रुद्रप्रयाग : जीवन में कठिन मेहनत करने पर हर मुश्किल आसान हो जाती है. दुनिया के तमाम महान लोगों का स्पष्ट कहना रहा है कि जीवन में किसी भी सफलता को पाने के लिए कठिन परिश्रम ही वह कीमत होती है, जो व्यक्ति को चुकानी पड़ती है. यदि आपके पास यह है तो आप निश्चित रूप से सफल हैं इसे साकार कर दिखाया हैजनपद रुद्रप्रयाग के युवा हेमंत बहुगुणा ने कम समय में कठिन परिश्रम की बदौलत भारतीय इंडियन सैनिक सेवा में सीडीएस परीक्षा मे सफलता हासिल कर अपने गांव सिरसोलिया (कंडाली) सिलगढ़ पट्टी व जखोली ब्लाक का नाम रोशन किया ।बेटे की सफलता जितनी खुशी परिजनों को होती है आज उनसे ज्यादा उस क्षेत्र के लोगो को हो रही है भलेही सिलगढ़ क्षेत्र पहले से ही सैनिक बाहुल्य माना जाता हो ।लेकिन हेमंत की सीडीएस परीक्षा की सफलता से इस क्षेत्र को एक सैनिक अधिकारी मिलने जा रहा है ।हेमंत बहुगुणा की पढ़ाई कक्षा 7 तक अतुल माडल पब्लिक स्कूल तिलवाड़ा, हाई स्कूल इंडियन एकेडमी देहरादून, मास काम दून यूनिवर्सिटी देहरादून से चल रही है ।हेमंत शुरू से ही कुछ अलग करने की चाहत रखता था।जो उसने सीडीएस परीक्षा से सफलता हासिल दिखाई भी है।हेमंत भी आम लोगों की तरह एक सामान्य परिवार से आता है इनके दादा स्व0 श्री गोविंद राम बहुगुणा भी आर्मी में रहे हैं और चाचा रविन्द्र बहुगुणा भरतीय सेना में जे0 सी0ओ0 रैंक पर तैनात है
हेमंत का आर्मी के प्रति रुचि अपने दादा व चाचा को ही देखते हुए आगे बढ़ी है और शुरू से ही सेना अधिकारी बनने की चाहत थी जिसके लिए कड़ी मेहनत कर के हासिल भी कर दिखाई है।हेमंत की सफलता आने वाले समय में उन युवाओं के लिए भी एक उदाहरण बनने जा रही है जो लोग सोचते है कि केवल सिफारिशों पर नोकरी मिलती है लेकिन उच्चे पदों पर जाने के लिए सिफारिश नही कठिन परिश्रम व योग्यता की आवश्यकता होती है तभी आप और हम मुकाम हासिल कर सकते है।हेमन्त ने न केवल नोकरी हासिल की है सीडीएस परीक्षा पास कर हर उस युवा के लिये एक उदाहरण बनकर सामने आए हैं जिनकी चाहत सेना में अधिकारी बनने की हो ,और किसी प्रकार की उच्ची पोंछ न हो वह भी हेमन्त जैसे कठिन मेहनत कर सफलता हासिल कर सकता है।
हेमन्त बहुगुणा का परिवार हमेशा ही सामाजिक कार्यो में अग्रणीय रहता है इनके पिता श्री ओम प्रकाश बहुगुणा जिले के वरिष्ठ पत्रकार के साथ साथ समाज की ज्वलन्त समस्याओं को पिछले 20 वर्षों से उठाकर उनका समाधान करते आ रहे है और अपना राजनीतिक सफर ग्राम प्रधान से लेकर आज जिले में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों में सुमार हुए है।हेमंत की माता श्रीमति निर्मला बहुगुणा भी हमेशा सामाजिक कार्यकलापों में आगे रहती है और कंडाली क्षेत्र पंचायत सदस्य के रूप में दो बार निर्वाचित हुए है जिसमे 2008 में उन्हें निर्विरोध भी चुना गया है।आज हेमंत बहुगुणा ने अपने कड़ी मेहनत से जो सफलता हासिल की है अपने परिवार जनों की दस गुना खुशी बढ़ाकर उनके सपने को साकार किया है ।आज आपकी सफलता पर जनपद का हर युवा ,महिला,बुजुर्ग को बधाई दे कर मां भारती की सेवा करने का शुभाशीष दे रहे है ताकि आने वाले अन्य युवा भी आप से प्रेणा ले कर आगे बढे।अपने प्रदेश व क्षेत्र का नाम रोशन करे।