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Saturday, December 13, 2025


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Uksssc की पांच भर्ती परीक्षाएं रद्द, लोक सेवा आयोग कराएगा आगामी भर्तियां।

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यूकेएसएसएससी की सभी आगामी 18 परीक्षाएं अब लोक सेवा आयोग कराएगा,

पेपर लीक विवाद से घिरे उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की पांच भर्ती परीक्षाएं रद्द की गई,

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट की बैठक में हुआ निर्णय,

कार्मिक विभाग की ओर से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की समूह-ग की भर्तियों को भी लोक सेवा आयोग करवाएगा,

भर्तियों को तीन श्रेणियों में बांटने का किया गया काम,

7000 पदों पर भर्ती का जिम्मा आयोग को मिला,

5340 ऐसे पद हैं, जिनका केवल विज्ञापन प्रकाशित हुआ है और 1187 ऐसे पद हैं, जिनका विज्ञापन प्रकाशित किया जाना है,

लोक सेवा आयोग भर्तियों का जल्द जारी करेगा कैलेंडर ,

भर्तियों की निम्न तीन श्रेणियां है –
पहली : वे पांच भर्तियां, जिनकी परीक्षाएं हो चुकी हैं, लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुए।
दूसरी : वे 13 भर्तियां, जिनके विज्ञापन निकालने के बाद आयोग को परीक्षा करानी थी।
तीसरी : वे भर्तियां, जिनके विज्ञापन अभी जारी किए जाने हैं।

ये भर्तियां हुई रद्द, अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग कराएगा
1- वाहन चालक भर्ती।
2- अनुदेशक, कर्मशाला अनुदेशक भर्ती।
3- मत्स्य निरीक्षक भर्ती।
4- मुख्य आरक्षी, दूरसंचार पुलिस भर्ती।
5- पुलिस रैंकर्स (उप निरीक्षक/प्लाटून कमांडर) भर्ती।

ये भर्तियां भी अब लोक सेवा आयोग ही कराएगा
1- पटवारी-लेखपाल भर्ती।
2- बंदी रक्षक भर्ती।
3- पर्यावरण पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला सहायक भर्ती।
4- मानचित्रकार भर्ती।
5- फॉरेस्ट गार्ड भर्ती।
6- सिविल, विद्युत, यांत्रिक जेई भर्ती।
7- अन्वेषक कम संगणक, सहायक सांख्यिकी अधिकारी।
8- पुलिस कांस्टेबल-पीएसी, आईआरबी, अग्निशामक भर्ती।
9- कृषि, पशुपालन, उद्यान (स्नातक) भर्ती।
10- सहकारिता पर्यवेक्षक भर्ती।
11- गन्ना पर्यवेक्षक भर्ती।
12- सहायक लेखाकार, लेखा परीक्षक भर्ती।
13- कनिष्ठ सहायक भर्ती।
14- वैयक्तिक सहायक भर्ती।
15- सहायक लेखाकार भर्ती।
16- व्यवस्थापक, व्यवस्थाधिकारी भर्ती।
17- स्केलर(वन विभाग) भर्ती।
18- उप निरीक्षक पुलिस, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी।

भारत-नेपाल सीमा पर बादल फटने से काली नदी का जलस्तर बढ़ा ,खोतिया गांव हुआ जलमग्न।

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पिथौरागढ़ ।।भारत नेपाल सीमा पर बादल फटने की सूचना ।
नेपाल से आने वाली काली नदी का जलस्तर बढ़ने से खोतिया गांव हुआ जलमग्न ।
जिला प्रशासन ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन।

