देहरादून।
उत्तराखण्ड में रविदास जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री के द्वारा सचिवालय,बैंक,कोषागार को छोड़ कर अन्य सभी सरकारी उपक्रमो में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है ।
देहरादून।
उत्तराखण्ड में रविदास जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री के द्वारा सचिवालय,बैंक,कोषागार को छोड़ कर अन्य सभी सरकारी उपक्रमो में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है ।
मुख्यमंत्री ने चकरपुर स्टेडियम में बॉक्सिंग छात्रावास बनाने की घोषणा की।*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह ने 38वें राष्ट्रीय खेल में वन चेतना केन्द्र, स्पोर्ट्स स्टेडियम, चकरपुर, खटीमा में मलखंब प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चकरपुर स्टेडियम में बॉक्सिंग छात्रावास बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत मलखंब प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर देश के कोने-कोने से पधारे सभी प्रतिभागियों एवं खेल प्रेमियों का स्वागत करते हुए कहा कि चकरपुर के इस नवनिर्मित स्टेडियम में 38वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत आयोजित इस मलखंभ प्रतियोगिता में सभी के बीच उपस्थित होकर उन्हें हर्ष की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर खेलभूमि के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से इस बार के राष्ट्रीय खेलों का भव्य आयोजन हमारे प्रदेश में हो रहा है। इस आयोजन से न केवल हमारे खिलाड़ियों को अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाने का अवसर मिल रहा है, बल्कि प्रदेश का स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर भी मज़बूत हुआ है। इसी क्रम में चकरपुर के इस स्टेडियम को 16 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं से युक्त किया गया है, जो हमारे युवाओं को विभिन्न खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सहायता प्रदान करेगा। इस बार के राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाडियों ने अब तक 19 स्वर्ण पदकों के साथ पहली बार 81 मेडल लाने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेल बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल विजेता कपिल पोखरिया , वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक विजेता विवेक पांडे,रजत पदक विजेता अमन, फुटबॉल में रजत पदक विजेता अजय बिष्ट व बीच हैंडबॉल में रजत पदक विजेता अमन जोशी को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत के पारंपरिक खेलों को न केवल सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है, बल्कि उन्हें वैश्विक पहचान भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 2036 के ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के लिए भेजे गए प्रस्ताव में हमारे पारंपरिक खेलों जैसे कबड्डी, खो-खो और योग आदि को ओलंपिक में शामिल करने के प्रयास भी किए हैं। उत्तराखंड में आयोजित हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में पहली बार योग और मलखंभ जैसे हमारे पारंपरिक खेलों को भी शामिल किया गया है। मलखंब केवल एक खेल नहीं, बल्कि शारीरिक दक्षता, मानसिक एकाग्रता, संतुलन और आत्मसंयम का अद्भुत संगम है, ये हमारे भारत की एक ऐसी प्राचीन विरासत है, जिसे संजोकर रखना हम सभी का कर्तव्य है। मलखंब योग, कुश्ती और जिम्नास्टिक का एक ऐसा अद्भुत मिश्रण है, जिसमें शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को साधने की अद्वितीय क्षमता है, यही कारण है कि आधुनिक खेलों के बीच भी इसकी अपनी एक विशिष्ट पहचान बनी हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में भी इसी प्रकार कार्य करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि कई खिलाड़ी आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और मलखंभ की हमारी इस प्राचीन विरासत को विश्व स्तर पर ले जाने वाले सारथी बनेंगे।
इस अवसर पर मेयर रुद्रपुर विकास शर्मा, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद खटीमा रमेश चन्द्र जोशी, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल,जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ उत्तम सिंह नेगी, सचिव राज्य ओलम्पिक एसोसिएशन डॉ डी के सिंह, जिला क्रीड़ा अधिकारी जानकी कार्की सहित अनेक खिलाड़ी व खेलप्रेमी मौजूद थे।
