल बाल बचे,आज फिर बडासु तकनीकी खराबी के कारण बीच सड़क में लेंडिंग करनी पड़ी ,हेलीकॉप्टर में उस समय 6 लोग सवार थे ,और बड़ा हादसा होने से टल गया

हेलीकॉप्टर में तकनीक खराबी के चलते केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडासू के पास की एमरजेंसी लैंडिंग

बडासू हैली पैड से केदारनाथ के लिए भरी थी उडान, पायलेट समेत 6 लोग थे सवार

हादसे में पायलेट को आई हल्की चोटे, नजदीकी अस्पताल में चल रहा उपचार

मानकों की अनदेखी बताई जा रही हादसे की वजह
 बडासू हैलीपैड से केदारनाथ के लिए भरी थी उडान,

पायलेट समेत 6 लोग थे सवार,

हादसे में पायलेट को आई हल्की चोटे, नजदीकी अस्पताल में चल रहा उपचार

गौरीकुण्ड क्षेत्रान्तर्गत चोरी की योजना बनाते हुए धरे गये 03 नेपाली अभियुक्त।

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*चेकिंग व पूछताछ के दौरान इनके कब्जे से पहले से ही केदारनाथ में चोरी किये गये 18 मोबाइल फोन व 25,000 की नगदी हुई बरामद।*

*भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं में कोतवाली सोनप्रयाग पर मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्तों की नियमानुसार गिरफ्तारी कर माननीय न्यायालय के समक्ष किया जा रहा पेश।*

गत दिवस की में रात्रि में पुलिस को सूचना मिली कि गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव क्षेत्रान्तर्गत एक टिन शेड की आड़ में कुछ संदिग्ध नेपाली व्यक्ति बैठे हैं और उनके पास संदिग्ध औजार इत्यादि हैं, जो श्री केदारनाथ यात्रा में विभिन्न पड़ाव में बने टिन शेड आदि को काटने, तोड़ने का काम करते हैं। इस सूचना पर चौकी प्रभारी गौरीकुण्ड सूरज कंडारी के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा उक्त स्थान पर दबिश देकर तीन नेपाली मूल के व्यक्तियों को चोरी की योजना बनाते हुए मौके से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से चोरी करने व टेंट काटने में प्रयुक्त होने वाली सामग्री (03 सर्जिकल ब्लैड, 01 प्लास तथा 01 लोहे का सरिया) बरामद हुआ, इसके अतिरिक्त तलाशी में एक बैग के अन्दर 18 मोबाईल फोन व 25000/- रुपये नगद बरामद हुए मोबाईल एवं नगदी के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर अभियुक्त गणों के द्वारा मोबाइल फोन और नगदी के सम्बन्ध में बताया कि ये मोबाइल फोन और नगदी उनके द्वारा केदारनाथ में लगे अलग-अलग टेंटों को काट कर चोरी किए गए थे। जिन्हें वे नेपाल जाकर बेचने की तैयारी में थे।
अभियुक्त गणों दिपेन्द्र शाही, पुत्र कृष्ण शाही, निवासी ग्राम पालिका महाबे वार्ड नं0-1, थाना पद्मघाट, जिला कालीकोट, कर्णाली प्रदेश, नेपाल। हाल वीरेन्द्र का डेरा केदारनाथ जनपद रुद्रप्रयाग, उम्र-23 वर्ष,
2- नरेन्द्र हमाल, पुत्र जयकृष्ण हमाल, निवासी ग्राम-गांव पालिका हीमा वार्ड नं0-7, थाना जुगाडा, जिला जुमला आंचल कर्णाली नेपाल हाल वीरेन्द्र का डेरा केदारनाथ जनपद रुद्रप्रयाग उम्र-22 वर्ष।
3- दिपेन्द्र शाही पुत्र कमल शाही निवासी ग्राम ढिमनिया नगर पालिका तिलागुफा वार्ड नं0-1 थाना थिनके जिला कालीकोट, कर्णाली प्रदेश नेपाल हाल वीरेन्द्र का डेरा केदारनाथ, जनपद रुद्रप्रयाग उम्र-23 वर्ष।के विरुद्ध कोतवाली सोनप्रयाग पर मु.अ.सं. 25/2025 धारा 313 भारतीय न्याय संहिता व 35/106 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता का पंजीकृत कर अभियुक्त गणों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।

 