उत्तराखंड।

भारत नेपाल सीमा तय करने वाली काली नदी में बीती रात अचानक पानी बढ़ गया जिसकी वजह से धारचूला और उसके आसपास के गांवों में बसे लोगो के घर जलमग्न हो गए और कई मकान ताश के पत्तो की तरह ढहकर नदी में समा गए,मिली जानकारी के मुताबिक काली नदी में पहाड़ी से टूटकर एक बड़ा बोल्डर आ गिरा था जिस वजह से पानी का बहाव एकाएक रुक गया,और नदी में बोल्डर के पीछे की ओर पानी इक्कठा होने लगा,कुछ समय बाद जब बोल्डर पर प्रेशर पड़ा तो बोल्डर हट गया और इक्कठा हुआ पानी बाढ़ में तब्दील हो गया,जलस्तर बढ़ने से तेज़ रफ़्तार और भारी मात्रा में नदी का पानी बहने लगा जिसकी वजह से काली नदी के किनारे बसे गांवो के घरों को खासा नुकसान हुआ है। धारचूला के ग्वालगांव में तबाही का मंजर नज़र आ रहा है हर जगह मलबा भर गया है गाड़िया मोटरसाइकिल मलबे में दब गई। नेपाल के खोतिला गांव में भी नदी के बढ़े हुए जलस्तर से आपदा आ गयी इमारतें भरभरा कर नदी में समागयीं। फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नही है।आपको बता दें कि काली नदी के कहर से धारचूला को बचाने के लिए इसी वर्ष तटबंध निर्माण के लिए सरकार ने 76 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी,जिसमे से 17 करोड़ मार्च में अवमुक्त किये गए थे,सिंचाई विभाग द्वारा निविदा पर ठेकेदार को कार्य सौंपा गया था। राहत और बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है साथ ही स्थानीय प्रशासन और लोग भी राहत का काम कर रहे हैं।

Uksssc भर्ती घोटाला व विधानसभा बैकडोर भर्ती के विरोध में नही रुक रहा युवाओ आंदोलन।

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चमोली कर्णप्रयाग / विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियां व uksssc पेपर लीक के विरोध में कर्णप्रयाग सैकड़ो की संख्या में बेरोजगार युवाओ ने सड़को पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया , नाराज लोगो का कहना है हम रातदिन मेहनत कर रोजगार का सपना देख रहे है लेकिन नेताओ की सह पर आज नौकरियों को बेचा जा रहा है । युवाओं ने तहसील में हाकम सिंह और उसके आकाओं का पुतला दहन किया व उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा ।

उत्तराखंड राज्य स्थापना के आज 22 साल हो चुके है । उत्तरप्रदेश से अलग होकर इस राज्य की परिकल्पना इसलिए की गई थी कि युवाओं को रोजगार मिलेगा यहां का पानी और यहां की जवानी यहाँ के लोगो के काम आएगी , लेकिन नेताओ के द्वारा जिस तरह से भर्ती घोटाले सामने आ रहे है । उससे बेरोजगार युवा आहत है । जिसको लेकर कर्णप्रयाग में आज सेकड़ो की संख्या में बेरोजगार युवा सड़को पर उतरे और प्रदेश सरकार के खिलाप नारेबाजी की , युवाओं का कहना है कि जिस तरह से नॉकरी बेची जा रही है उससे तो गरीब का बेटा तो कभी रोज़गार हासिल नहीं कर सकता , आक्रोशित बेरोजगार युवाओं ने तहसील में जाकर हाकम सिंह व उसके आकाओं का पुतला दहन किया व उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा ।

भर्ती घोटाले से परेशान बेरोजगार लड़कियों का कहना है कि हमारे पास नही है मकान और महंगी जमीन जिसको कि बेच कर सरकारी नॉकरी खरीदी जाय , रातदिन हम लोग मेहनत कर रहे है परिस्थितियों में हम लोग जीवन यापन करते है । मगर जिस तरह से इन दिनों भर्ती घोटाले सामने आ रहे है उसकी हम सीबीआई जांच की मांग करते है ।

भर्ती घोटालों से आहत बेरोजगार युवाओं के इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आइसा के गढ़वाल सचिव इन्द्रेश मैखुरी ने कहा कि राज्य स्थापना से अब तक कि कोई भर्ती ऐसी नही है जिसमे घोटाले न हुए हुए हो , महिलाओ का आरक्षण खत्म हो गया सरकार उसको बचा नही पाई , नॉकरी बेची जा रही है जिससे युवा परेशान है । उहोने कहा कि एसटीएफ जांच तो कर रही है लेकिन बड़े सफेद पोस अभी तक गिरफ्त से बाहर है । जांच यदि सीबीआई से होगी तो कई सफेद पास जेल में होंगे ।

धामी कैबिनेट की बैठक हुई खत्म 18 प्रस्तावों पर लगी मुहर।

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देहरादून।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक सम्पन्न हो गयी है। कैबिनेट ने 18 प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।

कैबिनेट के मुख्य बिंदु……

– आवास विभाग में जो बायलॉज भारत सरकार और उत्तराखंड के बिल्डिंग बायलॉज हैं उसमें से लाभार्थी कोई सा भी इस्तेमाल कर सकता है।