*मीडिया से लगातार संवाद बनाएं रखें सूचना अधिकारी : डीजी बंशीधर तिवारी*
*नवीनतम तकनीक से खुद को अपडेट रखें*
*नए सूचना अधिकारियों के लिए आयोजित की गई कार्यशाला।
उत्तराखंड।।मंगलवार को रिंग रोड देहरादून स्थित सूचना निर्देशालय में सूचना अधिकारी पद पर चयनित हुए 11 नए सूचना अधिकारियों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के समापन दिवस पर महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी ने नए सूचना अधिकारियों को भविष्य हेतु शुभकामनाएं देते हुए उनको संबोधित किया।
महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी ने कहा सरकार एवं आमजन के बीच में संवाद के माध्यम से समन्वय स्थापित करने में सूचना अधिकारियों की अहम भूमिका होती है। राज्य सरकार की प्रभावशाली महत्वपूर्ण एवं आमजन के लिए बनाई गई योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार एवं सही लाभार्थी तक योजना को पहुंचाने में भी सूचना अधिकारी अपनी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा मीडिया के साथ समन्वय स्थापित कर व्यापक प्रचार प्रसार से सभी सूचना अधिकारियों ने राज्य को आगे बढ़ाने के अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
महानिदेशक सूचना ने कहा कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं नई दौर के डिजिटल मिडिया के साथ प्रतिनिधियों के साथ सभी सूचना अधिकारी लगातार संवाद करते रहें। मीडिया, पत्रकारों के साथ सभी सूचना अधिकारी बेहतर से बेहतर संबंध रखें। उन्होंने कहा डिजिटल प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बेहतर तरीके से सीखने हेतु स्वयं को हमेशा नई तकनीकी से अपडेट करें। इन डिजिटल माध्यमों का उपयोग सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए भी करें। उन्होंने कहा सभी सूचना अधिकारियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना है।
इस अवसर पर अपर निदेशक सूचना श्री आशिष त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक श्री के.एस. चौहान, डाॅ. नितिन उपाध्याय, वरिष्ठ वित्त अधिकारी श्रीमती शशि सिंह, उप निदेशक श्री मनोज श्रीवास्तव, श्री रवि बिजारनियां मौजूद रहे।
देहरादून
उत्तराखंड से आज की बड़ी खबर,
उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकार हास्य कलाकार घन्ना भाई (घनानंद) अब हमारे बीच नहीं रहें।
उत्तराखंड रंगमंच के मझे हुए कलाकार थे घन्ना भाई,
घनानंद का जन्म 1953 में पौड़ी के गगोड़ गांव में हुआ,
उनकी शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल से हुई।
घन्ना भाई ने हास्य कलाकार के रूप में अपने सफर की शुरुआत 1970 में रामलीलाओं में नाटकों से किया।
1974 में घनानंद ने रेडियो और बाद में दूरदर्शन पर कई कार्यक्रम भी दिए।
लंबी बीमारी के बाद देहरादून के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
ईश्वर दिवंगत आत्मा कों शांति प्रदान करें।
मुख्यमंत्री द्वारा 38 वें राष्ट्रीय खेलों में सोमवार को टनकपुर के बूम में राफ्टिंग (डेमो स्पोर्ट) प्रतियोगिता का किया गया समापन*
*देवभूमि में राष्ट्रीय खेल के आयोजन से चंपावत के पर्यटन को मिलेगी नई पहचान, जिससे चंपावत को आदर्श जनपद बनने में लगेंगे चार चांद*
*टनकपुर को एक बड़े राफ्टिंग के हब के रूप में विकसित किया जाएगा मुख्यमंत्री धामी*।
38 वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत चंपावत जिले के शारदा नदी में राफ्टिंग (डैमो) प्रतियोगिता का आयोजन सम्पन्न हुई। अंतिम दिन सोमवार को विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। प्रथम बार रात्रि में राफ्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। समापन समारोह पर बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी ने रात्रि में आयोजित राफ्टिंग प्रतियोगिता का अवलोकन किया तथा विश्व रिकॉर्ड के साक्षी बने। मुख्यमंत्री एवं श्रीमती गीता धामी ने समापन समारोह में विभिन्न प्रदेशों से आए विजेता प्रतिभागियों को मैडल प्रदान का सम्मानित किया।
उत्तराखंड में राफ्टिंग के क्षेत्र में ऋषिकेश के साथ-साथ टनकपुर शारदा क्षेत्र भी अब विकसित हो गया है। यहां लगातार राफ्टिंग हो रही है जिससे पर्यटन विकास बढेगा।