भगवान केदारनाथ के दर्शन को पहुंचे केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी।

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*भगवान केदारनाथ के दर्शन को पहुंचे केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी*

*यात्रा व्यवस्थाओंं को सराहा*

केंद्रीय लघु एवं मध्यम उद्योग एवं उद्यमिता विकास मंत्री जीतन राम मांझी आज प्रातः केदारनाथ धाम पहुंचे तथा पारिवारिकजनों के साथ भगवान केदारनाथ के दर्शन किये तथा रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की। कहा कि केदारनाथ धाम के दर्शन से अविभूत हुए है। इससे पहले श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) तथा श्री केदार सभा ने हैली पेड पर केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया।

दर्शन पूजा के पश्चात बीकेटीसी मुख्य प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत कर भगवान केदारनाथ का प्रसाद, अंगवस्त्र भेंट किया।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड सरकार सहित श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी)के यात्रा व्यवस्थाओंं की सराहना की।

इस अवसर पर पुजारी बागेश‌ लिंग, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, उमेश पोस्ती,धर्माधिकारी औंकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, सहायक लेखाकार प्रमोद बगवाड़ी, लोकेंद्र रिवाड़ी,प्रबंधक प्रदीप सेमवाल एवं अरविंद शुक्ला, शैलेन्द्र शुक्ला,पारेश्वर त्रिवेदी, पुष्कर रावत कुलदीप धर्म्वाण, विक्रम रावत, ललित त्रिवेदी सहित पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

 

उत्तराखंड शासन से आज की बड़ी खबर, शासन के वरिष्ठ IAS अधिकारी को मिली अहम जिम्मेदारी।

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देहरादून

उत्तराखंड शासन से आज की बड़ी खबर,

शासन के वरिष्ठ IAS अधिकारी को मिली अहम जिम्मेदारी,

वाराणसी में आयोजित 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक को लेकर मिली अहम जिम्मेदारी,

उत्तराखंड के आईएएस अधिकारी को सलाहकार नियुक्त किया गया,

25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में उत्तराखंड के आईएएस अधिकारी आरके सुधांशु को मिली अहम जिम्मेदारी,

 उत्तराखंड शासन में प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे है आर के सुधांशु,

25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक काशी में होने जा रही है.

24 जून का दिन प्रस्तावित है बैठक के लिए.

खास बात यह है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे.

प्रस्तावित बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह करेंगे.

जिसमें विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री के अलावा कैबिनेट सचिव भी मौजूद रहेंगे.

परिषद की बैठक के जरिए इन राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाने और केंद्र सरकार के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया जाता है.

उत्तर प्रदेश इस बैठक की मेजबानी करने जा रहा है. लिहाजा, इसमें उत्तर प्रदेश से खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपाध्यक्ष के रूप में मौजूद रहेंगे.

विभिन्न राज्यों की तरह ही उत्तराखंड के लिए भी परिषद की यह बैठक बेहद अहम होती है

राज्य सरकार की तरफ से भी विभिन्न मुद्दों को लेकर तैयारी की जाती है.

25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश के सीनियर आईएएस अधिकारी प्रमुख सचिव आरके सुधांशु को जिम्मेदारी सौंपी है.

प्रमुख सचिव आरके सुधांशु राज्य की तरफ से इस बैठक के लिए सलाहकार नामित किए गए हैं.

उत्तराखंड कैबिनेट की अहम बैठक सम्पन्न, 12 बड़े प्रस्तावों पर लगी मुहर।

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उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज कैबिनेट बैठक आयोजित की गई, जिसमें कुल 12 अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन फैसलों का सीधा असर राज्य के शहरी गरीबों, सरकारी कर्मचारियों, वाहन मालिकों और पर्यटन क्षेत्र पर पड़ेगा।

शहरी विकास विभाग की बड़ी घोषणा
कैबिनेट ने फैसला लिया है कि शहरी विकास विभाग के अंतर्गत कार्यरत 800 से अधिक पर्यावरण मित्रों को अब मृतक आश्रित कोटे में शामिल किया जाएगा। यह फैसला सफाईकर्मियों और उनके परिवारों के लिए राहतभरा साबित होगा।