– जीएसटी के बिल के लिए वित्त विभाग ने एक नया प्रस्ताव ‘बिल ल’ लाया है जिसके तहत लॉटरी निकाला जाएगा और इनाम वितरित किया जाएगा।

– वन टाइम सेटेलमेंट को अगले कैबिनेट में लाने के निर्देश।

– नगर पालिका की नियमावली में किया गया संशोधन।

– खाद विभाग ने अपनी नियमावली में किया संशोधन जिस पर मंत्रिमंडल ने लगाई मुहर।

– माध्यमिक शिक्षा विभाग में भर्ती और प्रमोशन में आ रहे अड़चनों के चलते प्रधानाचार्य के पदों को 50 फ़ीसदी पदोन्नति और 50 फीसदी परीक्षा कराकर भर्ती करा जाए।

– तकनीकी शिक्षा विभाग, शोध विभाग एवं प्रशिक्षण विभाग संस्थान का नाम बदला।

– जुडिसरी के कुछ नामों में किया गया बदलाव।

– प्रदेश में कुछ स्कूलों के विलय किए जाने के प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल ने लगाई मुहर।

– उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में भर्ती किए जाने पर मंत्रिमंडल ने लगाई मुहर।

– राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के 5 स्कूलों के संचालन के लिए अब मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया है कि सोसाइटी के माध्यम से इसका संचालन किया जाएगा।

– बद्रीनाथ के मास्टर प्लान का कार्य सीएसआर फंड से किए जा रहे हैं पहले चरण का कार्य किया जा रहा है और दूसरे चरण का कार्य उसी कंपनी से किए जाने पर निर्णय लिया गया।

– केदारनाथ धाम में जो छोटे-छोटे कार्य किए जाने हैं उस कार्य को भी वर्तमान में काम कर रही संस्था से ही कराए जाने पर निर्णय लिया गया है।

– यूकेएसएसएससी के पेपर लीक मामले के बाद जो परीक्षाएं अधर में लटकी हुई है उन परीक्षाओं को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के माध्यम से संपन्न कराया जाएगा।

: भर्तियां होंगी निरस्त , कैबिनेट ने लगाई मुहर

अधिनस्थ सेवा चयन आयोग के पदों पर हुई परीक्षा को लोक सेवा आयोग के माध्यम से करवाने का प्रस्ताव धामी कैबिनेट ने पास किया गया , कुल मिलाकर ऐसे 7000 पद हैं जिनकी भर्ती अब लोक सेवा आयोग के माध्यम से करवाई जायेगी , इन पदों में से कुल मिलाकर 5340 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी तो किया गया था लेकिन परीक्षा नही करवाई गई , वहीं 1127 पदों पर विज्ञापन भी जारी नहीं किया गया था , कैबिनेट के इस निर्णय से 5 भर्ती परीक्षाएं ऐसी भी प्रभावित हुई हैं जिनके 770 पदों पर परीक्षा हुई थी लेकिन अब उसे निरस्त कर दिया गया है ।

1 : वाहन चालक
2 : कार्यशाला अनुदेशक
3: पुलिस रैंकर्स
4 : मत्स्य निरीक्षक
5 : पुलिस आरक्षी

इस दौरान कैबिनेट की ब्रीफिंग करते हुए सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि उन सभी विद्यार्थियों ने जिन्होंने पहले फीस जमा की है उनसे दोबारा फीस नहीं ली जाएगी

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पार्टी हाईकमान से मुलाकात के बाद सीधे बद्रीविशाल के दर्शन।

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नीति माणा घाटी से गैरसेंण होते हुए देहरादून ।

दिल्ली में कर चुके हैं पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुकालात।

रुद्रप्रयाग। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के बाद सीधे बदरीनाथ के दर्शनों को पहुंचे हैं। भगवान के दर्शन करने के बाद पूर्व सीएम नीति और माणा घाटी का भी दौरा करेंगे और देहरादून वापसी गैरसैंण होते हुए करेंगे। इससे पहले पूर्व सीएम रुद्रप्रयाग भाजपा कार्यालय में भी कुछ देर के लिए रुके। जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।उत्तराखण्ड के सभी बड़े नेताओं के एकाएक जनपदों में आजकल दौरे लग रहे है क्या हाईकमान ने इन सभी को उत्तराखण्ड में हुई भर्तियों में गड़बड़ियों के डैमेज कंट्रोल के लिये तो नही भेजा ।या उत्तराखण्ड में फिर से कुछ नया हो रहा ।ये दिल्ली से देहरादून व अब नीति माणा घाटी तक कयासों का बाजार गर्म हो रखा है ।आखिर उत्तराखण्ड में इन दिनों भाजपा के अंदर चल क्या रहा है ।