कार्यक्रम क्षेत्र (ग्राम उचौलिगोठ) के दो युवाओं की वाहन दुर्घटना में मृत्यु हो जाने के कारण राफ्टिंग प्रतियोगिता का समापन कार्यक्रम सादगी पूर्वक सपन्न हुआ। सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को निरस्त किया गया। मृतकों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। मुख्यमंत्री ने वाहन दुर्घटना में मृत दोनों व्यक्तियों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दुःख जताया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सीमांत क्षेत्र में भारत नेपाल सीमा देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है जहां देवों का वास होता है और यहां के प्रत्येक घर से सेना को सैन्य बलों में अपनी सेवा देकर देश की रक्षा में योगदान यहां के लोग कर रहे हैं। राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से अब यह भूमि खेल भूमि के रूप में भी स्थापित हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 38 वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे राज्य के खिलाड़ियों ने मैडल प्राप्त कर अपना बेहतर स्थान बना लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा उसके अनुरूप आज उत्तराखंड राज्य हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा टनकपुर के मां शारदा ने जन्म जन्मांतर अपना आशीर्वाद यहॉं के लोगों को दिया है,आने वाले समय में यहॉं राफ्टिंग से अनेक प्रकार से यहॉं के लोगों को लाभ मिलने के साथ ही माँ शारदा का आशीर्वाद मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने नशा मुक्त उत्तराखंड का जो संकल्प लिया है। उन्होंने कहा निश्चित रूप से यहॉं राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत खेलों के आयोजन हेतु जो मूलभूत सुविधाएं राज्य में स्थापित हो गई है। उन सुविधाओं का लाभ हमारे युवाओं को खेलों के क्षेत्र में आगे ले जाएगा। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हमारी देवभूमि उत्तराखंड में होना बेहद गौरव और सौभाग्य की बात है। साथ ही राष्ट्रीय खेलों में राफ्टिंग (डेमो स्पोर्ट) प्रतियोगिता का चंपावत में होना और भी अधिक गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इन खेलों के जरिए चंपावत का पर्यटन के क्षेत्र में विकास होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है को देश भर में पहचान मिली है। इसके अलावा देवभूमि में राष्ट्रीय खेल के आयोजन से चंपावत के पर्यटन को नई पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने विजेता टीमों को पदक पहनाकर सम्मानित किया तथा उनका उत्साहवर्धन किया। समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत में आयोजित राफ्टिंग (डेमो स्पोर्ट) प्रतियोगिता के आयोजन से जनपद को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी।
उन्होंने कहा कि देव भूमि उत्तराखंड को खेल भूमि बनाने के लगातार प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहराया है। उन्होंने आए सभी प्रतिभागियों को बधाईयां और शुभकामनाएं प्रेषित की। साथ ही उन्होंने कहा को प्रतिभागी मेडल प्राप्त नहीं कर सके उनको भी मायूस नहीं होना है, बल्कि निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि चंपावत के टनकपुर में देशभर से राफ्टिंग प्रतिभागी आए हैं, सभी ने अपना अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने सभी विजेताओं बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर चंपावत में राष्ट्रीय खेल की प्रतियोगिता होने से जनपद की पहचान में वृद्धि होगी तथा इसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा।
इस अवसर पर एशियन फैंसिंग एसोशिएशन के महासचिव राजीव मेहता, राज्य ओलंपिक संघ के महासचिव डीके सिंह,प्रशासक जिला पंचायत ज्योति राय,ब्लॉक प्रमुख रेखा देवी,अध्यक्ष नगर पालिका टनकपुर विपिन कुमार,चंपावत प्रेमा पाण्डे,बनबसा रेखा देवी,खटीमा रामू जोशी, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह,अपर जिलाधिकारी जय वर्द्धन शर्मा समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी तथा खेल प्रबंधन के अधिकारी, गणमान्य नागरिक समेत स्थानीय जनता एवं प्रतिभागी उपस्थित रहे।
*भवानी कोे भाया उत्तराखंड, गोल्ड भी जीता, दिल भी*
*शीर्ष तलवारबाज सीए भवानी देवी बोलीं-फेंसिंग इवेंट के इंतजाम परफेक्ट*
*-मैं हर स्तर के टूर्नामेंट का सम्मान करती हूंः भवानी देवी*
*-मौली संवाद काॅन्क्लेव में अपनी खेल यात्रा के पन्ने खोले*