पुराने वाहनों को लेकर बड़ा निर्णय
सरकार ने तय किया है कि अब पुराने वाहनों को CNG में कन्वर्ट करने की सुविधा मिलेगी। साथ ही, यदि कोई वाहन स्क्रैप किया जाता है, तो वाहन स्वामी को सेमी अकाउंट के माध्यम से धनराशि प्राप्त होगी।
इसके अलावा हाइब्रिड और बैट्री प्लस पेट्रोल गाड़ियों को टैक्स में छूट देने का भी निर्णय हुआ है, जो निजी वाहन मालिकों के लिए लाभकारी साबित होगा।

भर्ती प्रक्रिया में सरलता और पारदर्शिता
राज्य में अब वर्दीधारी पदों—जैसे कि कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर की भर्तियों के लिए अलग-अलग परीक्षाएं नहीं होंगी। सभी के लिए एक ही लिखित परीक्षा कराई जाएगी। इससे चयन प्रक्रिया तेज और पारदर्शी हो सकेगी।

UKSSSC के ढांचे में बदलाव
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के ढांचे में बदलाव करते हुए 15 नए पदों को स्वीकृति दी गई है। इनमें 1 स्थायी और 14 अस्थायी पद शामिल हैं। साथ ही मानवाधिकार आयोग में भी 12 नए पद अधिसूचित किए गए हैं।

पर्यटन को मिलेगा नया रूप – बद्रीनाथ मास्टर प्लान
पर्यटन विभाग के 4 बड़े प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी है। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत “शेष मित्र लोटस वॉल”, “अराइवल प्लाज़ा”, “ट्री एंड रिवर कल्चर”, और “सुदर्शन चक्र” की सांस्कृतिक स्थापत्य योजना को CSR फंड के माध्यम से पूरा किया जाएगा। यदि फंडिंग नहीं होती है तो काम राज्य या केंद्र सरकार द्वारा कराया जाएगा।

कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी में राहत
OPS की तर्ज पर अब NPS कर्मचारियों को भी सेवा की अवधि के अनुसार ग्रेच्युटी का लाभ मिलेगा। यह फैसला राज्य के हजारों कर्मचारियों को राहत देगा।

कुल मिलाकर, कैबिनेट के इन फैसलों से उत्तराखंड में प्रशासनिक सुधार, पर्यावरण मित्रों का सम्मान, कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा, और पर्यटन क्षेत्र का विकास सुनिश्चित होगा।

 

धामी कैबिनेट की अहम बैठक आज, बैठक में कई बड़े फैसलों पर लग सकती है मुहर।

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देहरादून:- 4 जून बुधवार (आज) को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित होने जा रही है। सुबह 11:00 बजे से शुरू होने वाली इस बैठक को कई दृष्टिकोणों से बेहद अहम माना जा रहा है। बैठक में पंचायत चुनावों की तैयारियों से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और कार्मिक विभाग से जुड़े अहम फैसले लिए जा सकते हैं।

बैठक का सबसे प्रमुख एजेंडा आगामी पंचायत चुनावों को लेकर है। लंबे समय से ओबीसी आरक्षण की स्थिति को लेकर असमंजस बना हुआ था, लेकिन अब सूत्रों के अनुसार पंचायती राज विभाग द्वारा तैयार किया गया ओबीसी आरक्षण प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को राजभवन से भी मंजूरी मिल चुकी है। यदि कैबिनेट इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देती है, तो इससे पंचायत चुनावों की प्रक्रिया को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से “रोगी कल्याण समिति” (Rogi Kalyan Samiti) के गठन का प्रस्ताव भी बैठक में रखा जाएगा। इस समिति का गठन प्रदेश के ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सुविधाओं के संचालन और निगरानी में सुधार लाना है। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और जनसामान्य को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।

बैठक में शिक्षा विभाग के एक और महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर भी विचार किया जाएगा, जिसमें शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन करने का प्रस्ताव रखा गया है। शिक्षा विभाग लंबे समय से तबादला प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने की कोशिश कर रहा है। अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लगती है, तो शिक्षकों के तबादलों में किसी तरह के भेदभाव या भ्रष्टाचार की संभावना खत्म हो जाएगी।

बैठक में उपनल (UPNL) कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर भी एक ठोस नीति पर विचार किया जा सकता है। राज्य में उपनल के माध्यम से हजारों कर्मचारी विभिन्न विभागों में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनकी सेवा स्थायित्व को लेकर वर्षों से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कैबिनेट में यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो हजारों कर्मचारियों के भविष्य को स्थायित्व मिल सकता है।