बदरीनाथ के दर्शन के बाद नीति-माणा घाटी का करेंगे दौरा

उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी और विधानसभा भर्ती घोटालों को लेकर माहौल गर्म है। ऐसे में पूर्व सीएम की सीधे दिल्ली में पीएम और राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात को लेकर कई चर्चाएं की जा रही है। बताया यह भी जा रहा है कि पूर्व सीएम ने उत्तराखंड में भर्ती घपले को लेकर पूरी जानकारी पीएम को दे दी है।

नीति-माणा का भ्रमण कर गैरसैंण होते हुए होगी देहरादून वापसी,

बताया यह भी जा रहा है कि इस प्रकरण से उत्तराखंड की राजनीति में बड़ी हलचल भी हो सकती है। इधर, दिल्ली में पीएम से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत सीधे बदरीनाथ के दर्शनों को पहुंचे हैं। वह बदरीनाथ में दर्शन करने के बाद नीति और माणा घाटी का भ्रमण करेंगे। सूत्रों के मुताबिक उनका बहुत पहले से यहां आने की योजना थी किंतु किन्हीं कारणों से नही आ सके। वह गैरसैंण होते हुए देरादून वापसी करेगे।तमाम अटकलों का बाजार भी गर्म है कि आखिर हाईकमान से क्या बात हुई जो आस्था व विश्वास के लिये पूर्व मंत्री बद्रीविशाल के दरबार पहुंच गए।

Uksssc को भंग करने के लिये अब धामी मन्त्रिमण्डल के मंत्री ही आवाज उठा रहे है।

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उत्तराखंड में लगातार भर्तियों क़ो लेकर सवाल खडे उठ रहें है उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तमाम भर्तियां शक के दायरे में हैं ऐसे में इस आयोग क़ो भंग करने की मांग भी लगातार उठने लगी है इससे पहले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने आयोग क़ो भग करने की बात कही थी वही अब इस मामले में एक नाम और जुड़ गया है जी हाँ

अब मंत्री गणेश जोशी ने कहा उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को सरकार को कर देना चाहिए भंग उनके अनुसार जिस तरह का ट्रेक रिकॉर्ड इस आयोग का रहा लगातार गिरफ़्तारी हो रही हैं ऐसे में बहुत जरुरी हैं इसका भंग होना और सरकार लोक सेवा आयोग के माध्यम से भर्तियां कराने जा रही हैं जिससे युवाओं को न्याय मिलेग

केदारनाथ के इतिहास में पहली बार 11 लाख तीर्थ यात्रियों ने किये बाबा केदार के दर्शन।

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मात्र 126 दिन में 11 लाख यात्री पहुंचे केदारनाथ,
डेढ़ माह की यात्रा बची है शेष, यात्रा का आकंड़ा 13 लाख पार पहुंचने की उम्मीद।
रुद्रप्रयाग। विश्व विख्यात केदारनाथ यात्रा के इतिहास में पहली बार मात्र 126 दिन की यात्रा में 11 लाख तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किये हैं। वर्ष 2019 में 10 लाख यात्री छह माह के दौरान केदारनाथ पहुंचे थे, लेकिन इस बार की यात्रा ने पुराने सभी रिकार्डों को ध्वस्त कर दिया है।