तलवारबाजी यानी फेंसिंग के खेल में देश के शीर्ष खिलाड़ियों का जिक्र करें, तो एक नाम सबसे प्रमुखता से उभरता है-सीए भवानी देवी। उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्त काफी लंबी है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली देश की पहली महिला तलवारबाज हैं। राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखंड आईं भवानी देवी ने अपनी ख्याति के अनुरूप तलवारबाजी की स्पर्धा में गोल्ड तो जीता ही, साथ ही, अपने विनम्र स्वभाव से लोगों का दिल भी जीत लिया। उत्तराखंड हर तरह से उन्हें अच्छा लगा है। फेंसिंग की इवेंट के लिए किए गए इंतजामों को उन्होंने परफेक्ट बताया है।
भवानी देवी ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज परिसर में पहले तलवारबाजी का फाइनल अपने नाम किया, फिर मौली संवाद काॅन्क्लेव में पहुंचकर अपनी खेल यात्रा के पन्ने खोले। दृढ़ता और गरिमा से सजी अपनी यात्रा पर विस्तार से बात की। काॅन्क्लेव से फुरसत पाकर एक बातचीत में उन्होंने राष्ट्रीय खेल, उत्तराखंड आगमन और भारत में तलवारबाजी के भविष्य जैसे कई विषयों पर विस्तार से अपना नजरिया रखा।
*देश में हमारे खेल के लायक माहौल बन रहा*
-भवानी देवी मानती हैं-भारत में तलवारबाजी खेल के लिए धीरे-धीरे अनुकूल माहौल तैयार हो रहा है। वर्ष 2020 में टोक्यो ओेलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली वह पहली महिला खिलाड़ी बनी थीं। तब से लेकर अब तक काफी बदलाव आ गया है। वह बताती हैं-इस बार के नेशनल गेम्स में तलवारबाजी खेल में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या बढ़ गई है। यह यह अच्छी बात है। उन्होंने कहा-मैने कभी कोई नेशनल गेम मिस नहीं किया है, क्योंकि मैं इसी गेम से आगे बढ़ी हूं। वैसे, मै हर स्तर के टूर्नामेंट का सम्मान करती हूं।
*भवानी की नजरें लाॅंस एंजिल्स ओलंपिक पर*
अर्जुन अवार्डी भवानी देवी काॅमनवेल्थ गेम्स में दोहरा स्वर्ण जीत चुकी हैं। एशियन चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय तलवारबाज हैं। कहती हैं-देर-सबेर तलवारबाजी में भी देश के हिस्से ओलंपिक पदक आएगा। भवानी देवी की लांस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक खेल पर नजर है। वह कहती है-फिलहाल तो उनका लक्ष्य लांस एंजिल्स ओलंपिक ही है।
*38 वें राष्ट्रीय खेलों की व्यवस्थाओं को सराहा*
-भवानी देवी दूसरी बार उत्तराखंड आई हैं। इससे पहले, वर्ष 2021 में रूद्रपुर में आयोजित प्रतियोगिता के सिलसिले में उनका उत्तराखंड आना हुआ था। अब देहरादून में राष्ट्रीय खेलों का वह हिस्सा बनी हैं। भवानी देवी का कहना है-राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखंड ने अच्छी व्यवस्थाएं की हैं। खास तौर पर फेंसिंग इवेंट में सटीक निर्णय के लिए अच्छे इंतजाम किए गए हैं।
रुद्रप्रयाग ।। पट्टी बडमा कृषि पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास महोत्सव विशेष परिस्थितियों को मध्य नजर रखते हुये वर्तमान नियत तिथी दिनांक 12,13,14,फ़रवरी 2025 जो पट्टी बडमा मेला महोत्सव समिति के पदादिकारियों द्वारा सर्वसहमति से तय हुयी थी उसको अग
अग्रिम तिथि तक परिषदीय बोर्ड परीक्षा परीक्षार्थियों के बोर्ड परीक्षा को छात्र हित में ध्यान रखते हुये एवं वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्र में कृषि कार्य में ग्रामीण कृषकों की व्यस्तता को भी महत्वपूर्ण समझते हुये मेला समिति ने उक्त महोत्सव की तिथि में परिवर्तन का फैसला लेना उचित समझा, मेला समिति की दिनांक 04-02-2025की बैठक में मेले के आयोजन से स्थानीय बोर्ड परीक्षार्थियों का ध्यान पठन पाठन हे विचलित नहो इसलिए पटटी बडमा महोत्सव को बोर्ड परीक्षा संपन्न तक होने तक आगे बढाने का फैसला लिया मेला समिति के अध्यक्ष विशम्बर रावत एवं संरक्षक बीरेंद्र बुटोला ने सह सचिव कालीचरण रावत ने संयुक्त बयान जारी करते हुये बताया कि पट्टी बडमा महोत्सव के लिए जो समय आगे होने से मिलेगा उसमें मेले की रूपरेखा को और भी व्यापक स्तर से बनाया जायेगा इस बीच के समय में क्षेत्रीय महिला मंगल दलों को सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति को तैयारी करने का भी मौका मिलेगा और मेला समिति ने तय किया कि अग्रिम तिथि के लिए जल्द बैठक आहूत होगी जिसमें नयी मेला तिथि की घोषणा होगी
ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सम्राट होटल के पास आज सभ 4 बजे के आस पास रुद्रप्रयाग की और आ बलोरो पिकप सड़क से 300 मीटर नदी के किनारे जा गिरी ,पिकप वाहन में चालक सहित तीन लोग सवार होने बताए जा रहे हैजिनका रेस्क्यू गतिमान है। जिलाआपदा प्रवंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार का कहना है कि विनय अवगत कराना है कि 04:12 AM बजे पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि सम्राट होटल के समीप एक वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया है।
