वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में एसटीएफ उत्तराखण्ड की बड़ी कार्यवाही*
*टाइगर की खाल व हड्डी के साथ 04 शातिर वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार।*
*वन्यजीव तस्करी नेक्सस का भण्डाफोड़, उत्तराखण्ड से दिल्ली तक फैला था नेटवर्क।*
उत्तराखण्ड में अब तक की सबसे बड़ी टाइगर खाल एसटीएफ द्वारा बरामद
*एसएसपी एसटीएफ द्वारा टीम के लिए 5000 रुपया नकद इनाम की घोषणा की गई।*
*बरामदगी का विवरण-*
1. 01 टाइगर(बाघ) की खाल- लम्बाई 11 फिट
2. करीब 15 किग्रा बाघ की हड्डियाँ
3. एक बोलेरो जीप संख्या UK05TA2815उत्तराखंड राज्य में वन्यजीवों के अवैध शिकार एवं वन्यजीवों के अवैध व्यवसाय पर रोक लगाने के उद्देश्य से एसटीएफ उत्तराखंड, वाइल्डलाइफ क्राइम ब्यूरो दिल्ली एवं तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की संयुक्त टीम ने खटीमा क्षेत्र में संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक टाइगर की खाल व दस किलो चार सौ ग्राम टाइगर की हड्डियों के साथ चार शिकारियों को पकड़ा है।- तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि बीते कई दिनों से कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों से वन्य जीवों के अवैध शिकार एवं व्यवसाय की सूचना मिल रही थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली वाइल्डलाइफ क्राइम पेट्रोल एवं एसटीएफ की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए चार वन्यजीव तस्करों को भारी मात्रा में वन्यजीवों के अंगों हड्डियों के साथ 11 फीट की एक टाइगर की खाल एवं एक बोलेरो कार के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पकड़े गए चारों आरोपी किशन कुमार, गजेंद्र सिंह, संजय कुमार, हरीश कुमार जनपद पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं। जो टाइगर की खाल व हड्डियों को खटीमा बेचने आए थे एसटीएफ उत्तराखंड और वन विभाग की संयुक्त टीम ने चारु शिकारियों को पकड़ा। पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध वन्यजीव अधिनियम की धाराओ के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है। वही बरामद टाइगर की खाल के लिए कहां शिकार किया गया इसकी जांच की जा रही है वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध वन विभाग की कार्रवाई आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।