अभी भी डेढ़ माह की यात्रा शेष बची हुई है। ऐसे में केदारनाथ आने वाले यात्रियों की संख्या का आकंड़ा 13 लाख पार पहुंचने की उम्मीद है।
16-17 जून 2013 को केदारनाथ धाम में आई विनाशकारी आपदा को शायद ही कभी भुलाया जा सकता है। केदारनाथ धाम में आई इस विनाशकारी आपदा के बाद शायद ही कभी किसी ने सोचा होगा कि जिस धाम में ऐसी तबाही मची, हजारों लोग अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए, वहां कभी कोई आयेगा, लेकिन आपदा के बाद धीरे-धीरे स्थिति बदलने लगी और यात्रियों का आना शुरू हुआ। आपदा के बाद सबसे पहले वर्ष 2019 में रिकार्ड दस लाख तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे। 2020 और 2021 में कोरोना महामारी के कारण यात्रा प्रभावित रही। 2022 में केदारनाथ धाम की यात्रा विधिवत शुरू हुई और यात्रा ने सभी रिकार्डों को ध्वस्त करते हुये एक इतिहास बना दिया है। इतिहास यह है कि पहली बार मात्र 126 दिन में 11 लाख तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे हैं। अभी भी डेढ़ माह की यात्रा शेष बची हुई है। प्रत्येक दिन सात से आठ हजार भक्त केदारनाथ पहुंच रहे हैं। कुछ यात्री पैदल तो कुछ यात्री हेली सेवाओं से दर्शन कर रहे हैं। ऐसे में अब यही उम्मीद जताई जा रही है कि केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों की संख्या का आकंड़ा 13 लाख पार पहुंचेगा। छः मई को केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हुई थी। शुरूआती चरण में कुछ व्यवस्थाएं तो गड़बड़ाई, लेकिन जिला प्रशासन ने तेजी से व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया, जिसके बाद लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती गई और यात्री आते रहे। यात्रियों के अत्यधिक संख्या में पहुंचने से स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त हुये हैं। जब मई में केदारनाथ यात्रा शुरू हुई थी तो उस समय रुद्रप्रयाग में मयूर दीक्षित नये-नये जिलाधिकारी बनकर आये थे और उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती केदारनाथ यात्रा का सफल संचालन करना था। यात्रा के शुरूआती चरणों में दिक्कतंे बहुत थी, लेकिन प्रशासन ने धीरे-धीरे इन कमियों से पार पा लिया और जिसका नतीजा यह है कि आज रिकार्ड संख्या में तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे हैं। प्रशासन की ओर से केदारनाथ यात्रा में विशेष तौर पर स्वच्छता का ध्यान रखा गया है। स्वच्छता को लेकर सिंगल यूज प्लास्टिक को पूर्ण रूप से यात्रा मार्ग पर प्रतिबंध किया गया है। साथ ही क्यू आर की प्लास्टिक बोतल ही यात्रा में यूज करने को कहा गया है, जिससे इन बोतलों को यात्रा करने के बाद वापस लाने पर दस रूपए ईनाम भी दिये जा रहे हैं। इसके साथ ही टोकन सिस्टम भी किया गया है, जिससे तीर्थयात्री लाइन में ना लगकर अपनी बारी आने पर बाबा केदार के दर्शन के लिए जा सकते हैं। इस बार यात्रा में नयी-नयी चीजें देखने को मिली, जिससे तीर्थयात्रियों में भी देखने को मिली।


जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि इस बार की यात्रा पर रिकार्ड संख्या में यात्री पहुंचे हैं। दो वर्षों तक कोरोना महामारी के कारण यात्रा प्रभावित रही, लेकिन इस बार यात्रा विधिवत संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि शुरूआती चरण में भीड़ अत्यधिक बढ़ने के कारण दिक्कतें आई थी। सफाई व्यवस्था में भी कुछ कमी आ गई थी, लेकिन सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग से केदारनाथ तक पांच सौ से भी अधिक सफाई कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा यात्रा से संबंधित विभाग लगातार अपने कार्यों पर ध्यान दे रहे हैं। सभी विभागों को यह निर्देश दिये गये हैं कि यात्रा में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिये। यात्रियों को पैदल यात्रा मार्ग सहित धाम में बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास किये जा रहे हैं। कोविड के बाद अत्यधिक यात्री पहुंचे हैं। यात्रा को अभी डेढ़ माह का समय बचा हुआ है और सभी होटल-लाॅज एडवांस में ही बुक हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास किये जा रहे हैं।

ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ा हादसा।

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ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर नीर गड्डु के पास हुआ सड़क हादसा,।

एक कार गहरी खाई में गिरी,पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पंहुचकर चला रही है रेस्क्यू अभियान।

ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग स्थित नीर गड्डू के पास एक आर्टिगा करा जिसमे 6 लोग सवार थे वह अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी ।

इस हादसे में कार में सवार 6 लोगों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई वही तीन लोगों को उपचार के लिए ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय में भेजा गया है । मुनी की रेती एसएसआई रमेश कुमार सैनी ने यह जानकारी दी है उन्होंने बताया कि हादसा 7 बजे के लगभग  हुआ है ।