प्राप्त सूचना के आधार पर तत्काल SDRF/DDRF टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। घटाना स्थल पर सर्च के दौरान पाया गया कि जिसमें गाड़ी संख्या UP 20 BT 2690 , सड़क से लग भग 300 mtr नीचे गहरी खाई में गिरी है ड्राइवर सहित दो लोग सवार थे । घटनास्थल पर घटनास्थल पर जिनका रेस्क्यू कार्य गतिमान है
देहरादून।
उत्तराखंड ने 38वें राष्ट्रीय खेल के पहले दिन ताइक्वांडो में पांच पदक जीते
मिलम हॉल, मानसखंड खेल परिसर, हल्द्वानी में हुआ, जहां देशभर के खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया।
पहले दिन के रोमांचक क्योर्गी मुकाबलों में एथलीटों ने अपनी फुर्ती, ताकत और तकनीक का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पदकों के लिए कड़ा संघर्ष किया।
महिला क्योर्गी स्पर्धाओं में गुजरात की तविशा ककड़िया ने अंडर-46 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता,
उत्तराखंड की विशाखा साह ने रजत पदक हासिल किया।
अंडर-57 किग्रा वर्ग में उत्तराखंड की पूजा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया,
महाराष्ट्र की शिवानी लाला भिलारे ने रजत पदक जीता।
अंडर-73 किग्रा वर्ग में चंडीगढ़ की इतिशा दास ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि तेलंगाना की पयम हर्षप्रधा ने रजत पदक प्राप्त किया।
पुरुष क्योर्गी स्पर्धाओं में भी जबरदस्त मुकाबले देखने को मिले।
अंडर-54 किग्रा वर्ग में सर्विसेज के अंकित मेर ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि अंडर-68 किग्रा वर्ग में सर्विसेज के ही नवीन ने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया।
अंडर-87 किग्रा वर्ग का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें सर्विसेज के शशांक सिंह पटेल ने स्वर्ण पदक जीता।
उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने कई श्रेणियों में प्रभावी प्रदर्शन कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
राज्य के खिलाड़ियों ने पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का शानदार परिचय दिया और यह साबित किया कि उत्तराखंड में ताइक्वांडो खेल तेजी से आगे बढ़ रहा है।
38वें राष्ट्रीय खेल में ताइक्वांडो स्पर्धा ने पहले ही दिन रोमांचक मुकाबलों और उल्लेखनीय प्रदर्शनों के साथ खेल प्रेमियों को उत्साहित कर दिया है।
जैसे-जैसे प्रतियोगिता आगे बढ़ेगी, विभिन्न खेलों में और भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।
उत्तराखंड ।उत्तराखंड में मौसम मे एक बार फिर बदलाव देखने को मिलेगा. मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल की माने तो पश्चिम विक्षोप सक्रिय होने से प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। 4 फरवरी को उच्च हिमालय क्षेत्र में 3000 मीटर से ऊपर बर्फबारी हो सकती है। वहीं निचले इलाकों में बिजली चमकने के साथ गर्जना की संभावना है.जबकि देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, उधम सिंह नगर और नैनीताल में हल्की बारिश हो सकती है। 5 फरवरी को भी प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ रहेगा लेकिन 6 फरवरी के बाद मौसम शुष्क रहेगा।
उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने के आसार हैं। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में आज (मंगलवार) हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के ऊंचाई वाले हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है। जबकि टिहरी, देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में कहीं-कहीं तेज बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह में बारिश की संभावना कम है। ऐसे में मौसम शुष्क रहने से मैदान से पहाड़ तक तापमान बढ़ने के आसार हैं। सोमवार को देहरादून समेत पंतनगर, मुक्तेश्वर और नई टिहरी में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया।
देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री इजाफे के साथ 25 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि सबसे अधिक गर्म मुक्तेश्वर रहा, यहां का अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री इजाफे के साथ 22 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।