राजराजेश्वरी जिठांई देवी की डोली यात्रा का भव्य आयोजन।

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राजराजेश्वरी जिठांई देवी की डोली यात्रा का भव्य आयोजन चमोली जिले के कपीरी चौथगी परिवार कनखुल तल्ला में भव्य शुरू हुआ ।

चमोली – राजराजेश्वरी जिठांई देवी की डोली यात्रा का भव्य आयोजन चमोली जिले के कपीरी चौथगी परिवार कनखुल तल्ला में भव्य शुरू हुआ । आज से देवी की डोली 6 माह भ्रमण पर रहेंगी, मां राजराजेश्वरी जिठांई देवी पांच गांव की इष्ट देवी है।

 

उत्तराखंड को देवों की भूमि इसलिए कहा जाता है क्योंकि की उत्तराखंड के कंण कंण में देव निवास करते हैं …आज हम चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लॉक के ग्राम कनखुल तल्ला मैं स्थित पौराणिक सिद्ध पीठ मां राजराजेश्वरी जिठांई देवी की कर रहे है, जिसकी यात्रा आज से शुरू हो गई है । वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कंडवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि राजराजेश्वरी जिठांई देवी पांच गांव ( कनखुल मल्ला, कनखुल तल्ला, ग्वाड़, डोंठला और बिडोली) में भ्रमण करती है । आपको यह भी बता दें कि राजराजेश्वरी जिठाई देवी की पूजा हर 12 साल में की जाती है …. लेकिन देश में प्रदेश में पिछले 2 सालों से जिस तरह से कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी हुई है जिसे देखकर राजराजेश्वरी जिठांई देवी की पूजा नहीं हो पाई है … लेकिन अब 14 साल बाद सिद्ध पीठ राजराजेश्वरी जिठांई देवी की देव डोली आज से बहार निकल गई है । आज देवी की डोली गर्भ ग्रह से बाहर आई है ,जैसे ही राजराजेश्वरी जिठांई देवी की डोली बहार आई अपने भक्तों को दर्शन देने के साथ ही श्रद्धालुओं को राजराजेश्वरी जिठांई देवी ने आशीष भी दिया।

वंही नौ महिनें में से तीन माह तक माता की चल विग्रह डोली की पूजा अर्चना चौथगी परिवार के प्रधान मालगुजार के निवास स्थान पर होती है … इन्हीं तीन माह के दौरान देव डोली द्वारा चयनित पश्वों को परीक्षण दिया जाएगा और देव डोली की 6 माह की देवरा यात्रा की तैयारियां की जाएंगी …. 3 माह पूरे होने के बाद मार्गशीर्ष माह में चल विग्रह डोली अपने चौथगी परिवार कनखुल मल्ला कनखुल तल्ला डौंठला ग्वाड की ग्राम सभाओं में प्रस्थान करेगी साथ ही इन सभी 5 गांव में राजराजेश्वरी जिंठाई देवी निवास करेगी ।

उत्तराखंड में भर्ती घोटालो के मामले में बीजेपी अलाकमान हुआ गंभीर।

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देहरादून :-उत्तराखंड में भर्ती घोटालो के मामले में बीजेपी अलाकमान हुआ गंभीर,

बीजेपी आलाकमान भ्रस्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की अपनी नीति पर कर सकती है बड़ी कार्यवाई,

सीएम धामी के भ्रस्टाचार के खिलाफ सख्त रुख के बाद ही आलाकमान भी पहुंचने जा रहा अंतिम निर्णय पर,

दिल्ली में इस समय हो रही प्रदेश की सियासत को लेकर बड़ी हलचल,

दिल्ली सूत्रों की मॉने तो धामी सरकार के दो मंत्रियो की कुर्सी खतरे में,

सूत्रों की माने तो आज या कल तक पार्टी आलाकमान लें सकता हैं बड़ा फैसला,

विधानसभा भर्ती समेत हर मामले का पार्टी आलाकमान लें चुका हैं संज्ञान,

वही पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कल राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाक़ात की थी और आज पीएम मोदी से मुलाक़ात की जिसके बाद माना जा रहा है सभी नेताओं से राय लें ली गई है जिस मंत्री के विभाग में आरोप लगे है गाज गिरनी तय मानी जा रही है,

सीएम धामी से भी ली गई इस मामले की पूरी रिपोर्ट।